मानव रचना ने तीसरे ब्रिक्स काउंसिल ऑफ एक्सरसाइज एंड स्पोर्ट्स साइंस कॉन्फ्रेंस की मेज़बानी की

कॉन्फ्रेंस में 20 अलग-अलग देशों के 450 करीब प्रतिनिधियों ने हिस्सा लिया

फरीदाबाद, 02 मार्च मानव रचना इंटरनेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ रिसर्च एंड स्टडीज़ (एमआरआईआईआरएस) में स्कूल ऑफ एलाइड हेल्थ साइंसेज की ओर से आयोजित ब्रिक्सेस 2024 सम्मेलन का समापन हो गया। ‘बच्चों और युवाओं के लिए समग्र स्वास्थ्य और खेल में प्रगति: विज्ञान के जरिए नवाचार, एकीकरण और स्थिरता’ विषय पर आयोजित हुए इस चार दिवसीय सम्मेलन में 20 देशों से आए करीब 450 प्रमुख विशेषज्ञों, विद्वानों, और पेशेवरों ने प्रभावशाली चर्चा की। इस सम्मेलन के दौरान कुल 103 पेपर और 75 पोस्टर प्रस्तुत किए गए। इसके साथ ही विभिन्न सत्रों में स्वास्थ्य और खेल विज्ञान के विभिन्न आयामों पर मुख्य भाषण, इंटरैक्टिव पैनल डिस्कशन और व्यावहारिक कार्यशालाओं का आयोजन भी हुआ।
सम्मेलन को लेकर पूर्व कार्यशालाओं का आयोजन भी किया गया, जिसमें उपस्थित लोगों को स्वास्थ्य और खेल विज्ञान के विभिन्न पहलुओं पर व्यावहारिक कौशल प्रदान किया गया। सम्मेलन के दौरान ब्रिक्स काउंसिल ऑफ एक्सरसाइज एंड स्पोर्ट्स साइंस की एक्जीक्यूटिव काउंसिल की विशेष मौजूदगी रही, जिन्होंने विषय के विभिन्न आयामों पर अपना दृष्टिकोण पेश किया और विस्तार से चर्चा की।
चार दिवसीय सम्मेलन के दौरान प्रोफेसर हंस डी रिडर, ब्रिक्सेस के अध्यक्ष और फाउंडिंग सेक्रेट्ररी-जनरल; प्रो. मिंगकाई चिन (यूएसए), द फाउंडेशन फॉर ग्लोबल कम्युनिटी हेल्थ के संस्थापक और अध्यक्ष; डॉ. प्रशांत भल्ला, अध्यक्ष एमआरईआई व संरक्षक, ब्रिक्सेस; प्रोफेसर (डॉ.) जी.एल. खन्ना, एमआरआईआईआरएस के प्रति उप कुलपति और उपाध्यक्ष व फाउंडिंग मेंबर ब्रिक्सेस ; प्रोफेसर रिकार्डो आर अविन्हा, फाउंडिंग मेंबर व सेक्रेटरी जनरल ब्रिक्सेस मुख्य रूप से उपस्थित रहे। सम्मेलन के दौरान मुख्य वक्ताओं के तौर पर प्रोफेसर डॉ. मरियम गुएरा-बालिक; प्रो. उरी शॉफ़र; और मेयो क्लिनिक, यूएसए के प्रोफेसर स्टीफन कोपेकी ने खेल विज्ञान के क्षेत्र पर बहुमूल्य विचार रखे और विषय पर अपना दृष्टिकोण साझा किया।
विशेषज्ञों के तौर पर डॉ. धनंजय शॉ, डॉ. मोहित दुआ और डॉ. श्रीदीप चटर्जी ने चर्चा सत्र के दौरान बहुमूल्य प्रस्तुतियां दी और उपस्थित लोगों के बीच संवाद को प्रोत्साहित किया। इस दौरान कई आमंत्रित वक्ताओं ने प्रभावशाली प्रस्तुतियां दी और सम्मेलन में शामिल किए गए विषयों पर  प्रकाश डाला।
इनमें डॉ. एंटनिन क्यूबन, प्रो. गुशिना यूलिया; डॉ.घनश्याम डोखरत; तुर्की से प्रोफेसर सेरप इनल ; सिंगापुर से प्रो. जी. बालसेकरन, एशियन काउंसिल एंड एक्सरसाइज स्पोर्ट्स साइंस के अध्यक्ष व एसीएसएम हेल्थ फिटनेस डायरेक्टर; मलेशिया से प्रोफेसर फूंग कीव ओई; मलेशिया से गैरी कुआन, सेक्रेटरी-जनरल, एशियन-साउथ पैसिफिक एसोसिएशन ऑफ स्पोर्ट साइकोलॉजी व  कार्यकारी बोर्ड सदस्य एशियन काउंसिल ऑफ एक्सरसाइज एंड स्पोर्ट्स साइंस (एसीईएसएस); ब्राजील से लारिसा पाइर्स, हेल्थ साइंसेज फेडरल यूनिवर्सिटी; भारत में यूनियन क्रिश्चियन ट्रेनिंग कॉलेज से डॉ. किशोर मुखोपाध्याय आदि शामिल रहे। सम्मेलन में “इंटरनेशनल हैंडबुक ऑफ स्पोर्ट्स एंड एक्सरसाइज साइंस” नामक पुस्तक का अनावरण भी हुआ।
