पर्यावरण संरक्षण पर जीवा के छात्रों ने दिया संदेश

फरीदाबाद, 21 अप्रैल। फरीदाबाद सैक्टर 21 बी स्थित जीवा पब्लिक स्कूल के छात्रों ने अनोखे ढंग से अर्थ डे मनाया। 22 अप्रैल को पूरे विश्व में अर्थ डे मनाया जाता है। विश्व में अलग अलग ढंग से अर्थ डे के लिए विशेष कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं। वहीं जीवा पब्लिक स्कूल में छात्रों ने अनोखे अंदाज में अर्थ वीक ;सप्ताह द्ध मनाया। विद्यालय के प्रांगण में छात्रों ने सप्ताह भर भिन्न भिन्न प्रकार से क्रिया कलाप किए एजैसे छात्रों ने वेस्ट मैटीरियल्स से सुंदर सुंदर उपयोगी चीजें तैयार कीए विद्यालय परिसर में लगे विभिन्न पेड़ पौधों के विषय में जानकारी प्राप्त कीए छात्रों ने रैली निकाल कर पर्यावरण के प्रति सबको जागरूक कियाए विद्यालय परिसर में विभिन्न औषधीय गुणों से युक्त पौधे लगाएए वृक्षों की अनिवार्यता को देखते हुए पोस्टर भी बनाए। इसके अलावा प्रार्थना सभा के दौरान भी विशेष कार्यक्रम प्रस्तुत किए। कार्यक्रम में छात्रों ने स्वरचित कविता प्रस्तुत कीए अपने लक्ष्य बताएए नुक्कड़ नाटक प्रस्तुत किया।

नुक्कड़ नाटक में छात्रों ने बताया कि प्रतिदिन पृथ्वी विनाश की ओर जा रही है और उसकी विनाश का कारण मनुष्य है। मनुष्य अपने स्वार्थ की पूर्ति के लिए संसार की प्रत्येक वस्तु का प्रयोग करता है। अब समय आ गया है कि मनुष्य पृथ्वी के संरक्षण के विषय में भी कार्य करें। छात्रों ने संदेश दिया कि हमारा कर्तव्य बनता है कि हम पृथ्वी का सरंक्षण करें। किंडरगार्टन के छात्रों ने भी अपने ढंग से पर्यावरण संरक्षण का संदेश दिया। उन्होंने अपनी कक्षा के बाहर लगे ग्रीन बोर्ड पर पृथ्वी को बचाने का संदेश देते हुए अनेक चित्र एवं उसके संरक्षण के उपायों को प्रदर्शित किया। नन्हे मुन्ने छात्रों ने विद्यालय में लगे पेड़ों को गले लगाया। छात्रों ने बताया कि वृक्ष हमारे सच्चे मित्र हैंए हमें उनकी रक्षा करनी चाहिए। इसके अलावा विद्यालय में छात्र अपने जन्मदिन के अवसर पर एक पौधा भी लाते हैं और विद्यालय के प्रांगण में लगाते हैं तथा उनकी देखभाल विद्यालय की नैचुरलिस्टक टीम के द्वारा किया जाता है। इस अवसर पर विद्यालय के अध्यक्ष श्री ऋ षिपाल चौहान उपाध्यक्षा श्रीमती चंद्रलता चौहान ने छात्रों के द्वारा प्रस्तुत कार्यक्रमों की सराहना की। प्रधानाचार्या श्रीमती अपर्णा शर्मा ने सभी छात्रों को संबोधित करते हुए कहा कि हमें धरती माता की रक्षा करनी चाहिए एवं सम्मान भी करना चाहिए।कैप्शनरू. कार्यक्रम में अपनी प्रस्तुति देते हुए।

 

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button