मतदान करवाना बहुत ही संवेदनशील व जिम्मेदारी का काम: एसडीएम शिखा अन्तिल

- मतदान केन्द्रों की महिला पीओ व एपीओ को दी गई ईवीएम, सीयू, पीयू व वीवीपैट संचालन की बारीकी से ट्रेनिंग

फरीदाबाद। जिला निर्वाचन अधिकारी विक्रम सिंह ने कहा कि भारत निर्वाचन आयोग की हिदायतों के अनुसार सखी बूथों के लिए आम लोकसभा चुनाव-2024 के लिए महिला पीओ-एपीओ को प्री प्रशिक्षण दिया गया है। जिला निर्वाचन अधिकारी विक्रम सिंह ने कहा कि भारत निर्वाचन आयोग की हिदायतों के अनुसार फरीदाबाद लोक सभा क्षेत्र में सभी विधानसभा क्षेत्रों में एक-एक सखी बूथ बनाए गए हैं। जहां पर महिला अधिकारियों और कर्मचारियों की ड्यूटिया लगाई जाएंगी।

सहायक रिटर्निंग अधिकारी कम एसडीएम फरीदाबाद शिखा अन्तिल ने सखी बूथों पर लगाई गई महिला प्रजाइडिंग और सहायक प्रजाइडिंग आफिसर्स को संबोधित करते हुए  कहा कि चुनाव प्रक्रिया में मतदान करवाना बहुत ही संवेदनशील व जिम्मेदारी का काम है। एसडीएम शिखा अन्तिल लोक सभा चुनाव के लिए बेहतर क्रियान्वयन के लिए सखी मतदान केन्द्रों के लिए लगाई गई महिला पीओ व एपीओ को ईवीएम के साथ साथ सीयु, पीयु व वीवीपैट संचालन की बारीकी से ट्रेनिंग आज वीरवार को स्थानीय सेक्टर-12 के कन्वेंशन हाल में दे रही थी। लोकसभा चुनाव -2024 को शांतिपूर्ण तरीके, बिना किसी रूकावट व गड़बड़ी के संपन्न कराने के लिए जिला निर्वाचन अधिकारी विक्रम सिंह के दिशा-निर्देश पर चुनाव प्रशिक्षण के नोडल अधिकारी एवं सीईओ जिला परिषद सतबीर मान के मार्गदर्शन में पीठासीन और सहायक पीठासीन अधिकारियों को मास्टर ट्रेनर द्वारा एसडीएम एवं सहायक निर्वाचन अधिकारी शिखा अन्तिल की अध्यक्षता में ईवीएम व वीवीपैट का ऑन हैंड प्रशिक्षण दिया गया। इस अवसर पर मास्टर ट्रेनर द्वारा पीठासीन और सहायक पीठासीन अधिकारियों को ईवीएम व वीवीपैट की संपूर्ण प्रक्रिया बारे बारीकी से जानकारी दी गई। इसमें ईवीएम और वीवीपैट मशीन को चलाने का प्रशिक्षण भी दिया गया। उन्हें मतदान के दिन किस तरह से इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन का इस्तेमाल करना है, किस तरह से पोलिंग एजेंट्स की मौजूदगी में मॉक पोल करना है, आदि गतिविधियों की जानकारी दी गई।

एसडीएम एवं सहायक निर्वाचन अधिकारी शिखा अन्तिल ने महिला पीठासीन और सहायक पीठासीन अधिकारियों को संबोधित करते हुए कहा कि पीठासीन और सहायक पीठासीन अधिकारियों को अपना कार्य पूरी निष्ठा व ईमानदारी से करना चाहिए। उन्होंने कहा कि चुनाव सामग्री को संभालने के बाद पीठासीन अधिकारी को अपने बूथ पर पहुंच कर सबसे पहले बूथ का निरीक्षण करना चाहिए। बूथ के अंदर किसी राजनेता की तस्वीर व स्टीकर इत्यादि नहीं लगा होना चाहिए। यदि कोई तस्वीर है तो उसे ढक दें या फिर कहीं और रखवा दें। मतदान केंद्र में ईवीएम मशीन का स्थान खिड़की से दूर होना चाहिए। ताकि मतदान की गोपनीयता बनी रहे। यह ध्यान रखे कि प्रत्येक मतदाता ईवीएम का बटन स्वयं दबाए। कोई मतदाता कुछ पूछता है तो उसका जवाब बूथ पर नियुक्त पोलिंग पार्टी के सदस्य दे सकते हैं।

