भारत और ब्राज़ील ने गिर गाय प्रजनन (ब्रीडिंग) और वैदिक कृषि में व्यापक बदलाव के लिए नई सहभागिता की

महत्वाकांक्षी सहयोगात्मक पहल दोनों देशों को व्यापक लाभ प्रदान करेगी

नई दिल्ली, 4 नवंबर, 2023: भारतीय कृषि पद्धतियों और सस्टेनेबल पशु पालन को प्रोत्साहित करने के लिए भारत और ब्राज़ील ने एक नई सहभागिता की है। इस सहभागिता का उद्देश्य गिर गाय प्रजनन (ब्रीडिंग) और वैदिक कृषि में एक संपूर्ण वैश्विक बदलाव की शुरुआत करना है।

 

माननीय कार्लोस फेवरो, कृषि और पशुधन मंत्री, ब्राज़ील के नेतृत्व में एक हाई-प्रोफाइल ब्राज़ीलियन प्रतिनिधिमंडल ने हाल ही में भारत के हरियाणा में गिर अमृतफल गौशाला का दौरा किया। इस दौरान वैदिक कृषि को प्रोत्साहित करने के लिए अंतरराष्ट्रीय कृषि साझेदारी को बढ़ावा देने और गिर और अन्य ज़ेेबू गाय प्रजनन की महत्वपूर्ण भूमिका को रेखांकित करने पर आगे की रणनीति पर भी चर्चा की गई। दोनों देशों ने इस दिशा में नई रणनीति भी तय की है।

 

गिर अमृतफल गौशाला, जिसे भारत के सबसे बड़े और सबसे एडवांस्ड गिर गाय फार्म के रूप में जाना जाता है, ने स्वदेशी गिर गाय की नस्ल और वैदिक कृषि के सिद्धांतों के संरक्षण और प्रचार के लिए अपनी अटूट प्रतिबद्धता के लिए अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मान्यता और प्रशंसा प्राप्त की है। ब्राज़ीलियन प्रतिनिधिमंडल की यात्रा ने इस उल्लेखनीय प्रयास के वैश्विक महत्व पर प्रकाश डाला और इसकी ख्याति को और बढ़ाया है।

 

इस ऐतिहासिक अवसर के दौरान, गिर अमृतफल गौशाला के दूरदर्शी संस्थापक श्री मदन मोहन और श्री गेब्रियल गार्सिया, सीएलडी, प्रेसिडेंट, ब्राज़ीलियन, ज़ेबू, ब्रीडर्स एसोसिएशन-एबीसीजेड के बीच एक महत्वपूर्ण समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए गए। यह एमओयू भारत को गिर और अन्य ज़ेबू गाय प्रजनन के लिए प्राथमिक केंद्र के रूप में फिर से स्थापित करने की दृष्टि से गौशाला के परिसर के भीतर अत्याधुनिक, सबसे बड़ी और अपनी तरह की अनूठी आनुवंशिक प्रयोगशाला की स्थापना के लिए प्लेटफॉर्म तैयार करता है। यह रणनीतिक कदम गिर और अन्य ज़ेबू गायों की बढ़ती वैश्विक मांग के साथ पूरी तरह से मेल खाता है, जिससे भारत एक बार फिर ज़ेबू गायों का बड़ा वैश्किवक केन्द्र बन जाएगा। 15 एकड़ के विशाल क्षेत्र को कवर करने वाली जेनेटिक लैब में 2 मिलियन अमरीकी डालर का पर्याप्त निवेश होगा।

 

गिर अमृतफल गौशाला 500 से अधिक गिर गायों और 600 अन्य 8 नस्लों (साहीवाल, हरियाणा, थारपारकर, कांकरेज, पुंगनोर, राठी, नारी) ज़ेबू गायों की बढ़ती आबादी का घर है, जो 2030 तक 10,000 गायों तक पहुंचने की महत्वाकांक्षी योजना से प्रेरित है। फार्म प्राचीन वैदिक कृषि सिद्धांतों को बनाए रखने के लिए गहराई से प्रतिबद्ध है, जिसका उदाहरण इसके विशाल 150 एकड़ क्षेत्र में गायों के लिए पूरी तरह से जैविक चारा तैयार करने के लिए चारे की खेती तक करना है। विशेष रूप से, 40 एकड़ भूमि विशेष रूप से जैविक चारे और चारे के भंडारण के लिए समर्पित है। यहां पर जिसमें हल्दी, मोरिंगा, क्यूरी-पत्ता, सतावरी, अश्वगंधा, जीवंती, शंखपुष्पी और गिलोय की भी कृषि की जाती है। इस समर्पण के बीच, गौशाला अत्याधुनिक स्वचालित प्रणालियों से सुसज्जित, भारतीय कृषि में तकनीकी प्रगति के प्रतीक के रूप में खड़ी है। इसका मूल लक्ष्य भारत की ऐतिहासिक कृषि प्रतिष्ठा को फिर से जागृत करना और उपभोक्ताओं को दूध, घी और मक्खन सहित शुद्धतम डेयरी उत्पाद प्रदान करना है।

