डीएवी शताब्दी महाविद्यालय द्वारा पक्षियों के आवास एवं भोजन के लिए एक पहल

डीएवी शताब्दी महाविद्यालय, फरीदाबाद में विज्ञान विभाग द्वारा पक्षियों को आवास एवं भोजन प्रदान करने के उद्देश्य से एक कार्यक्रम  का आयोजन किया गया  प्राचार्या डॉ. सविता भगत के दूरदर्शी मार्गदर्शन में इस पहल ने न केवल परिसर को सुंदर बनाया, बल्कि एक सामंजस्यपूर्ण पारिस्थितिकी तंत्र बनाने में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई, जिससे कॉलेज समुदाय और स्थानीय पक्षी आबादी दोनों को लाभ होता है। इस अनूठी और पर्यावरण के प्रति जागरूक गतिविधि का उद्देश्य जैव विविधता को बढ़ाना और कॉलेज परिसर में एक स्थायी पारिस्थितिकी तंत्र को बढ़ावा देना है।

इस गतिविधि में छात्रों और कर्मचारियों द्वारा पक्षियों के घोंसले लगाना, साथ ही पक्षी निवासियों के लिए भोजन और पानी की व्यवस्था करना शामिल था। इस पहल की परिकल्पना प्राचार्या डॉ. सविता भगत द्वारा की गई थी, जिन्होंने मानव और प्रकृति के बीच सामंजस्यपूर्ण सह-अस्तित्व को बढ़ावा देने के महत्व को पहचाना।

इस गतिविधि का प्राथमिक उद्देश्य कॉलेज परिसर के भीतर स्थानीय पक्षी प्रजातियों के पनपने के लिए अनुकूल वातावरण बनाना था। ये घोंसले प्राकृतिक आवासों से मिलते-जुलते बनाए गए थे, जिससे पक्षियों को आश्रय लेने और अपने घोंसले बनाने के लिए प्रोत्साहित किया जा सके। पक्षियों के लिए भोजन स्थान बनाने के लिए मिट्टी के बर्तनों का उपयोग किया गया । इन बर्तनों में विभिन्न प्रकार के पक्षियों के अनुकूल खाद्य पदार्थ, जैसे अनाज और बीज, रखे गए।

इसके अतिरिक्त, यह सुनिश्चित करने के लिए कि पक्षियों को स्वच्छ और ताज़ा पानी उपलब्ध हो, अलग-अलग मिट्टी के बर्तनों में पानी उपलब्ध कराया गया। साथ ही एक जागरूकता अभियान भी चलाया गया, जिसमें पक्षी संरक्षण के महत्व और पारिस्थितिक संतुलन बनाए रखने में पक्षियों की महत्वपूर्ण भूमिका पर जोर दिया गया। अभियान का उद्देश्य छात्रों और कर्मचारियों को स्थानीय पक्षी आबादी की जरूरतों के प्रति संवेदनशील बनाना है। इस गतिविधि की सफलता कॉलेज के भीतर और बाहर पारिस्थितिक जागरूकता और स्थिरता को बढ़ावा देने के उद्देश्य से भविष्य के प्रयासों का मार्ग प्रशस्त करती है। इस गतिविधि में महाविद्यालय के छात्रों और कर्मचारियों दोनों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया।

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