एसडीएम शिखा अन्तिल ने कहा कि  यह ध्यान रखें कि मतदाता के साथ कोई दूसरा आदमी ईवीएम के समीप ना जाए। पीठासीन अधिकारी यह सुनिश्चित कर लें कि मतदान सुबह सात बजे शुरू हो जाना चाहिए। इसलिए अपनी मॉक पोल की प्रक्रिया सुबह 5:30 बजे से शुरू कर दें। मतदान प्रक्रिया 25 मई को सुबह 07:00 बजे से  शाम 06:00 बजे तक जारी रहेगी। भारत निर्वाचन आयोग की हिदायतों के अनुसार मतदान केंद्र पर 06:00 बजे अन्तिम समय कुछ मतदाता कतार में लगे हुए हैं तो उनको लाइन में पीछे खड़े मतदाता को पर्ची क्रमांक एक से शुरू कर पहले व्यक्ति तक पर्ची नंबर बांट दें, जिससे कि और मतदाता लाइन में लगकर खड़े ना हों सकें। उन्होंने कहा कि बूथ पर जाकर प्रत्याशियों के पोलिंग एजेंट के फार्म पहले दिन ही भरवा लें। इसके लिए फार्म नंबर दस भरा जाएगा। उन्होंने कहा कि संबंधित अधिकारी यह सुनिश्चित करें कि मतदान केंद्रों के 200 मीटर के दायरे में किसी भी प्रकार की प्रचार-सामग्री नहीं होनी चाहिए। सहायक निर्वाचन अधिकारी शिखा अन्तिल ने कहा कि मतदान केंद्र पर चुनाव प्रक्रिया संपन्न कराने की सारी जिम्मेवारी पोलिंग पार्टी की होती है। ऐसे में पोलिंग स्टाफ को लेकर भारत निर्वाचन आयोग के सभी दिशा-निर्देशों का अच्छी प्रकार से अध्ययन अवश्य करें। किसी विषय को लेकर संशय भी हो तो आपस में बातचीत कर आवश्यक जानकारी प्राप्त करें।

उन्होंने प्रशिक्षण शिविर में प्रतिभागी पीओ-एपीओ को मॉक पोल, 85 वर्ष से अधिक आयु के बुजुर्ग मतदाताओं-40 प्रतिशत से अधिक दिव्यांग मतदाताओं को घर से मतदान करने, ईडीसी के लिए फार्म 12-ए, पोस्टल बैलेट के लिए फार्म 12, मतदान केंद्र से संबंधित विभिन्न फार्म के बारे में आवश्यक जानकारी भी दी।

मतदाताओं को भी लेना चाहिए ईवीएम व वीवीपैट का प्रशिक्षण :

एसडीएम शिखा अन्तिल ने कहा कि भारत निर्वाचन आयोग की ओर से मतदाताओं को जागरूक करने के लिए वृहद स्तर पर जागरूकता अभियान चलाए जा रहे हैं। ईवीएम व वीवीपैट से संबंधित जानकारी लोगों को दी जा रही है। ईवीएम में मतदाता अपनी पसंद के उम्मीदवार के सामने वाले बटन को दबाकर उसे वोट देता है। ऐसे में वोट उसी प्रत्याशी को पड़ा है या नहीं इसमें वीवीपैट की अहम भूमिका रहती है। ईवीएम में वोट के बटन को दबाने के 7 सेकंड बाद ही वीवीपैट एक पर्ची जनरेट करती है, जो उस चिह्न की रहती है। जिसे मतदाता ने वोट दिया है। अगर बटन दबाने के बाद कोई दूसरा चिन्ह वीवीपैट पर दिखे, तो समझ लीजिए कि ईवीएम ठीक नहीं है। लेकिन अमूमन ऐसा होता नहीं है।

एसडीएम शिखा अन्तिल ने कहा कि मतदाता ने जिस प्रत्याशी को वोट दिया है, उसी की स्लिप वीवीपैट पर दिखाई देती है। उन्होंने कहा कि प्रशिक्षण लेने से नए अधिकारियों को मतदाताओं से वोटिंग के दिन घबराहट भी नहीं होगी। वह तस्सली से मतदान कर सकते हैं। नए मतदाताओं को ईवीएम व वीवीपैट का प्रशिक्षण जरूर लेना चाहिए।

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