मानव रचना में तीन दिवसीय साहित्यिक उत्सव लिट दीया 2023 का समापन, छात्रों के लिए साहित्यिक गतिविधियों का हुआ आयोजन
फरीदाबाद,15 मई। मानव रचना इंटरनेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ रिसर्च एंड स्टडीज स्थित मंडाला ऑडिटोरियम में अंग्रेजी विभाग व मीडिया अध्ययन और मानविकी संकाय (एफएमईएच) की ओर से तीन दिवसीय वार्षिक अंतर्राष्ट्रीय साहित्यिक उत्सव लिट दीया 2023 सम्पन्न हुआ। इस वार्षिक कार्यक्रम के जरिए छात्रों को साहित्य की शैक्षिक, मनोरंजक और कौशल कलाओं से रूबरू कराया गया। कार्यक्रम का आयोजन एफएमईएच निदेशक व अंग्रेजी विभाग की एचओडी डॉ. शिवानी वशिष्ठ और एफएमईएच डीन डॉ. मैथिली गंजू की देखरेख में हुआ।। कार्यक्रम की शुरुआत सभी सम्मानित अतिथियों ने दीप जलाकर की।
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इसके बाद में बीए (ऑनर्स) अंग्रेजी की छात्रा मनप्रीत कौर ने गणेश वंदना पेश की। डॉ. शिवानी वशिष्ठ ने सभी अतिथियों और छात्रों का फेस्टिवल में स्वागत किया। वहीं डॉ. मैथिली गंजू ने साहित्य अकादमी युवा पुरस्कार 2022 जीतने वाले मिहिर वत्स को सम्मानित किया। इस दौरान ट्रिनिटी इंस्टीट्यूट ऑफ प्रोफेशनल स्टडीज, लिंग्याज, एमिटी यूनिवर्सिटी, केएम पब्लिक स्कूल, मानव रचना स्कूल सहित कई संस्थानों ने भाग लिया। मौके पर छात्रों के लिए स्पेलेथॉन, कविता पाठ, पेंटिंग, ट्रेजर हंट, लिट दीया आइकॉन और फैशन शो आदि प्रतियोगिताओं का आयोजन भी किया गया। जिसमें छात्रों ने खूब प्रतिभा दिखाई।कार्यक्रम की शुरुआत में बुक टॉक का आयोजन हुआ, जिसमें मिहिर वत्स की अवॉर्ड विनिंग पुस्तक टेल्स ऑफ हजारीबाग – एन इंटिमेट एक्सप्लोरेशन ऑफ छोटानागपुर पठार पर सहायक प्रोफेसर डॉ. सुमाल्या मुखोपाध्याय ने विस्तारपूर्वक चर्चा की । वहीं मिहिर वत्स ने श्रोताओं के सवालों के जवाब दिए।
इसके बाद गेस्ट लेक्चर हुआ जिसमें हिमाचल प्रदेश केंद्रीय विश्वविद्यालय से प्रोफेसर रोशनलाल शर्मा ने साहित्य और समकालीन समय में रचनात्मकता विषय पर व्याख्यान दिया। कार्यक्रम के दौरान ऑनलाइन मोड में क्रिएटिव राइटिंग कार्यशाला आयोजित हुई। इसमें ओलंपिक कॉलेज, यूनिवर्सिटी ऑफ वाशिंगटन, यूएसए में अंग्रेजी के प्रोफेसर अर्लीन प्लेविन ने सभी को लेखन की बारीकियां सिखाई। कार्यक्रम के अंत में सिनेमा के माध्यम से साहित्य का पुनरावलोकन” विषय पर पैनल डिस्क्शन आयोजित हुआ जिसमें बतौर पैनलिस्ट गुरु गोविंद सिंह इंद्रप्रस्थ विश्वविद्यालय दिल्ली से प्रो. विवेक सचदेवा, इंदिरा गांधी राष्ट्रीय मुक्त विश्वविद्यालय (इग्नू) से डॉ. नंदिनी साहू, देशबंधु कॉलेज डीयू से प्रो. कृष्णन उन्नी पी व पूर्व यूजीसी एमेरिटस फेलो जेएनयू प्रो. हरीश नारंग ने विचार रखे।