रावल इंस्टिट्यूशंस के बी.एड. के छात्रों के स्कूल टीचिंग प्रैक्टिस का समापन

फरीदाबाद, 01 जून। रावल इंस्टिट्यूशंस का मुख्य उद्देश्य छात्र अध्यापकों में  शिक्षण की  गुणवत्ता को विकसित करके  राष्ट्र  के विकास में गुणवत्तापूर्ण शिक्षक प्रदान करना रहा है। बी.एड. के द्वितीय वर्ष में स्कूल अनुभव कार्यक्रम बी.एड.पाठ्यक्रम का एक अभिन्न अंग है। स्कूल अनुभव कार्यक्रम में छात्र अध्यापकों को स्कूल के वास्तविक वातावरण में शिक्षण करने का अवसर प्रदान किया जाता है ताकि वहां के अनुभव को प्रयोग करके छात्र अध्यापक एक अच्छे अध्यापक बन सके। इस कार्यक्रम के तहत रावल कॉलेज ऑफ एजुकेशन द्वारा छात्र अध्यापकों को विभिन्न सरकारी स्कूलों में शिक्षण करने का अवसर प्रदान किया गया।

जहां पर उन्होंने उत्तम शिक्षण के कौशल को अपने अंदर विकसित किया साथ ही साथ छात्र अध्यापकों ने अनेक पाठ्य सहगामी क्रियाओं का भी आयोजन किया। गवर्नमेंट गर्ल्स सीनियर सेकेंडरी स्कूल, ओल्ड फरीदाबाद में वैशाखी के अवसर पर एकल नृत्य प्रतियोगिता का आयोजन किया गया । गवर्नमेंट मॉडल सीनियर सेकेंडरी स्कूल,  सराय ख्वाजा में पृथ्वी दिवस के अवसर पर पोस्टर मेकिंग प्रतियोगिता का आयोजन किया गया गवर्नमेंट मॉडल सीनियर सेकेंडरी स्कूल, सेक्टर 28 में अन्तर्राष्ट्रीय नृत्य दिवस के अवसर पर एकल नृत्य और ग्रुप नृत्य  प्रतियोगिता का आयोजन किया गया ।

रावल कॉलेज ऑफ एजुकेशन द्वारा इन प्रतियोगिता में भाग लेने वाले विजेताओं को प्रमाणपत्र भी प्रदान किए गए द्य रावल कॉलेज ऑफ एजुकेशन की प्रधानाचार्या डॉ सोनल छाबड़ा ने कहा कि स्कूल अनुभव कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य छात्र अध्यापकों में शिक्षण की क्षमता, शिक्षक संवेदनशीलता और छात्र-शिक्षकों की निरंतर भागीदारी का विकास करना, छात्र-अध्यापक को समाज के बहुसांस्कृतिक संदर्भों से अवगत कराना और शैक्षणिक पाठ्यक्रमों के माध्यम से छात्र-शिक्षकों की सैद्धांतिक समझ को विकसित करना है। रावल इंस्टीट्यूशंस के प्रशासक अनिल प्रताप सिंह ने कहा कि रावल कॉलेज ऑफ एजुकेशन हमेशा से ही   छात्र अध्यापकों में गुणवत्तापूर्ण शिक्षण की क्षमता विकसित करने के साथ साथ उनके व्यक्तित्व के बहुमुखी विकास में भी हमेशा महत्वपूर्ण भूमिका निभाता रहा है।

Related Articles

Back to top button