केन्द्रीय राज्य मंत्री कृष्ण पाल गुर्जर  ने बच्चों को तनाव मुक्त परीक्षा के बेहतर संचालन सेक्टर-28 के स्कूल में दिए गुरु मंत्र

– प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का लाइव प्रसारण भी बच्चों के संग बैठकर ध्यान पूर्वक सुना

फरीदाबाद,27 जनवरी। भारत सरकार के भारी उद्योग और ऊर्जा विभाग के केंद्रीय राज्य मंत्री कृष्ण पाल गुर्जर ने आज शुक्रवार को परीक्षा पर चर्चा कार्यक्रम के तत्वाधान में प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी के संबोधन के दौरान प्रातः 11:00 से 01:00 बजे सेक्टर 28, राजकीय आदर्श वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय में बतौर मुख्य अतिथि शिरकत करने पहुंचे। वहीं केंद्रीय राज्य मंत्री कृष्ण पाल गुर्जर स्कूल पहुंच कर वहां पर बच्चों को तनाव मुक्त परीक्षा के बेहतर सफल संचालन के लिए बारीकी से मूल मंत्र दिए। देश के प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में देश भर में चलाए जा रहे तनाव मुक्त परीक्षा पर चर्चा कार्यक्रम में बतौर  मुख्य अतिथि के रूप में शिरकत करके स्कूली बच्चों के साथ बैठकर तनाव मुक्त परीक्षा पर चर्चा कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मोटिवेशनल स्पीच को भी बच्चों के संग बैठकर ध्यान पूर्वक  सुना।

केन्द्रीय राज्य मंत्री कृष्णपाल गुर्जर ने उपस्थित बच्चो को संबोधित करते हुए कहा कि देश के लोकप्रिय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लाइव प्रसारण के जरिये कहा है कि बच्चों को परीक्षाओ का तनाव मस्तिष्क पर बिल्कुल नहीं रखना चाहिए। तनाव मुक्त परीक्षा देने से बच्चे की खुशी के साथ साथ परिवार के लोग भी खुश रहते हैं। परीक्षा के दौरान हर रोज तनाव मुक्त परीक्षा के सफल संचालन के लिए आधुनिक तकनीकी डिजिटल व्यवस्था के साथ कार्य करके आराम जरूर करें।

केन्द्रीय राज्य मंत्री कृष्ण पाल गुर्जर ने कहा कि बच्चे देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा बताई गई बातों पर आपस में कठिनाई के दौरान सांझा चर्चा करें और अपने मनोबल को बढ़ाते हुए अपनी आने वाली परीक्षा को पूरी तैयारी के साथ तनाव मुक्त परीक्षा दे।उन्होंने कहा कि  अपने जीवन को सफल बनाने के लिए सकारात्मक दृष्टिकोण जरूर बनाएं और परीक्षा को तनाव मुक्त होकर बेहतर तरीके नई टेक्नोलॉजी के साथ पूरा करें। केन्द्रीय राज्य मंत्री कृष्ण पाल गुर्जर ने कहा कि परीक्षाओ को उत्सव के रंग में रंग कर तैयारियां क्रियान्वयन करना सुनिश्चित करें। उन्होंने कहा कि सफलता का सबसे बड़ा मंत्र स्वयं को खुश रख कर अपने सहयोगियों और परिजनों के हर्ष और उल्लास के साथ कार्य को बेहतर अमलीजामा पहनाने की कोशिश करें।

Related Articles

Back to top button