सिद्धपीठ श्री हनुमान मंदिर मेें धूमधाम से मनाया गया जन्माष्टमी महोत्सव

पूर्वमंत्री विपुल गोयल ने ज्योत प्रचण्ड कर किया कार्यक्रम का शुभारंभ

फरीदाबाद, 08 सितम्बर हर वर्ष की भांति इस बार भी सिद्ध पीठ श्री हनुमान मंदिर मार्केट नंबर 1 फरीदाबाद में श्री कृष्ण जन्माष्टमी महोत्सव बड़ी धूमधाम से मनाया गया। इस मौके पर मुख्यातिथि के रूप में हरियाणा के पूर्व मंत्री विपुल गोयल ने शिरकत करके ज्योत प्रचण्ड की। कार्यक्रम में पहुंचने पर मंदिर के प्रधान राजेश भाटिया व मंदिर कमेटी ने विपुल गोयल का फूल मालाओं से जोरदार स्वागत किया। कार्यक्रम में स्कूली बच्चों ने मनमोहन एवं रंगारंग कार्यक्रम प्रस्तुत किए, जिन्हें श्रद्धालुओं ने खूब सराहा। इस मौके पर विपुल गोयल ने कहा कि भारत देश त्यौहारों का देश है और सभी त्यौहार हमारी संस्कृति का हिस्सा है और सभी त्यौहार हमें भाईचारे व एकता का संदेश देते है। जन्माष्टमी पर्व ऐसा पर्व है, जिसको लेकर भगवान श्री कृष्ण की कई कथाएं प्रचलित है।

उन्होंने कहा कि श्रीकृष्ण जी भगवान विष्णु जी के अवतार हैं, जो तीनों लोकों के तीन गुणों सतगुण, रजगुण तथा तमोगुण में से सतगुण विभाग के प्रभारी हैं। भगवान का अवतार होने के कारण से श्रीकृष्ण जी में जन्म से ही सिद्धियां उपस्थित थी और उन्होंने कलयुगी कंस का वध करके लोगों को उसके कुशासन से मुक्ति दिलाने का काम किया। इस दौरान विपुल गोयल ने जन्माष्टमी पर्व पर लोगों की सुख-समृद्धि की कामना की और मंदिर में बनी विभिन्न प्रकार की झांकियों का अवलोकन किया और कलाकारों की जमकर सराहना की। इस मौके पर मंदिर के प्रधान राजेश भाटिया ने सभी को श्री कृष्ण जन्माष्टमी की हार्दिक बधाई देते हुए कहा कि सभी को हर त्यौहार को शांतिपूर्वक और अति उत्साह के साथ मनाना चाहिए क्योंकि हर त्यौहार हमें भाईचारे व एकता का संदेश देते है और हमें अपने हिंदुत्व का प्रचार प्रसार करना चाहिए। जन्माष्टमी कार्यक्रम में झांकियां की शुरुआत माता रानी की गुफा से होते हुए श्री राम दरबार, माता रानी दरबार, बजरंगबली जी के दरबार राधा कृष्ण जी के दरबार होते हुए कृष्ण जी के झूला, विष्णु जी का विराट रूप, गोवर्धन, अमरनाथ गुफा, खाटू श्याम, बांके बिहारी जी की झांकी, राजा रानी जी की झांकी, कालका मैया की झांकी सम्पन्न हुई, जिन्हें श्रद्धालुओं ने खूब सराहा। इस अवसर पर अजय सिंह चौधरी, अजय कत्याल, दर्शन लाल मलिक, गजेंद्र भड़ाना, अब्दुल सत्तार, लतीफ कुरैशी, नंदराम पाहिल, सीमा सितोरिया, राधेश्याम भाटिया, वेद प्रकाश, विकास कालिया, राजेश भाटिया (कानपुर वाले), राकेश रक्कू, कैलाश गुगलानी, राकेश भाटिया, रोहित भाटिया, सरदार मनीशजीत सिंह, श्याम मांगा, अमित भाटिया, कालू चौधरी, उमेश पंडित, सुभाष नौनिहाल, डॉ दविंद्र बक्शी, अजय मक्कड़ सहित अनेकों गणमान्य लोग मौजूद थे।

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