डीसीपी बल्लबगढ़ राजेश दुग्गल ने थाना छायंसा में सीनियर सिटीजन व आमजन को महिला विरुद्ध अपराध, साइबर अपराध व नशा के दुष्परिणाम और वरिष्ठ नागरिकों के अधिकारों के संबंध में जानकारी देकर किया जागरूक

फरीदाबाद, 27 दिसम्बर डीसीपी बल्लभगढ़ राजेश दुग्गल के द्वारा थाना छायंसा में गांवों के सीनियर सिटीजन और आमजन को महिला विरुद्ध अपराध, साइबर अपराध व नशा के दुष्परिणाम और वरिष्ठ नागरिकों के अधिकारों के बारे में जागरूक किया। प्रोग्राम में एसीपी विष्णु प्रसाद, सीनियर सिटीजन प्रभारी माया देवी और थाना प्रबंधक छायंसा ब्रह्मजीत सिंह व थाना पुलिस मौजूद रही इस के साथ गांव के आमजन व वरिष्ठ नागरिकों में सुंदर पाल सिंह, महिपाल सिंह, इंद्रजीत, रणवीर सिंह, तेजपाल सिंह, राजपाल भाटी, देवेंद्र नंबरदार (गांव छायंसा), रामनिवास ,धर्मेंद्र सिंह गांव नवादा से व क्षेत्र के अन्य लोग मौजूद रहे।
डीसीपी बल्लबगढ़ ने लोगों को जागरूक रहते हुए बताया कि-
डीसीपी बल्लबगढ़ ने वरिष्ठ नागरिकों का हाल-चाल पूछ उनकी देखभाल या किसी अन्य प्रकार की समस्या के बारे में जानकारी प्राप्त की। डीसीपी ने बताया कि एरिया में रह रहे वरिष्ठ नागरिक किसी भी प्रकार की सहायता के लिए उन्हें किसी भी समय संपर्क कर सकते हैं। बुजुर्गों की दवा पानी या देखभाल के लिए वरिष्ठ नागरिक कमेटी बनाई गई है जो बुजुर्गों का पूरा ध्यान रखती है।  इसके साथ ही अकेले रह रहे वरिष्ठ नागरिकों को किसी भी प्रकार की मेडिकल इमरजेंसी के विषय में पुलिस से संपर्क करे। वरिष्ठ नागरिकों घर पर अकेले रहते हैं और यदि उन्हें कोई मेडिकल इमरजेंसी हो जाती है तो वह बाहर जाकर अपनी तकलीफ किसी को बताने में असमर्थ होते हैं। इस दशा में वह वरिष्ठ नागरिक सेल या थाने के नंबर पर संपर्क कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि किसी भी प्रकार की मदद के लिए पुलिस बस एक कॉल दूर है। पुलिस उनकी सहायता के लिए तुरंत उपस्थित होगी और उन्हें आवश्यक सहायता दी जाएगी। वृद्धजनों की समस्याओं एवं सुझावों को सुना। फरीदाबाद पुलिस द्वारा जारी वरिष्ठ नागरिक हेल्पलाइन नंबर 7290010000 के बारे में जानकारी दी। इसके साथ ही वहां पर उपस्थित सभी को वरिष्ठ नागरिक रजिस्ट्रेशन के बारे विस्तारपूर्वक बताया। उन्होंने बताया कि वरिष्ठ नागरिक निसंकोच मिलकर अपनी समस्या बता सकते हैं।
साइबर फ्रॉड-
पुलिस टीम के द्वारा बताया टॉस पुरा करने के नाम पर, लैप्स बीमा पॉलिसि का फुल रिटर्न दिलाने के नाम पर,कुछ मिनट में ही लोन देने के लिए, घर बैठे लोन उपलब्ध करवाने का लालच देती हैं और फर्जी ऐप डाउनलोड करता दे, क्रेडिट कार्ड की लिमिट बढवाने के नाम पर, घर बैठे कमाने का लालच, फ्री गिफ्ट, लॉटरी लगना के नाम पर,वाउचर जीतने के नाम पर, KYC के नाम पर, बैंक कर्मी बनकर, विदेश भेजने के नाम पर,जाब दिलाने के नाम पर, अश्र्लील वीडियो कॉल रिकॉर्ड से ब्लैकमेल कर, एईपीएस इत्यादी के नाम पर लोगो के साथ साइबर फ्रॉड किया जाता है। बचाव में किसी भी विदेशी नम्बर से कॉल आए तो नजरअंदाज करे। व्हाट्सएप पर अनजान नम्बर से विडियो कॉल/कॉल आने पर नजरअंदाज करें। किसी की बहकावे में ना आए क्योकि यूट्यूब चैनल को लाइक और सब्सक्राइब करने पर पैसे नही मिलते। हमें इस तरह के किसी भी झांसे में नही आना है और इस तरह की कोई भी कॉल आती है तो कॉल को डिस्कनेक्ट कर देनी चाहिए। आगर आपके साथ कोई फ्रॉड होता है तुरंत साइबर हेल्पलाइन 1930 पर शिकायत दर्ज करे।
डायल 112 –
पुलिस टीम ने नागरिकों को डायल 112 प्रोजेक्ट के बारे में अवगत कराते हुए बताया कि कैसे डायल 112 प्रोजेक्ट काम करता है। जैसे ही डायल 112 की कॉल पुलिस तक पहुंचती है। पुलिस की गाड़ी 10 से 15 मिनट के अंदर शिकायतकर्ता के पास पहुंचती है और शिकायतकर्ता की समस्या का निवारण करती है। इसके साथ ही यदि कोई व्यक्ति दुर्घटना या घटना में घायल हुआ है। उसके प्राथमिक उपचार के लिए गाड़ी में फर्स्ट एड किट भी उपलब्ध होती है जिसे तुरंत उपचार देकर घायल को अस्पताल पहुंचाया जाता है।
नशा के दुष्परिणाम –
पुलिस टीम ने बताया नशे से होने वाली स्वास्थ्य व धन की हानि के संबंध में जानकारी देते हुए बताया कि नशे की बुरी लत से हमारे स्वास्थ के साथ साथ धन की हानि होती है। नशे से हजारों लाखों घर बर्वाद हो चुके है। नौजवान बच्चे शौक शौक में नशे की बुरी लत को पाल लेते हैं। बाद में नशे की पूर्ति के लिए क्राइम का सहारा लेते हैं जिसमें नौजवान चोरी, स्नैचिंग, लूट तथा अवैध हथियार के साथ वारदातों को अंजाम देते हैं जिसके कारण उनकी हंसती खेलती जिंदगी बर्बाद हो जाती है। हमें नशे से शुरुआत में ही लड़ना चाहिए जिससे कि हम अपनी स्वास्थ्य व धन के साथ अपने परिवार की खुशियों को बचा सके। पुलिस टीम ने छात्रों व अध्यापकों के साथ नशा न करने की शपथ ली। साथ ही अगर उनके क्षेत्र में कोई नशा तस्करी,नशा बेचने संबंध में कार्य करता है तो पुलिस के टोल फ्री नंबर 9050891508 पर सूचना भी दे। सूचना देने वाले की पहचान गुप्त रखी जाएगी।

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