राहुल बोले- RSS-BJP मेरे गुरु, मुझे ट्रेनिंग दे रहे: असम के CM का पलटवार- नागपुर जाकर गुरु दक्षिणा दें राहुल

कांग्रेस के नेता राहुल गांधी ने शनिवार को भारत जोड़ो यात्रा पर 9वीं प्रेस कॉन्फ्रेंस की। नई दिल्ली में उन्होंने एक बार फिर केंद्र सरकार, भाजपा और RSS पर हमला किया। राहुल ने कहा- मैं RSS और भाजपा के लोगों को धन्यवाद देता हूं। वो जितना मुझ पर हमला करते हैं, मैं उतना बेहतर होता जा रहा हूं। भाजपा और RSS के लोग मेरे गुरु हैं। वो मुझे ट्रेनिंग दे रहे हैं।’

राहुल गांधी के इस बयान पर असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने पलटवार किया है। उन्होंने कहा कि अगर राहुल, भाजपा और RSS को अपना गुरु मानते हैं तो उन्हें नागपुर जाना चाहिए। मैं उनसे कहना चाहता हूं कि उन्हें RSS या BJP को नहीं बल्कि भारत माता के झंडे को गुरू मानना चाहिए। उनका नागपुर में स्वागत है, उन्हें भारत माता के ध्वज के आगे गुरु दक्षिणा देनी चाहिए।

राहुल गांधी ने यात्रा को अभी विराम दिया है। 3 जनवरी से यात्रा फिर शुरू होगी और उत्तर प्रदेश, पंजाब होते हुए जम्मू-कश्मीर में खत्म होगी।

इससे पहले यात्रा में राहुल ने 8 प्रेस कॉन्फ्रेंस की

पहली तमिलनाडु में: 9 सितंबर को राहुल ने कहा, ‘देशभर में भाजपा और RSS ने जमकर नफरत फैलाई है। इसी के खिलाफ यह यात्रा है।’ एक पत्रकार ने सवाल पूछा कि क्या इस यात्रा से कांग्रेस को फायदा होगा तो राहुल ने मजाकिया अंदाज में बोला कि वैसे यह भाजपा की नफरत के खिलाफ है, अगर फिर भी कांग्रेस को फायदा होता है तो ये अच्छी बात है।

दूसरी कर्नाटक में: 8 अक्टूबर को उन्होंने कहा कि नफरत और हिंसा फैलाना एक राष्ट्र विरोधी काम है, जो भी इसमें शामिल होगा हम उससे लड़ेंगे। उन्होंने कहा कि इससे फर्क नहीं पड़ता कि नफरत फैलाने वाले व्यक्ति कौन हैं और किस समुदाय से आते हैं। नफरत और हिंसा फैलाना एक देश विरोधी काम है और हम हर उस व्यक्ति के खिलाफ लड़ेगे जो नफरत फैलाएगा।

तीसरी आंध्र प्रदेश में: राहुल गांधी जब आंध्र प्रदेश पहुंचे तो कांग्रेस अध्यक्ष पद का चुनाव हो चुका था और मल्लिकार्जुन खड़गे अध्यक्ष बन चुके थे। इस दौरान 19 अक्टूबर को उन्होंने कहा कि देश में सिर्फ कांग्रेस है, जिसने चुनाव (पार्टी अध्यक्ष पद के लिए) कराए। साथ ही उन्होंने कहा कि मेरी भूमिका क्या होगी वह नए अध्यक्ष तय करेंगे।

इस प्रेस कॉन्फ्रेंस में भी राहुल ने PM मोदी पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि पूरी दुनिया को पता है कि प्रधानमंत्री के करीबी दोस्त अडाणी हैं। वह मोदी सरकार के कार्यकाल में दुनिया के सबसे तीसरे अमीर शख्स बन गए। आखिर इतने कम समय में ये कैसा सम्भव हुआ?

चौथी तेलंगाना में: 31 अक्टूबर को प्रेस कॉन्फ्रेंस की। इस दौरान गुजरात के मोरबी में ब्रिज टूटने की वजह से 135 मौतें हुई थीं। राहुल ने प्रेस कॉन्फ्रेंस शुरू करने से मोरबी केबल पुल हादसे में मृतकों के लिए श्रद्धांजलि दी। उनसे जब हादसे को लेकर सवाल पूछा गया तो कहा कि वह इस मुद्दे का राजनीतिकरण नहीं करना चाहते हैं, यह बहुत दुखद घटना है, राजनीतिकरण करना सही नहीं है।

इस दौरान भी उन्होंने RSS पर हमला बोला। उन्होंने कहा कि कांग्रेस सत्ता में आई तो सुनिश्चित करेगी कि देश की संस्थाएं RSS से आजाद हों और आजाद होकर काम करें।

पांचवीं महाराष्ट्र में: राहुल ने 17 नवंबर को महाराष्ट्र के अकोला में मीडिया के सामने एक चिट्ठी दिखाई। उन्होंने बताया कि सावरकर ने ये चिट्ठी अंग्रेजों को लिखी थी। उन्होंने खुद को अंग्रेजों का नौकर बने रहने की बात कही थी। साथ ही डरकर माफी भी मांगी थी। गांधी-नेहरू ने ऐसा नहीं किया, इसलिए वे सालों तक जेल में रहे।

छठवीं मध्यप्रदेश में: खरगोन जिले में 28 नवंबर को राहुल ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि भाजपा ने मेरी छवि खराब करने के लिए करोड़ों रुपए खर्च किए हैं। उन्होंने मेरी एक छवि बनाई है। लोग सोचते हैं कि यह मेरे लिए हानिकारक है, लेकिन वास्तव में यह मेरे लिए फायदेमंद है, क्योंकि सच्चाई मेरे साथ है। और सत्य को छुपाया नहीं जा सकता। उन्होंने मेरी छवि खराब करने के लिए जितना पैसा खर्च किया है, उतनी ही ताकत मुझे दे रहे हैं। असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने राहुल को बोला था कि उनका चेहरा सद्दाम हुसैन जैसा हो गया है। इसी के बाद राहुल ने टिप्पणी की थी।

सातवीं और आठवीं राजस्थान में: राजस्थान में राहुल ने दो कॉन्फ्रेंस की थीं। भारत जोड़ो यात्रा की सातवीं कॉन्फ्रेंस 12 दिसंबर को कोटा जिले में हुई थी। इसमें राहुल ने बच्चों के सवालों का जवाब दिया था। राहुल ने छात्रों से कहा था कि अगर आप अपना लक्ष्य नहीं पा पाते हैं तो ये मत समझिएगा कि ये आपकी कमी है, बल्कि कमी सिस्टम की भी है।

भारत जोड़ो यात्रा के 100 दिन पूरे होने पर 15 दिसंबर को राहुल ने आठवीं बार मीडिया से बात की थी। जयपुर में उन्होंने कहा था कि विदेश मंत्री जयशंकर को अपनी सोच और समझ बड़ी करनी चाहिए। चीन की तैयारी युद्ध की है। सरकार इस मसले को नजरअंदाज कर रही है और इससे संबंधित जानकारियों को छुपाने की कोशिश कर रही है। राहुल गांधी ने यह भी कहा था कि चीन पर कोई सवाल नहीं पूछ रहा है। चीन ने 2 हजार स्क्वायर किलोमीटर जमीन पर कब्जा कर लिया। हिंदुस्तान के 20 जवानों को शहीद किया। वे हमारे जवानों को अरुणाचल प्रदेश में पीट रहे हैं।

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