चरवाहे के रूप में मिली पेंटिंग की विरासत

-दीवारों पर बनाए स्कैच ने छुट्टïन लाल को बना दिया मशहूर आर्टिस्ट
-महज चंद मिंटों में पर्यटकों का बना रहे स्कैच,कला को देखकर हर कोई हैरान
सूरजकुंड (फरीदाबाद),16 फरवरी। आजादी अमृत महोत्सव की श्रंृखला में चल रहे 36 वें सूरजकुंड अंतरराष्टï्रीय हस्तशिल्प मेला में आर्टिस्ट छुट्टïन लाल मीणा की कलाकारी किसी से छुपी हुई नहीं है। आम चलते व्यक्ति का स्कै च बनाकर उसका हाथोंहाथ फोटो बनाना छुट्टन लाल के लिए बांए हाथ का खेल है। राजस्थान के जिला दौसा के गांव ढोलका के रहने वाले छुटटन लाल के बचपन के शौक ने ही उसे मशहुर कलाकार बना दिया,आज उनकी बनाई गई पेटिंगस की भारत में ही नहीं बल्कि साऊदी अरब, इरान, आस्टे्रलिया आदि देशों में अच्छी खासी डिमांड है।
पशु-पक्षियों की आकृति ने दिखाई कला की राह
दिल्ली कालेज ऑफ फाइन आर्ट से स्नातकोत्तर आर्टिस्ट छुटटन लाल बताते हैं कि उनके पिता श्रीराम प्रताप मीणा एक किसान हैं, वे बचपन में अपनी गाय, भैंस आदि पशुओं को खेतों में ले जाते समय उनका जगह-जगह दीवारों और धरती पर स्कैच बनाते थे, साथ ही खेतों में भेड़ व बकरियों के स्कैच की कला ने उनका जीवन ही बदल दिया। पिता प्रताप मीणा को जब ग्रामीणों ने मेरे स्कैच दिखाए तो, पिता ने आर्ट की पढाई के लिए प्रेरित किया और आज अपनी पेंटिंग के बलबूते पर देश व विदेशों में नाम कमा रहे हैं। ललित कला अकादमी और इंडिया हैबीटेट सैंटर में वे कई बार पेंटिंग की प्रदर्शनी लगा चुके हैं, जहां उनकी पेंटिंग को खासा रिस्पांस मिला है।
देश के मशहूर होटलों की शोभा बढा रही पेंटिंगस
मेला परिसर में स्टॉल नंबर-980 पर मौजूद छुट्टïन लाल के पास पर्यटकों की स्कैच बनवाने की भीड़ लगी रहती है,वे अपने सहयोगी कलाकारों के साथ मेला में पेंटिंग बनाने का कार्य बखूबी कर रहे हैं। उनका कहना है कि उनकी स्टॉल से कोई भी व्यक्ति बिना पेंटिंग के ना जाए, इसके लिए वे पूरी तैयारी के साथ मेला में आए हैं। देश के नामी होटलों में उनकी बनाई गई पेंटिंग ग्राहकों को बहुत आकर्षित करती हैं।
स्कैच बनवाने के साथ ही जानकारी ले रहे पर्यटक
आर्टिस्ट मीणा बताते हैं कि मेला परिसर में कला शिल्पकार भी विभिन्न स्टॉलों पर अपने उत्पादों का बेहतरीन प्रदर्शन कर रहे हैं, मगर उनकी पेंटिंग स्टॉल को देखते ही हर कोई बारीकी से जानकारी भी ले रहा है। मेला में भारत ही नहीं विदेशी पर्यटकों से मिलकर उनको बेहद खुशी का अहसास हो रहा है, साथ ही पर्यटक उनसे पेंटिंग को लेकर बारीकी से जानकारी ले रहे हैं। छुट्टïन लाल मीणा सरकार और मेला प्रशासन का भी एक सशक्त प्लेटफार्म उपलब्ध कराने के लिए धन्यवाद व्यक्त करते हुए कहते हैं कि वे प्रतिवर्ष इस मेले में अपनी पेंटिंग को पर्यटकों के लिए उपलब्ध कराते रहेंगे।

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