अमीपुर गांव में यमुना में फंसे 78 लोगों को रेस्क्यू कर शेल्टर होम पहुँचाया गया: डीसी विक्रम सिंह

सूचना मिलते ही देर रात शुरू किया गया ऑपरेशन सुबह 6 बजे तक चला, ऑपरेशन में औरतें और बच्चे भी शामिल

फरीदाबाद, 12 जुलाई। उपायुक्त विक्रम सिंह ने बताया कि उन्हें देर रात जिला फरीदाबाद के अमीपुर गांव में यमुना में फंसे 78 लोगों के फसे होने की सूचना प्राप्त हुई। सूचना प्राप्त होते ही प्रातः 2 बजे जिला प्रशासन व एनडीआरएफ की आपातकालीन बैठक बुलाई गयी। बैठक में उन 78 लोगों को रेस्क्यू करने का खाका तैयार कर जल्द से जल्द मौके पर रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया गया। रेस्क्यू ऑपरेशन के लिए गठित टीम में एसडीएम फरीदाबाद परमजीत चहल, तहसीलदार सुरेश कुमार, नायब तहसीलदार तिगांव अजय कुमार व एसएचओ तिगांव दलबीर सिंह शामिल रहे।
उन्होंने आगे बताया कि पूरे रेस्क्यू ऑपरेशन में औरतों व बच्चों समेत कुल 78 लोगों को सुरक्षित बाहर निकाला गया। इस रेस्क्यू ऑपरेशन में नोएडा प्रशासन की भी मदद ली गई। यह ऑपरेशन सुबह 6 बजे ख़त्म हुआ व सुरक्षित बाहर निकाले गए लोगों को अमीपुर गांव के शेल्टर होम में रखा गया है व रहने-खाने की व्यवस्था कर दी गई है। भारी बरसात के कारण प्रदेश के विभिन्न जिलों तथा देश के अन्य भागों में बाढ़ जैसी समस्या उत्पन्न हो गयी हैं। जिला प्रशासन व पुलिस विभाग किसी भी स्थिति से निपटने के लिए अलर्ट मोड पर है तथा लगातार बाढ़ नियंत्रण व जलभराव के कारण विस्थापित हुए लोगों के रहने व खाने की व्यवस्था की जा चुकी है।
जिला फरीदाबाद के लिए फ्लड कंट्रोल रूम सेक्टर-12 स्थित लघु सचिवालय में डीआरओ कार्यालय में स्थापित किया गया है। आमजन बाढ़ या किसी अन्य जानकारी प्राप्त करने या सूचना देने के लिए टेलीफोन नंबर 0129-2227937 पर संपर्क कर सकते हैं व मदद भी मांग सकते हैं। जिन लोगों की बस्तियां यमुना नदी के तट पर है वह उन्हें खाली कर अपने किसी जान पहचान वाले के यहाँ चले जाएं या प्रशासन द्वारा चिन्हित स्थानों पर रहने व खाने की जो व्यवस्था की गयी है, उसका सहारा लें ताकि वे सुरक्षित रह सकें। डीसी विक्रम सिंह ने लोगों से की अपील करते हुए कहा कि वे यमुना के नजदीक न जाएँ। अन्यथा बढ़ते जल स्तर के कारण उन्हें समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। जहां यमुना का पानी आबादी के इलाकों में आ रहा है। उन लोगों की प्रशासन द्वारा हर संभव मदद की जाएगी। खेतों में रह रहे लोग अपने सामान तथा पशुओं को किसी अन्य स्थान पर ले जाएं।

Related Articles

Back to top button