एनीमिया मुक्त अभियान का ध्वजवाहक बनने की दिशा में कदम बढ़ा रहा है जिला फरीदाबाद : डीसी विक्रम सिंह
जिला के 378 सरकारी स्कूलों में एक लाख 20 हजार बच्चों की स्क्रीनिंग 15 नवंबर तक पूरा करने का लक्ष्य
![District Faridabad is taking steps towards becoming the flag bearer of anemia free campaign: DC Vikram Singh](/wp-content/uploads/2023/10/10-4-780x399.jpg)
फरीदाबाद, 25 अक्टूबर। बच्चों और खासकर बेटियों में एनीमिया की समस्या से निपटने के लिए अब जिला फरीदाबाद पूरे देश में सबसे बेहतरीन कार्य करने वाले जिलों में शामिल होने जा रहा है। जिला प्रशासन द्वारा इसके लिए एनीमिया मुक्त फरीदाबाद के नाम से एक अभियान शुरू किया गया है। अभियान के तहत प्रथम चरण में जिला के सभी 378 सरकारी स्कूलों को शामिल किया गया है। इन स्कूलों में पढ़ने वाले एक लाख 20 हजार बच्चों की स्क्रीनिंग करने के लिए शिक्षा, स्वास्थ्य व महिला एवं बाल विकास विभाग की टीमें गठित की गई हैं। अब तक 60 हजार बच्चों की स्क्रीनिंग का कार्य पूरा हो चुका है और बाकी कार्य पूरा करने के लिए 15 नवंबर तक का लक्ष्य रखा गया है। बड़ी और चौकाने वाली बात यह है कि इन 60 हजार में से 1593 बच्चे ऐसे मिले हैं जिनका हिमोग्लोबिन (एचबी) आठ से कम है। इस पूरे अभियान को देशभर में एक केस स्टडी के तौर पर भी प्रस्तुत किया जाएगा। उपायुक्त विक्रम सिंह ने बताया कि एनीमिया आज बच्चों और खासकर लड़कियों के लिए सबसे बड़ी समस्या बनता जा रहा है। उन्होंने बताया कि इसी एनीमिया से फरीदाबाद जिला के बच्चों को बचाने के लिए यह अभियान शुरू किया गया है। उन्होंने कहा कि अभियान के तहत स्कूलों के अध्यापकों, आंगनबाड़ी व आशा वर्करों को विशेष प्रशिक्षण दिया गया है।
इसके बाद स्वास्थ्य विभाग द्वारा प्रत्येक स्कूल में कैंपों का आयोजन किया जा रहा है। प्रत्येक स्कूल में एक अध्यापक को नोडल आफिसर लगाया गया है। इन कैंपों में प्रत्येक बच्चे की स्वास्थ्य जांच की जा रही है। इस काम में सहयोग के लिए एम्स दिल्ली द्वारा भी अपनी डाञ्चटरों की टीमें फरीदाबाद जिला में भेजी गई हैं। उन्होंने बताया कि जांच के बाद 12 एचबी से ऊपर के बच्चों को नार्मल, 10, 11 व 9 एचबी वाले बच्चों को माईल्ड, 8 से 10 एचबी वाले बच्चों को माडरेट और 8 के कम एचबी वाले बच्चों को सीवियर श्रेणी में रखा गया है। उन्होंने बताया कि सामान्य, माईल्ड व मोडरेट श्रेणी के बच्चों को आयरन की गोली दी जा रही हैं। उपायुक्त विक्रम सिंह ने बताया कि जिन बच्चों को सीवियर श्रेणी में रखा गया है उनके इलाज के लिए विशेष व्यवस्था की गई है। इसके लिए जिला नागरिक (बीके) अस्पताल में 20 बैड अलग से आरक्षित किए गए हैं। इसके अलावा प्राइवेट अस्पतालों से भी इस इलाज में सहयोग के लिए मदद ली जा रही है।
स्कूलों में विशेष बाल सभाओं का आयोजन, गांवों में ग्राम सभाओं के जरिए जागरूकता
उपायुक्त विक्रम सिंह ने बताया कि अभियान के प्रति प्रत्येक परिजन व बच्चों को जागरूक करने के लिए विशेष अभियान चलाया जा रहा है। उन्होंने बताया कि स्कूलों में बाल सभाओं का आयोजन किया जा रहा है। इसके साथ ही एनीमिया पर पोस्टर मेकिंग व स्लोगन जैसी प्रतियोगिताओं के जरिए जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है। इसके साथ ही सभी सरपंचों व ग्राम पंचायतों को भी अभियान में जोड़ा गया है। आम आदमी को जागरूक करने के लिए विशेष ग्राम सभाओं का आयोजन करने के निर्देश दिए गए हैं।
एनीमिया मुक्त अभियान को सफल बनाने में सहयोग करें सभी प्राइवेट अस्पताल
एनीमिया मुक्त फरीदाबाद अभियान को सफल बनाने के लिए उपायुक्त विक्रम सिंह ने बुधवार को जिला के सभी प्राइवेट अस्पतालों के संचालकों व मुख्य चिकित्सकों की मीटिंग को संबोधित किया गया। उन्होंने कहा कि जिला प्रशासन द्वारा बच्चों और खासकर एनीमिया से पीड़ित बच्चियों के बेहतर स्वास्थ्य के लिए यह अभियान चलाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि आज की बच्चियों के ऊपर भविष्य में परिवारों को आगे बढ़ाने की जिम्मेदारी है। उन्होंने कहा कि जिन 1500 बच्चियों को एनीमिया मिला है उन्हें हमें हर हालत में 20 दिसंबर तक स्वस्थ करना है। ऐसे में प्राइवेट अस्पताल भी इस काम में आगे आएं। इस पर सभी निजी अस्पतालों ने कहा कि वह पूरे अभियान में प्रशासन के साथ हैं। इस पर उपायुक्त ने कहा कि अगर खून की जरूरत है तो वह जिला प्रशासन मुहैया करवाएगा। मीटिंग में अतिरिक्त आयुक्त आनंद शर्मा, सीएमओ डॉ. विनय गुप्ता, सीएमजीजीए श्रुति शर्मा भी मौजूद थे।