भारत में टैक्स चुकाने वाले 2 करोड़ से कम: कुल आबादी में सिर्फ 6% ही टैक्सपेयर, अमेरिका में 60% लोग करदाता

हमारे देश में महज 6% टैक्सपेयर हैं, जिनमें भी 5.5% पर शून्य टैक्स है। 2020-21 में आखिरी बार सार्वजनिक हुए आंकड़ों के मुताबिक, देश की कुल 132 करोड़ की आबादी में 8.22 करोड़ टैक्सपेयर थे। इनमें 7.5 करोड़ शून्य टैक्स के दायरे में थे। वहीं, एक बड़ी आबादी मोटी कमाई करने के बावजूद कोई टैक्स नहीं चुका रही। न सिर्फ सरकार बल्कि कई अर्थशास्त्री भी इस पर चिंता जता चुके हैं। ऐसे में लगभग 1.5 करोड़ टैक्सपेयर्स के दम पर ही केंद्र सरकार को इनकम टैक्स कलेक्शन करना पड़ रहा है। अमेरिका में 60% आबादी इनकम टैक्स भरती है। देश के इनकम टैक्स कलेक्शन में 48% हिस्सेदारी UP-बिहार और MP समेत 5 राज्यों की है। देश में 1 करोड़ से ज्यादा टैक्स देने वालों की संख्या 5 हजार से ज्यादा…
  • 1 लाख रु. से ज्यादा टैक्स भरने वालों की संख्या : 30,08,033
  • 1-10 लाख रुपए के बीच टैक्स चुकाने वाले करदाता : 27,93,463
  • 10-50 लाख रु. तक टैक्स चुकाने वालों की तादाद : 1,96,535
  • 50 लाख से 1 करोड़ रुपए टैक्स देने वालों का आंकड़ा : 12,963
  • 1 करोड़ रुपए से ज्यादा टैक्स चुकाने वालों की संख्या : 5,072
  • UP सबसे कमाऊ; 18% हिस्सा यहीं से आता है
  • केंद्र द्वारा कुल टैक्स कलेक्शन में राज्यों के हिस्से 10.21 लाख करोड़ रु. आते हैं, जिसमें UP 1.8 लाख करोड़ रु. यानी 18% की हिस्सेदारी के साथ पहले पर है।
  • बिहार की 10%, मध्यप्रदेश की 8% और महाराष्ट्र-राजस्थान की 6-6% है।
  • हर साल 11% की रफ्तार से बढ़ रहे हैं करोड़पति
  • वित्त मंत्री द्वारा राज्यसभा में दिए जवाब के मुताबिक, साल 2021-22 में 10 लाख से एक करोड़ रु. कुल इनकम वाले लोग 77 लाख हो गए।
  • वेल्थ हुरुन इंडिया-2021 की रिपोर्ट के मुताबिक, देश में एक साल के अंदर 7 करोड़ से ज्यादा संपत्ति वाले 11% बढ़कर 4.58 लाख हो गए।

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