अग्रवाल महाविद्यालय बल्लभगढ़ में चल रहा विश्वविद्यालय स्तरीय राष्ट्रीय सेवा योजना शिविर
फरीदाबाद। अग्रवाल महाविद्यालय में गत 23 मार्च से चल रहे सात दिवसीय विश्वविद्यालय स्तरीय राष्ट्रीय सेवा योजना शिविर के छटे दिन भी स्वयंसेवकों ने शिविर की शुरूआत योग से की। शिविर में आज मुख्य वक्ता के रूप में हरीश जो एनएसएस के ऐसे स्वयंसेवक हैं जिन्होंने राष्ट्रीय एकता शिविर में भाग लिया हुआ है और राष्ट्रपति से भी सम्मानित हैं, आज स्वयंसेवकों ने अपने बीच में से एक वक्ता को पाकर अपने गौरवांवित महसूस किया।
उन्होंने “काम वो गैर जरूरी हैं जो सब करते हैं, एनएसएस वाले कुछ नहीं करते बस गज़ब करते हैं” जैसी पंक्तियों से स्वयंसेवकों को प्रेरित किया। उन्होंने कहा की खास लोगों को ही एनएसएस से जुडऩे का अवसर प्राप्त होता है और एनएसएस कोई संगठन नहीं है यह एक सोच, विचारधारा एक जीवनशैली है जो एक व्यक्ति को व्यक्तित्व की ओर ले जाती है।
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उन्होंने कहा की राष्ट्रीय अवार्ड पाने के लिए एनएसएस को मोटो मैं नहीं आप को जीना होगा। महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ0 कृष्ण कांत जी चाहते हैं शिविर की थीम “भारतीय युवा:चरित्र, व्यक्तित्व एवम स्वाबलंबन” को सार्थक बनाने के लिए सभी गतिविधियां की जाएं। आज स्वयंसेवकों के मध्य अंतर महाविद्यालय एकल गान व एकल नृत्य प्रतियोगिताएं भी आयोजित की गईं जिनमें स्वयंसेवकों ने बढ़-चढ़कर भाग लिया व बेहतरीन प्रस्तुतियां दीं।
पुरुषों व महिलाओं में समानता, नशामुक्ति की लिए शपथ, कौशल समावेश, बौद्धिक स्वास्थय, यातायात जागरूकता, पर्यावरण जागरूकता आदि विषयों पर बल दिया जा रहा है। आज शिविर में स्वयंसेवकों के बीच खेलकूद जैसे दौड़, ऊंची कूद, गोला फेंक की प्रतियोगिताएं भी कराई गईं जिनमें स्वयंसेवकों ने बढ़-चढ़कर भाग लिया। खेलकूद प्रतियोगिताओं के आयोजन के पीछे मुख्य लक्ष्य स्वयंसेवकों में बौद्धिक विकास के साथ-साथ शारीरिक विकास करना है।
गौरतलब है इस विश्वविद्यालय स्तरीय राष्ट्रीय सेवा योजना शिविर में महर्षि दयानंद विश्वविद्यालय के अंतर्गत आने वाले 10 महाविद्यालयों के 133 स्वयंसेवक भाग ले रहे हैं यह शिविर 29 मार्च 2023 तक चलेगा। महाविद्यालय प्राचार्य डॉ0 कृष्ण कांत जी ने शिविर के कुशल संचालन के लिए शिविर के समग्र प्रभारी डॉ. अशोक कुमार निराला, एनएसएस कार्यक्रम अधिकारी डॉ. शोभना गोयल, डॉ. सुप्रिया ढांडा, सुभाष कैलोरिया, लवकेश, मनमोहन सिंगला, व शिविर से जुड़े सभी गैर-शिक्षक वर्ग की प्रसंशा की।