एसवीएसयू सीनियर सेकेंडरी स्कूल ने बनाया कीर्तिमान

देश के पहले इनोवेटिव स्कूल का दसवीं कक्षा का पहला परिणाम शत प्रतिशत, 95.60 प्रतिशत अंक लेकर रिया सौरोत रही अव्वल

फरीदाबाद, 13 मई । श्री विश्वकर्मा कौशल विश्वविद्यालय के एसवीएसयू सीनियर सेकेंडरी स्कूल का परिणाम शत-शत रहा। रिया सौरोत ने 95.60 प्रतिशत अंक हासिल कर पहला स्थान हासिल किया, जबकि 91 फीसदी अंकों के साथ निकिता दूसरे स्थान पर रही। कुलपति डॉ. राज नेहरू ने सभी विद्यार्थियों को मिठाई खिला कर बधाई दी। यह देश का पहला इनोवेटिव स्किल स्कूल है और यह दसवीं कक्षा का पहला बैच निकला है। परिणाम के लिहाज से एसवीएसयू सीनियर सेकेंडरी स्कूल पलवल जिले के टॉप स्कूलों में शुमार हो गया है।

दसवीं में कुल 34 विद्यार्थियों ने परीक्षा दी थी, इनमें से न केवल सभी ने परीक्षा पास की, बल्कि तीन विद्यार्थियों ने 90 प्रतिशत से ज्यादा अंक हासिल किए। प्राचार्य डॉ. जलबीर सिंह ने बताया कि विद्यार्थियों को पारंपरिक विषयों के अलावा चार स्किल विषय पढ़ाई गए। इसमें आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, इंफॉर्मेशन टेक्नोलॉजी, मल्टी स्किल फाउंडेशन कोर्स और फिजिकल एक्टिविटी ट्रेनर शामिल हैं। उन्होंने बताया कि स्कूल में अव्वल रही रिया सौरोत और देवकरण ने आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस विषय में 100 में से 100 अंक हासिल किए हैं। अनेकों विद्यार्थियों ने कई विषयों में 90 से ज्यादा अंक हासिल किए।

श्री विश्वकर्मा कौशल विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. राज नेहरू ने इन विद्यार्थियों की पीठ थपथपाई। उन्होंने कहा कि यह इनोवेटर्स की पौध तैयार हो रही, जोकि आगे चल कर देश और समाज के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी। डॉ. राज नेहरू ने कहा कि पारंपरिक विषयों की बजाए अब कौशल और तकनीक पर आधारित विषयों को आगे बढ़ाने का दौर है। इसीलिए श्री विश्वकर्मा कौशल विश्वविद्यालय ने स्कूल स्तर पर आईटी और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस जैसे विषय शुरू किए हैं। कुलपति डॉ. राज नेहरू ने कहा कि आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस में शत-प्रतिशत अंक प्राप्त करने से स्पष्ट है कि विद्यार्थी इस क्षेत्र में अद्भुत प्रदर्शन करने के लिए तैयार हैं। उन्होंने कहा कि यह स्कूल देश में आधुनिक शिक्षा का मॉडल है।

उन्होंने विद्यार्थियों को स्वर्णिम भविष्य की बधाई दी। कुलपति डॉ. राज नेहरू ने प्राचार्य डॉ. जलबीर सिंह और सभी शिक्षकों को बधाई दी। उन्होंने कहा कि इस स्कूल ने यह साबित किया है कि सरकारी स्कूल भी बेहतर कर सकते हैं यदि प्रयास सार्थक हों। यह विदित कराना प्रशंसनीय है कि इस इनोवेटिव स्किल स्कूल ने न सिर्फ जिले के अन्य सीबीएसई सम्बद्ध सरकारी स्कूलों से बेहतर प्रदर्शन किया है बल्कि निजी विद्यालयों के समकक्ष अथवा आगे रहा है। इस मौके पर स्कूल में प्रथम रही रिया सौरोत, दूसरे स्थान पर रही निकिता और तृतीय रही भावना का फूल मालाओं से स्वागत किया गया। सभी बच्चों ने अपने शिक्षकों के प्रति आभार ज्ञापित किया।

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