अमृता अस्पताल ने किया अस्थमा से पीड़ित रोगियों के लिए विशेष क्लिनिक का उद्घाटन

फरीदाबाद, 23 जनवरी 2023: फरीदाबाद के अमृता अस्पताल ने गंभीर अस्थमा से पीड़ित रोगियों के जीवन को बेहतर बनाने के लिए एक विशेष क्लिनिक शुरू किया है, जहां गंभीर अस्थमा रोगियों को ध्यान में रखते हुए सर्वोत्तम उपचार प्रदान किया जाएगा।

फरीदाबाद के अमृता अस्पताल में पल्मोनरी मेडिसिन विभाग सभी गंभीर स्तरों के अस्थमा रोगियों को हर प्रकार की सुविधाएं एक ही छत के नीचे प्रदान की जाएगी। क्लिनिक का उद्देश्य रोगियों को व्यापक और उच्च गुणवत्ता वाली देखभाल प्रदान करना है।

रविवार को यहां स्पेशलिटी प्रिसिशन क्लिनिक का शुभारंभ करते हुए अमृता अस्पताल फरीदाबाद के मेडिकल डायरेक्टर डॉ. संजीव सिंह ने कहा, “ब्रोन्कियल अस्थमा हमारे देश में एक सामान्य लेकिन खराब तरीके से प्रबंधित श्वसन रोग है। अस्थमा के रोगियों को अपनी बीमारी के व्यापक प्रबंधन की आवश्यकता होती है और उनके प्रबंधन के लिए अक्सर विशेषज्ञ सलाह की आवश्यकता होती है। गंभीर अस्थमा वाले लोगों को कुछ जांच और प्रबंधन प्रोटोकॉल की आवश्यकता होती है, जो केवल कुछ विशेषज्ञ केंद्रों पर उपलब्ध हैं। यह सुविधा अस्थमा के चरम रूप से पीड़ित लोगों को अत्याधुनिक चिकित्सा सेवाएं प्रदान करेगी। हमें इस क्लिनिक को लॉन्च करते हुए खुशी हो रही है। यह क्लिनिक स्वास्थ्य सेवा उत्कृष्टता में एक बेंचमार्क होगा और यह रोगी-केंद्रित, सस्ता और आबादी के सभी वर्गों के लिए सुलभ होगा।”

पल्मोनरी मेडिसिन विभाग के प्रमुख डॉ. अर्जुन खन्ना ने कहा, “यह देश के इस हिस्से में अपनी तरह का पहला क्लिनिक होगा, जहां सबसे ज्यादा अस्थमा के रोगी हैं। इस क्लिनिक में एक ही छत के नीचे अस्थमा से संबंधित सभी जांचों की सुविधा उपलब्ध होगी। ऐसे कई उपकरण और नैदानिक तौर-तरीके हैं जो उत्तर भारत के अधिकांश अस्पतालों में उपलब्ध नहीं हैं। क्लिनिक की यूएसपी यह है कि सबसे उन्नत परीक्षण सभी एक ही छत के नीचे, एक ही वक़्त पर उपलब्ध हैं।

पल्मोनरी मेडिसिन विभाग के कंसलटेंट डॉ. सौरभ पाहुजा ने कहा, “बहुत गंभीर अस्थमा वाले मरीजों को बायोलॉजिक्स जैसी कुछ दवाओं की आवश्यकता होती है। इसलिए, जिन्हें बायोलॉजिक्स की जरूरत है, उनके लिए परीक्षण भी हमारे केंद्र में उपलब्ध है। इस आकलन के लिए विशेष परीक्षण जैसे स्किन प्रिक टेस्ट, IOS (इम्पल्स ऑसिलोमेट्री) और, FeNo (फ्रैक्शनल एक्सहेल्ड नाइट्रिक ऑक्साइड) की आवश्यकता होती है और यह सभी हमारे पास उपलब्ध हैं। इन सुविधाओं से हम कम उम्र के मरीजों में अस्थमा की जांच भी कर सकते हैं। इसलिए, इससे बाल रोगियों को भी लाभ होगा।”

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button