सोशल मीडिया पर प्रतिष्ठित कॉलेज या शिक्षण संस्थान में कम पैसों में एडमिशन दिलाने वाले लुभावने विज्ञापनों से बचें छात्र
फरीदाबाद,16 मई। डीसीपी मुख्यालय एवं साइबर अपराध नोडल अधिकारी हेमेंद्र कुमार मीणा द्वारा छात्रों व उनके माता-पिता को दाखिले के दौर में साइबर ठगी से बचाने के लिए जागरूकता अभियान चलाकर जागरुक करने के निर्देश दिए गए हैं जिसके तहत फरीदाबाद पुलिस छात्रों में सहित आमजन को इस प्रकार की भी साइबर ठगी से बचाने का हर संभव प्रयास कर रही है। पुलिस प्रवक्ता सूबे सिंह ने बताया कि अभी हाल ही में हरियाणा व सीबीएसई बोर्ड द्वारा 12वीं कक्षा के परिणाम घोषित किए गए हैं जिसके पश्चात अब आगे कॉलेज या शिक्षण संस्थानों में एडमिशन का दौर शुरू हो चुका है।
शिक्षण संस्थान में दाखिला लेने के लिए छात्र ऑनलाइन सर्च करते हैं जहां उन्हें सोशल मीडिया पर विभिन्न प्रकार के विज्ञापन दिखाई देते हैं। इसी बीच कुछ साइबर अपराधी सोशल मीडिया पर सक्रिय हो जाते है और नामी कॉलेज व शिक्षण संस्थान की फर्जी वेबसाइट बनाकर उस नाम से सोशल मीडिया पर लुभावने विज्ञापन पोस्ट करते हैं जिसमें वह कम पैसों में प्रतिष्ठित कॉलेज या शिक्षण संस्थान में एडमिशन दिलवाने का लालच देते हैं। जागरूकता के अभाव में छात्र या उनके माता-पिता इसकी सत्यता जाने बिना इस प्रकार के लुभावने विज्ञापनों के चंगुल में फंस जाते हैं और साइबर ठगी का शिकार हो जाते हैं। इसी से बचाव के लिए फरीदाबाद पुलिस द्वारा विभिन्न स्कूलों में जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है जिसमें छात्रों को इस प्रकार के साइबर ठगी से बचाने के बारे में जानकारी दी जा रही है।
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यह जागरूकता अभियान स्कूल कॉलेजों के साथ-साथ सेक्टर, सोसायटी और गांव में भी चलाया जाएगा जिसमें आरडब्लूए, ग्राम प्रधान, पार्षद आदि की मदद लेकर आमजन को जागरूक किया जाएगा ताकि वह साइबर ठगी का शिकार होने से बच सकें। पुलिसकर्मियों द्वारा आमजन को जागरूक किया जा रहा है जिसमें उनको बताया जाता है कि दाखिले के लिए ऑनलाइन सर्च करने के दौरान सावधानी बरतें और दाखिले के लिए डाले जा रहे विज्ञापन की पहले सत्यता जांच लें और उसके बाद उस कॉलेज या शिक्षण संस्थान के अधिकारिक कांटेक्ट नंबर पर संपर्क करके यह कंफर्म कर ले कि यह विज्ञापन उन्हीं के द्वारा डाला गया है। पुलिस द्वारा सोशल मीडिया, समाचार पत्र व अन्य माध्यमों के द्वारा साइबर ठगी के प्रति आमजन को जागरूक किया जा रहा है और इस प्रकार की फर्जी वेबसाइट व शिक्षण संस्थानों के फर्जी विज्ञापन डालने वालों पर पुलिस नजर बनाए हुए हैं और इस प्रकार की साइबर ठगी में शामिल आरोपियों की धरपकड़ कर उनके खिलाफ कानून के तहत सख्त कार्रवाई की जाएगी।