अकादमिक उत्कृष्टता से तैयार होंगे भविष्य के नागरिक -प्रो. कुठियाला

हरियाणा उच्च शिक्षा परिषद के पूर्व अध्यक्ष प्रो. बृजकिशोर कुठियाला का दायित्व मुक्त होने पर श्री विश्वकर्मा कौशल विश्वविद्यालय में हुआ भव्य सम्मान

फरीदाबाद,15 मई। हरियाणा उच्च शिक्षा परिषद के पूर्व अध्यक्ष प्रो. बृजकिशोर कुठियाला ने कहा कि उच्च शिक्षण संस्थान का सृजन अहम दायित्व है। अकादमिक उत्कृष्टता से ही भविष्य के लिए आदर्श नागरिक तैयार किए जा सकते हैं। यह दायित्व उच्च श्रेणी के शिक्षण संस्थान ही निभा सकते हैं। श्री विश्वकर्मा कौशल विश्वविद्यालय समाज की इन्हीं कल्पनाओं को साकार कर रहा है। वह विश्वविद्यालय में ‘उत्कृष्ट संस्थान निर्माण में अकादमिक प्रशासन तथा उत्तरदायित्व का महत्व’ विषय पर आयोजित व्याख्यान में मुख्य अतिथि के रूप में बोल रहे थे। श्री विश्वकर्मा कौशल विद्यालय में पहुंचने पर कुलपति डॉ. राज नेहरू, गुरुग्राम विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. दिनेश अग्रवाल, चौधरी बंसीलाल विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. राजकुमार मित्तल और आईआईएलएम यूनिवर्सिटी की वाइस चांसलर प्रो. सुजाता शाही ने प्रो. कुठियाला का भव्य स्वागत किया। इस मौके पर प्रो. बृजकिशोर कुठियाला ने कहा कि अकादमिक उत्कृष्टता और प्रबंधन किसी भी उच्च शैक्षणिक संस्थान के लिए महत्वपूर्ण हैं। शिक्षण संस्थान को बनाना रचनात्मक सृजन है।

श्री विश्वकर्मा कौशल विश्वविद्यालय के संस्थापक कुलपति डॉ. राज नेहरू को इस अद्भुत सृजन के लिए उन्होंने बधाई दी और मुक्त कंठ प्रशंसा की। प्रो. बृजकिशोर कुठियाला ने कहा कि यह विश्वविद्यालय हमेशा के लिए नवाचारी सृजन है। समाज के लोग अपने बच्चों को शिक्षकों के हाथों में सौंप देते हैं। समाज उनकी बेहतरी की अपेक्षा करता है। समाज भविष्य के लिए एक सपना देखता है और यह एक सामूहिक कल्पना होती है। इस मौके पर श्री विश्वकर्मा कौशल विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. राज नेहरू ने हरियाणा उच्च शिक्षा परिषद के अध्यक्ष के रूप में प्रो. बृजकिशोर कुठियाला की उपलब्धियों को अभूतपूर्व बताया। उन्होंने कहा कि प्रोफेसर कुठियाला ने नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति के क्रियान्वयन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। कुलपति डॉ. राज नेहरू ने कहा कि प्रो. बृजकिशोर कुठियाला ने हमेशा एक संरक्षक की भूमिका निभाते हुए सभी विश्वविद्यालयों का मार्गदर्शन किया है।

आने वाले लंबे समय तक उनका मार्गदर्शन इन उच्च शिक्षण संस्थानों का आगे बढऩे की दिशा में मार्ग प्रशस्त करेगा। कुलपति डॉ. राज नेहरू ने कहा कि प्रो. कुठियाला का अनुभव सभी शिक्षण संस्थानों के लिए हमेशा मार्गदर्शन करता रहेगा। प्रो. कुठियाला के दायित्व मुक्त होने पर चारों कुलपतियों ने उन्हें सम्मानित किया। इससे पूर्व प्रोफेसर बृजकिशोर कुठियाला ने विश्वविद्यालय के नवनिर्मित परिसर का भ्रमण किया और अत्याधुनिक प्रयोगशालाओं का अवलोकन भी किया। उन्होंने कहा कि इन प्रयोगशालाओं में कौशल पल्लवित होगा। श्री विश्वकर्मा कौशल विश्वविद्यालय के कुलसचिव प्रो. आर एस राठौड़ ने अतिथियों का आभार ज्ञापित किया। डीन एकेडमिक अफेयर्स प्रोफेसर ज्योति राणा ने कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. सोमनाथ सचदेवा का संदेश पढ़कर सुनाया। इस अवसर पर डीन प्रो. निर्मल सिंह, प्रो. आशीष श्रीवास्तव , प्रो. रणजीत सिंह सहित काफी संख्या में प्रोफेसर और अधिकारी उपस्थित ।

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button