कुलपति डॉ. राज नेहरू को अहम दायित्व

तीन वर्ष के लिए हिमाचल प्रदेश केंद्रीय विश्वविद्यालय की शैक्षणिक परिषद के सदस्य मनोनीत

फरीदाबाद, 29 अप्रैल।  श्री विश्वकर्मा कौशल विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. राज नेहरू को हिमाचल प्रदेश केंद्रीय विश्वविद्यालय (धर्मशाला) की शैक्षणिक परिषद का सदस्य मनोनीत किया गया है। उनका कार्यकाल तीन वर्ष का होगा। इस संबंध में केंद्रीय विश्वविद्यालय के कुलसचिव प्रो. विशाल सूद ने पत्र जारी किया है। कुलपति डॉ. राज नेहरू ने इस मनोनयन के लिए हिमाचल प्रदेश केंद्रीय विश्वविद्यालय के कुलपति और कुलसचिव का आभार ज्ञापित किया है। उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश केंद्रीय विश्वविद्यालय के शैक्षणिक क्षेत्र में अधिक से अधिक योगदान देने का प्रयास रहेगा। शैक्षणिक परिषद का सदस्य होने के नाते केंद्रीय विश्वविद्यालय की शैक्षणिक गुणवत्ता को और अधिक बढ़ाने की दिशा में ठोस प्रयास किए जाएंगे। कुलपति डॉ. राज नेहरू ने कहा कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति के अनुसार शैक्षणिक प्रारूप में बड़े परिवर्तन किए जाने अपेक्षित हैं। इसके लिए शैक्षणिक ढांचे में काफी बड़े बदलाव होने हैं। इसमें विश्वविद्यालयों की शैक्षणिक परिषद की महत्वपूर्ण भूमिका है। विशेष तौर पर विश्वविद्यालयों के कोर्स और पाठ्यक्रम को रोजगारपरक बनाए जाने की आवश्यकता है। राष्ट्रीय शिक्षा नीति का रोजगारोन्मुखी शिक्षा पर सबसे ज्यादा बल है।

शैक्षणिक परिषद इस बिंदु पर अपना ध्यान केंद्रित करेगी। राष्ट्रीय शिक्षा नीति के प्रावधानों को शीघ्र लागू करना भी एक बड़ी प्राथमिकता होगी। कुलपति डॉ. राज नेहरू ने कहा कि हिमाचल प्रदेश केंद्रीय विश्वविद्यालय के साथ शैक्षणिक परिषद के सदस्य के तौर पर जुडऩा गर्व का विषय है। इस विश्वविद्यालय के कुलपति और अन्य अकादमिक विशेषज्ञों के साथ मिलकर शैक्षणिक आयामों को और अधिक गुणवत्ता प्रदान करने का संकल्प रहेगा। गौरतलब है कि इससे पूर्व भी कुलपति डॉ. राज नेहरू विश्वविद्यालय अनुदान आयोग की समिति समेत कई अन्य राष्ट्रीय स्तर के महत्वपूर्ण शिक्षण संस्थानों के साथ जुड़े हुए हैं। उन्हें यह नया दायित्व मिलने पर श्री विश्वकर्मा कौशल विश्वविद्यालय के कुलसचिव प्रो. आर एस राठौड़ और डीन एकेडमिक अफेयर्स प्रो. ज्योति राणा ने बधाई दी।

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