डीसीपी बल्लभगढ़ ने थाना सदर बलल्बगढ़ में वीडियो वेन के माध्यम से आमजन को नशा मुक्ति, महिला विरुद्ध अपराध, साइबर फ्रॉड सहित सामाजिक मुद्दों के बारे में किया जागरूक

फरीदाबाद, 30 सितम्बर  पुलिस आयुक्त राकेश कुमार आर्य के दिशा निर्देश के तहत डीसीपी बल्लभगढ़ राजेश दुग्गल ने आज सदर बल्लबगढ़ पुलिस स्टेशन में वीडियो वेन के माध्यम से आमजन को नशा मुक्ति, महिला विरुद्ध अपराध, साइबर फ्रॉड सहित सामाजिक मुद्दों के बारे में जागरूक किया है। इस अवसर पर एसीपी तिगांव राजेश लोहान, एसएचओ सदर बल्लबगढ़ मेहन्द्र सिंह, सीनियर सिटीजन सेल प्रभारी इंस्पेक्टर सविता व आम नागरिकों में नंदकिशोर गांव सागरपुर, परसराम यादव, विजेंद्र गोला, राहुल यादव, हरिओम शर्मा, अनीता लांबा, अंशु कुमारी अनीता यादव व अन्य नागरिक मीटिंग में मौजूद रहे।
पुलिस प्रवक्ता सूबे सिंह ने बताया कि कल डीसीपी बल्लबगढ़ ने मीटिंग में मौजूद नागरिकों को डायल 112 प्रोजेक्ट के बारे में अवगत कराते हुए बताया कि कैसे डायल 112 एप काम करता है। जैसे ही डायल 112 की कॉल पुलिस तक पहुंचती है। पुलिस की गाड़ी 10 से 15 मिनट के अंदर शिकायतकर्ता के पास पहुंचती है। उसकी समस्या का समाधान किया जाता है यदि व्यक्ति दुर्घटना में घायल हुआ है। उसके प्राथमिक उपचार के लिए गाड़ी में फर्स्ट एड किट भी उपलब्ध होती है। जिसे तुरंत उपचार देखकर घायल को अस्पताल पहुंचाया जाता है। महिला असुरक्षित महसूस करने पर तुरंत 112 नंबर पर कॉल करके  पुलिस की सहायता ले सकती हैं। रात के समय सवारी गाडी नही मिलने पर डायल 112 की गाड़ी महिलाओं को सुरक्षित उनके घर तक छोडती है।
nफरीदाबाद पुलिस द्वारा साइबर राहगीरी कार्यक्रम के अंतर्गत नागरिकों को नशा मुक्ति, महिला विरुद्ध अपराध, साइबर फ्रॉड सहित सामाजिक मुद्दों के बारे में जागरूक कर इससे बचाव के लिए आमजन को जानकारी प्रदान की। इसी के तहत डीसीपी बल्लबगढ़ व उनकी टीम ने कार्यक्रम आयोजित किए गए जिसमें एक कार्यक्रम में वीडियो वेन पर वीडियो स्क्रीन के माध्यम से साइबर सिक्योरिटी के बारे में आमजन को जागरूक किया जिसमें उन्होंने बताया कि साइबर अपराधी बुजुर्ग लोगों को बीमा पॉलिसी अपग्रेड या उनकी पॉलिसी को रिन्यू करवाने या बंद हुई पॉलिसी को दोबारा से चालू करवाने का लालच देकर उनसे पैसों की मांग करते हैं और जागरूकता के अभाव में भोले भाले बुजुर्ग व्यक्ति उन्हें उनके झांसे में आकर उन्हें अपनी सारी कमाई ठगा देते हैं। उन्होने  बताया कि यदि कभी भी ऐसे किसी भी प्रकार के साइबर अपराध के झांसे में न आएं और अपने बैंक अकाउंट, क्रेडिट कार्ड, एटीएम या ओटीपी की जानकारी साझा ना करें अन्यथा उन्हें भारी नुकसान उठाना पड़ सकता है।
उन्होंने बताया कि साइबर अपराध का शिकार होने की स्थिति में तुरंत साइबर हेल्पलाइन 1930 पर संपर्क करें। साइबर हेल्पलाइन पर संपर्क करने से साइबर अपराधियों के खातों में गई राशि को तुरंत फ्रीज करवा दिया जाता है और राशि वापस पीड़ित के खाते में चली जाती है इसलिए किसी भी प्रकार का साइबर फ्रॉड होने की स्थिति में तुरंत इस नंबर पर संपर्क करें तथा अपने अन्य साथियों को भी इसकी जानकारी प्रदान करें ताकि वह भी इस प्रकार साइबर अपराधियों के झांसे में आने से बच सकें। उन्होंने आमजन को नशे से होने वाले दुष्प्रभाव के बारे में जानकारी दी तथा हरियाणा पुलिस द्वारा तैयार की गई वीडियो को दिखाया गया। नशा तस्करी में संलिप्त अपराधियों पर अंकुश लगाने के लिए आमजन को इसकी जानकारी पुलिस को देने के लिए हेल्पलाइन नंबर 90508 91508 पर देकर पुलिस की मदद करने के लिए कहा। वरिष्ठ नागरिकों को उनके हितों के प्रति जागरूक किया गया और उन्हें आश्वासन दिया गया कि पुलिस सदैव उनके साथ है। सार्वजनिक स्थानों जैसे पार्क, सब्जी मंडी या मार्केट इत्यादि स्थानों पर छीना झपटी, चोरी जैसी वारदातों पर अंकुश लगाने के लिए ऐसे स्थलों पर पुलिस की अधिक से अधिक तैनाती करवाने के निर्देश दिए ताकि आमजन में सुरक्षा का भाव सुदृढ़ हो सके। उन्होंने कहा कि पुलिस आमजन की सुरक्षा के लिए हर समय मौजूद है और वह इसी प्रकार कानून व शांति व्यवस्था स्थापित करने के लिए प्रयासरत रहेंगे।

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