गुजरात में सांता की पिटाई:अहमदाबाद कार्निवल में पहुंचे 2 सांता क्लॉज को बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने दौड़ा-दौड़ाकर पीटा
![Santa thrashed in Gujarat: 2 Santa Clauses who arrived at Ahmedabad Carnival were chased and beaten by Bajrang Dal workers](/wp-content/uploads/2022/12/A01-34.jpg)
गुजरात के अहमदाबाद में चल रहे कांकरिया कार्निवल में सांता क्लॉज बनकर दो लोगों के साथ मारपीट का मामला सामने आया है। शुक्रवार रात को ये दोनों शख्स सांता की ड्रेस में कार्निवल में पहुंचे थे। इसी दौरान विश्व हिंदू परिषद (VHP) और बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने दोनों को दौड़ा-दौड़कर पीटा। दोनों ने भागकर अपनी जान बचाई।
कहा- चर्च में जाकर अपने धर्म का प्रचार करो
सांता क्लॉज को दौड़ा-दौड़ाकर पीटने का एक वीडियो भी सामने आया है। वीडियो में बजरंग दल के कार्यकर्ताओं को यह कहते सुना जा सकता है कि चर्च में जाकर अपने धर्म का प्रचार करो। यहां आप लोगों का माइंडवॉश कर रहे हैं। बजरंग दल के नेता ज्वलित मेहता का कहना है कि यहां ये लोग सांता क्लॉज की ड्रेस में ईसाई धर्म का प्रचार करने वाली किताबें बेच रहे थे। मामला संज्ञान में आने पर उनके खिलाफ ये कार्रवाई की गई।
धर्मांतरण को बढ़ावा विहिप के प्रवक्ता
विश्व हिंदू परिषद के प्रवक्ता हितेंद्रसिंह राजपूत ने बताया कि ईसाई मिशनरियों द्वारा पिछले चार दिनों से कार्निवल में ईसाई धर्म की किताबें बेची जा रही थीं। सांता की ड्रेस में कुछ लोग लोगों को ईसाई धर्म का प्रचार कर धर्मांतरण गतिविधियों को बढ़ावा दे रहे थे। विश्व हिंदू परिषद और बजरंग दल को इसकी सूचना मिली थी। हमने पड़ताल की तो बात सच निकली। इसके चलते बजरंग दल के प्रांतीय अध्यक्ष ज्वलितभाई मेहता के नेतृत्व में 20 कार्यकर्ताओं ने कार्निवल में चल रही धर्मांतरण की गतिविधि रोक दी।
इससे पहले नवरात्रि में दो लोगों को पीटा था
गौरतलब है कि मारपीट की ऐसी ही घटना नवरात्रि के दौरान भी हुई थी। VHP और बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने गरबा में घुसे दो मुस्लिम युवकों की पिटाई कर दी थी। विहिप और बजरंग दल ने हिंदू धर्मस्थलों पर गैर धर्मों के लोगों की एंट्री लगा रखी है। ऐसा करने वालों के खिलाफ कार्रवाई की धमकी भी दी जा चुकी है।
क्या होता कांकरिया कार्निवल?
कांकरिया कार्निवल एक सप्ताह तक चलने वाला उत्सव है जो दिसंबर के अंतिम सप्ताह में आयोजित किया जाता है। कार्निवल के दौरान कई सांस्कृतिक, कला और सामाजिक गतिविधियों का आयोजन किया जाता है। इस उत्सव का आनंद लेने के लिए दूर-दूर से लोग आते हैं।