 

गिर अमृतफल गौशाला के दूरदर्शी संस्थापक मदन मोहन ने गायों और वैदिक कृषि के पुनरुद्धार के प्रति अपनी गहरी प्रतिबद्धता व्यक्त करते हुए कहा कि ‘‘इन गायों के लिए मेरा प्यार गहरा है, और मेरी दृष्टिकोण सदियों पुरानी वैदिक कृषि तकनीकों को फिर से स्थापित करना है, जिनसे हम अलग हो गए हैं। पूरा ब्रह्मांड भारतीय वैदिक कृषि पद्धतियों और तकनीकों पर वापस आ रहा है, जो न केवल इकोलॉजिकल संतुलन को बहाल करते हैं बल्कि मिट्टी को एक बार फिर उपजाऊ बनाते हैं।’’

 

ब्राज़ील के कृषि और पशुधन मंत्रालय के माननीय मंत्री कार्लोस फेवरो ने अंतरराष्ट्रीय सहयोग को मजबूत करने और गिर गाय प्रजनन और वैदिक कृषि में प्रगति को बढ़ावा देने में गिर अमृतफल गौशाला के महत्व पर जोर दिया।

 

गिर अमृतफल गौशाला और ब्राज़ीलियन प्रतिनिधिमंडल के बीच सहयोग पशुधन प्रजनन और कृषि प्रक्रियाओं में एक नए युग की शुरुआत करता है, और श्री मदन मोहन का दृष्टिकोण इस क्षेत्र में भारत की प्रमुखता को बहाल करने का वादा करता है।

 

श्री मदन मोहन ने डेनेब एंड पोलक के साथ अपनी आंत्रप्रेन्योरशिप के सफर की शुरुआत की। ये आज एक ऐसा उद्यम है जो देश की सबसे बड़े फ्लीट और कार रेंटल कंपनियों में से एक बन गया है। अपने बिजनेस कौशल से परे, श्री मदन मोहन विंटेज ऑटोमोबाइल के विश्व स्तर पर प्रसिद्ध कलेक्टर हैं। उनके व्यापक कलेक्शन में 400 से अधिक विंटेज कारें, जीप और मोटरसाइकिलें शामिल हैं, जो ऑटोमोटिव विरासत के प्रति उनके गहरे प्रेम और जुनून का प्रमाण है।

 

इसके अलावा, श्री मदन मोहन का प्रभाव इंटरनेशनल प्लेटफॉर्म तक फैला हुआ है क्योंकि वह एक प्रतिष्ठित जूरी सदस्य के रूप में कार्य करते हैं, जो यूनाइटेड स्टेट्स ऑफ अमेरिका सहित दुनिया के बेहतरीन विंटेज मोटर शो का निर्णय लेते हैं। भारत में, वह 21 गन सैल्यूट हेरिटेज ट्रस्ट का नेतृत्व करते हैं, जो विंटेज कार रैलियों और प्रतिष्ठित कॉनकोर्सेज को आयोजित करने के लिए समर्पित एक संगठन है जो दुनिया के सभी कोनों से विंटेज कार प्रेमियों को आकर्षित करता है। ऑटोमोटिव इतिहास को संरक्षित करने और उसका जश्न मनाने के लिए श्री मदन मोहन की अटूट प्रतिबद्धता विंटेज ऑटोमोबाइल की दुनिया पर उनके अमिट प्रभाव का प्रमाण है।

 

श्री मदन मोहन ने कहा कि ‘‘राजस्थान के पशु प्रजनन क्षेत्र के अनुभवी किसानों के रूप में, हम पीढ़ियों से चली आ रही देसी गायों के प्रबंधन की जटिलताओं को समझते हैं। हम नस्ल चयन, भोजन, गाय के स्वास्थ्य, दूध देने, प्रोसेसिंग से लेकर पैकेजिंग और डिलीवरी तक हर प्रोसेस को नियंत्रित करते हैं। गुणवत्ता के प्रति हमारी प्रतिबद्धता अटूट है, और हम जैविक देसी गिर गाय ए 2 दूध की गारंटी देते हैं, जो ताजा दूध प्राप्त करने के कुछ ही घंटों के अंदर ग्राहकों तक पहुंचा दिया जाता है। हमारे स्वीडिश-आयातित मिल्किंग प्लांट उच्चतम मानकों को बनाए रखना सुनिश्चित करता है। हम लगातार हेल्दी और पौष्टिक उत्पादों की सप्लाई बहाल करने में सक्षम हैं और लगातार इनकी उपलब्धता को बढ़ा रहे हैं। हम ग्राहकों को ऐसा दूध उपलब्ध करवाने में विश्वास रखते हैं जो कि दूध के पौष्टिक गुणों से संपन्न हों और शुद्ध हो।’’

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