महिला थाना एनआईटी व दुर्गा शक्ति की टीम ने जीबीएन सिनियर सेकेंडरी स्कूल में छात्र छात्राओं को महिला विरुद्ध अपराध, आईटी एक्ट व साइबर फ्रॉड के बारे में किया जागरूक

फरीदाबाद :  पुलिस आयुक्त विकास कुमार अरोड़ा के दिशा निर्देश के तहत कार्य करते हुए महिला थाना एनआईटी प्रभारी इंस्पेक्टर माया उनकी टीम ने सेक्टर 21D स्थित जीबीएन सिनियर सेकेंडरी स्कूल में आज छात्र छात्राओं को जागरूक करने का सराहनीय कार्य किया है।

पुलिस प्रवक्ता सूबे सिंह ने बताया कि महिला थाना एनआईटी व दुर्गा शक्ति की टीम आज छात्रों को जागरूक करने के लिए जीबीएन सिनियर सेकेंडरी स्कूल में पहुंची जहां पर स्कूल प्रिंसिपल ने पुलिस टीम का स्वागत करते हुए उन्हें गुलदस्ता भेंट किया। वहां पर मौजूद छात्र-छात्राओं तथा शिक्षकों को महिला विरुद्ध अपराध के बारे में जागरूक करते हुए पुलिस टीम ने बताया कि भारतीय समाज के पुरुष प्रधान होने की वजह से महिलाओं को बहुत अत्याचारों का सामना करना पड़ता है।

आमतौर पर महिलाओं को जिन समस्याओं का सामना करना पड़ता है उनमें दहेज हत्या, यौन उत्पीड़न महिलाओं से लूटपाट, लड़कियों से राह चलते छेड़छाड़ इत्यादि शामिल है। भारतीय दंड संहिता के अनुसार बलात्कार , अथवा बहला-फुसलाकर भगा ले , शारीरिक व मानसिक शोषण दहेज के लिए मार , पत्नी से , यौन उत्पीड़न आदि को गंभीर अपराध की श्रेणी में रखा गया है। उन्होंने बताया कि महिला विरुद्ध अपराध का अर्थ है कि किसी महिला को शारीरिक या मानसिक रूप से प्रताड़ित करना। मानसिक रूप से प्रताड़ित करने पर महिला को शारीरिक चोट तो नहीं पहुंचती परंतु इससे उनके दिलों दिमाग पर गहरा आघात जरूर पहुंचता है

। बलात्कार, हत्या, अपहरण आदि को अपराधिक हिंसा की श्रेणी में गिना जाता है या दफ्तर या घर में दहेज के लिए मारना, यौन शोषण, पत्नी से मारपीट, बदसलूकी जैसी घटनाएं घरेलू हिंसा का उदाहरण है। लड़कियों से छेड़छाड़, पत्नी को भ्रूण हत्या के लिए मजबूर करना आदि सामाजिक हिंसा के अंतर्गत आती है। यह सभी घटनाएं महिलाओं और समाज के बड़े हिस्से को प्रभावित करती हैं। आप सभी छात्रों को इस प्रकार के महिला विरुद्ध अपराधों के खिलाफ एकजुट होकर खड़े होना होगा।

उन्होंने कहा कि छात्र इसे अपनी जिम्मेवारी समझे और अपने अधिकारों के लिए जागरूक होकर अपनी आवाज बुलंद करें। इसके लिए पुलिस हमेशा आपके साथ है। इसके अलावा पुलिस टीम ने छात्रों को साइबर अपराध से बचने के लिए अपना बैंक खाता, क्रेडिट या डेबिट कार्ड की कोई जानकारी किसी के साथ साझा न करने की हिदायत दी। इसके साथ ही पुलिसकर्मियों ने महिला हेल्पलाइन 1091, डायल 112, दुर्गा शक्ति एप के बारे में छात्राओं को जानकारी देते हुए बताया कि यदि आपको कहीं पर भी महिला विरुद्ध अपराध घटित होता दिखाई दे तो वह इसकी सूचना तुरंत पुलिस को दी पुलिस द्वारा इस प्रकार के आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी

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