पुलिस आयुक्त राकेश कुमार आर्य ने पुलिस स्मृति दिवस के अवसर पर पुलिस के अमर शहीद जवानों को श्रद्धांजलि देकर किया नमन

डयुटि के दौरान अपनी जान की कुर्बानी देने वाले पुलिसकर्मियों की याद में हर साल पुलिस शहीदी स्मृति दिवस 21 अक्तूबर को भारत के सभी राज्यों में मनाया जाता है

फरीदाबाद, 21 अक्टूबर। 21 अक्टूबर को प्रतिवर्ष पुलिस स्मृति दिवस के रूप में मनाया जाता है। 21 अक्तूबर 1959 को सीआरपीएफ की तीसरी बटालियन की एक कंपनी को लददाख में हॉट स्प्रींग एरिया में तैनात थी। भारत – तिब्बत सीमा पर 21 जवानो की एक टुकडी गश्त कर रही थी तब ही चीनी फौज के एक बडे दस्ते ने घात लगाकर हमारे जवानो पर अटैक कर दिया। हमारे 21 जवानों ने चीनी आक्रमण करने वालों का डटकर मुकाबला किया और दुश्मनो को मार गिराया।
लेकिन हमारे 10 शूरवीर जवान देश की रक्षा करते हुए अपने प्राण न्योछावर कर दिए। ये देश के लिए गौरव की बात थी। तभी से इन बहादुर जवानों के बलिदान को पुलिस शहीदी स्मृति दिवस के रुप मे मनाया जाता है। इसी क्रम में आज पुलिस लाईन सेक्टर 30 में पुलिस स्मृति दिवस के अवसर पर भारत देश के विभिन्न राज्यों में गत वर्ष शहीद हुए पुलिसकर्मियों की याद में श्रृद्धांजलि समारोह का आयोजन किया गया।
पुलिस स्मृति दिवस पर जवानों द्वारा शहीदों की याद मे सलामी दी गई, पुलिस कमिश्नर राकेश कुमार आर्य सहित संयुक्त पुलिस आयुक्त ओपी नरवाल, डीसीपी मुख्यालय अभिषेक जोरवाल, डीसीपी क्राइम हेमेंद्र कुमार मीणा, डीसीपी एनआईटी अमित यशवर्धन, डीसीपी सेंट्रल पूजा वशिष्ठ, डीसीपी बल्लबगढ़ राजेश दुग्गल, सभी एसीपी सहित अन्य उच्च अधिकारी एवम् पुलिसकर्मियों ने अमर जवान शहीद समारक पर शहीदों को पुष्प श्रद्धा व सुमन अर्पित कर श्रद्धांजलि दी। समृद्धि दिवस के अवसर पर परेड का आयोजन करवाया गया और शहीदों को शोक सलामी दी गई।
पुलिस आयुक्त राकेश कुमार आर्य ने शहीद हुए पुलिसकर्मियों के परिवार जो फरीदाबाद में रह रहे हैं उनके परिजनों को सम्मानित किया गया। इसमें फरीदाबाद में रह रहे शहीद सहायक उप निरीक्ष योगराज के परिजनोंको पुलिस कमिश्नर राकेश कुमार आर्य द्वारा स्मृति चिन्ह और शॉल भेंट कर सम्मानित किया गया तथा शहिदों के परिवारों की सुख-समृधि की कामना की गई। पुलिस आयुक्त ने अमर शहीद जवानों का कोटि-कोटि धन्यवाद करते हुए कहा कि इन्होंने अपने प्राणों की परवाह किए बिना देश के लिए अपनी जान न्योछावर कर दी इसके लिए वह सदा उनके आभारी रहेंगे और उनकी कुर्बानी पूरे देश के लिए प्रेरणा के स्रोत के रूप में कार्य करेगी जिससे नवयुवक देश सेवा के लिए आगे आएंगे और वतन को नई बुलंदियों तक ले जाने में अपना अहम योगदान देंगे।

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