विशेष रूप से, टर्किश जर्नल ऑफ फिजियोथेरेपी एंड रिहैबिलिटेशन ने 103 पेपर प्रकाशित किए, जबकि जर्नल ऑफ एक्सरसाइज साइंस एंड फिजियोथेरेपी ने 49 प्रकाशित पेपर प्रकाशित किए। सम्मेलन में पैनल चर्चाओं की एक श्रृंखला भी आयोजित की गई, जिसमें विशेषज्ञों ने खेल विज्ञान में अंतःविषय दृष्टिकोण, स्वास्थ्य शिक्षा में प्रौद्योगिकी के नवीन उपयोग, दैनिक गतिविधियों में शारीरिक गतिविधि को नियमित रूप से एकीकृत करने की नीतियों जैसे विषयों पर वक्ताओं ने विचार रखते हुए व्यावहारिक चर्चा की। एमआरईआई के अध्यक्ष डॉ. प्रशांत भल्ला ने खेल और स्वास्थ्य विज्ञान में उत्कृष्टता प्राप्त करने के लिए आवश्यक सहयोग, नवाचार और प्रतिभाओं के  पोषण जैसे मुद्दों पर मुख्य रूप से काम करने का सुझाव दिया।
उन्होंने विकास के मार्ग पर आगे बढ़ते भारत की प्रगति पर चर्चा करते हुए कहा कि दुनिया की नजर हमारे देश पर है। डॉ. जीएल खन्ना ने स्वास्थ्य और शारीरिक शिक्षा में समकालीन चुनौतियों से निपटने में शैक्षणिक संस्थानों की भूमिका पर व्यावहारिक दृष्टिकोण पेश किया। सम्मेलन में फ्यूचर लर्निंग वालंटियर्स (एफएलवी) की ओर से आयोजित “ब्रेन ब्रेक” कार्यशाला विशेष सत्र रहा, इसे विशेष रूप से छात्रों और उपस्थित लोगों दोनों को तरोताजा करने और प्रेरित करने के लिए तैयार किया गया था।
सम्मेलन के दौरान सामान्य अनुसंधान के विकास, शैक्षणिक कार्यक्रमों, वैज्ञानिक तरीकों के आदान-प्रदान और आपसी हितों के लिए डॉ. संजय श्रीवास्तव, उप कुलपति, एमआरआईआईआरएस और प्रोफेसर (डॉ.) यूलिया गुशचिना, उप निदेशक, अंतर्राष्ट्रीय मामले- आरयूएनडी पीपल्स यूनिवर्सिटी, रूस ने मिलकर एक समझौता ज्ञापन पर भी हस्ताक्षर किए गए। इसके तहत भविष्य के लिए नीतियां तैयार की गई हैं।
विज्ञान के वैश्विक मंच पर उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए प्रोफेसर मिंगकाई चिन (यूएसए) को ब्रिक्सस के प्रेज़ीडेंस अवॉर्ड से सम्मानित किया गया। कार्यक्रम के बीच इंडियाज व अमेरिकाज़ गॉट टैलेंट में प्रतिभा दिखाने वाली राहुल यादव और टीम ने सांस्कृतिक कार्यक्रम पेश कर सभी का मनोरंजन किया। चार दिवसीय सम्मेलन ने अकादमिक उत्कृष्टता और ज्ञान के प्रचार-प्रसार के लिए एक मजबूत गठबंधन के मंच के तौर पर काम किया।  आकर्षक सत्रों में स्वास्थ्य और खेल विज्ञान के विभिन्न आयामों को शामिल किया गया, जिसमें प्रसिद्ध विशेषज्ञों के मुख्य भाषण, इंटरैक्टिव पैनल चर्चाएं और व्यावहारिक कार्यशालाएं शामिल रहीं।

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