साइबर पुलिस ने इस सप्ताह 16-22 नवम्बर 2024 तक साइबर अपराध के 12 मुकदमों में 27 आरोपी किए गिरफ्तार, 4,95,709/- रुपए किए बरामद
फरीदाबाद: पुलिस आयुक्त सौरभ सिंह, के दिशा निर्देश पर पुलिस उपायुक्त साइबर अपराध उषा के मार्गदर्शन और एसीपी साइबर क्राइम अभिमन्यु गोयत के नेतृत्व में कार्रवाई करते हुए तीनों जोन की साइबर थाना प्रभारी की टीमों के द्वारा कार्रवाई करते हुए 27 आरोपियों को गिरफ्तार किया है।
पुलिस प्रवक्ता ने बताया कि गिरफ्तार आरोपियों में अजय मेहरा, राहुल सिंह, राहुल पिल्ले, प्रवीन, रजत जैन, कृष्ण सैनी, विपिन डगर, जावेद, फैसल, प्रवीण कुमार मिश्रा, केवल कुमार, उमेश सैनी, हदिया भवदीप, अशोक कुमार, गणपत, राज वर्मा, उस्मान अली, साहिल खान, अबरार खान, घनश्याम उर्फ रोहित, सुनील कोले, राहुल महावर, सुरजीत, विष्णु कुमंत, त्रिलोक जयसवाल, मनोज कुमार तथा कुलदीप सिंह का नाम शामिल है। गिरफ्तार किए गए सभी आरोपियों को दिल्ली एनसीआर, उत्तर प्रदेश, राजस्थान, गुजरात, मध्य प्रदेश इत्यादि स्थानों से गिरफ्तार किया गया है।
उन्होंने अधिक जानकारी देते बताया कि 12 मुकदमों को सुलझाते हुए 27 आरोपीयों को गिरफ्तार किया है। जिसमें साइबर थाना NIT के 03, साइबर थाना सेंट्रल के 04 और साइबर थाना बल्लबगढ़ के 05 मामले शामिल है। आरोपियों से मुकदमों में 4,95,709/- बरामद किए गए हैं इसके साथ ही 104 शिकायतों का निस्तारण करते हुए 6,32,999/- रुपए रिफंड व 32199/- रुपए बैंक खातों में सीज कराए गए।
आजकल के आधुनिक/तकनीकी दौर में लोगों को अलग-अलग तरह से ऑनलाइन सुविधाएं मिल रही है। जिसके माध्यम से लोग अपने ज्यादातर काम कर रहे हैं। साइबर अपराधी इसका फायदा उठा कर लोगो को साइबर अपराध का शिकार बनाते है। साइबर ठगी के लिए साइबर अपराधी लोगों को विभिन्न प्रकार से लालच देते हैं, जिनमें से कुछ बडे़ प्रकार टेलीग्राम टास्क फ्रॉड, इन्वेस्टमेंट फ्रॉड, कस्टमर केयर अधिकारी बनकर फ्रॉड, लोन फ्रॉड, अश्लील वीडियों बनाकर ब्लैकमेल करके, QR, UPI ,लोगों के खाते में बहाने से पैसे डलवाने का लालच देना, बैक अधिकारी बनकर ओटीपी प्राप्त करना तथा कस्टम व पुलिस अधिकारी बनकर गिरफ्तारी का भय दिखाकर ठगी करना प्रमुख है।
शेयर मार्किट इंवेस्मेंट फ्रॉड-
साइबर अपराधी सोशल मीडिया या अन्य माध्यमों से लोगों से संपर्क करते हैं और आमजन को शेयर मार्केट में पैसे लगाकर मोटा मुनाफा कमाने का लालच देते हैं। पैसों के लालच में व्यक्ति उनकी बातों में आ जाता है और इसके बाद साइबर अपराधी इनसे शेयर मार्केट में पैसे इन्वेस्ट करवाते हैं। साइबर अपराधी पहले छोटी-छोटी राशि निवेश करवाते हैं और उसपर थोड़ा बहुत मुनाफा दे देते हैं जिससे उस व्यक्ति को विश्वास हो जाता है कि यह है एक अच्छा इन्वेस्टमेंट प्लान है। इसके पश्चात साइबर अपराधी उससे और ज्यादा पैसे लगाने के लिए कहते हैं और आप अपनी सारी धनराशि इन साइबर अपराधियों द्वारा बताए गए तरीके से इन्वेस्ट करते हैं और जैसे ही साइबर अपराधियों तक पैसा पहुंचता है तो वह अपना नंबर बंद करके फरार हो जाते हैं और आप साइबर अपराध का शिकार हो जाते हैं। यदि आपके पास भी इस प्रकार का कोई मैसेज या फोन आता है और शेयर मार्केट में ज्यादा पैसे निवेश करके ज्यादा पैसे कमाने का लालच देता है तो वह साइबर अपराधी हो सकता है और आपको आर्थिक नुकसान पहुंचा सकता है। कहीं भी पैसे इन्वेस्ट करने से पहले अच्छे से जांच कर ले कि कहीं वह कोई साइबर अपराधी तो नहीं।
साइबर फॉड से बचाव-
• ऑनलाइन फ्रॉड करने वाले साइबर अपराधी किसी बैंकिंग वेबसाइट की हूबहू डुप्लीकेट वेबसाइट बनाते हैं। जिसपर आरबीआई की सभी शर्त व गाइडलाइन भी मेंशन करते हैं।
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• अगर आपके पास किसी अनजान नम्बर से किसी ऑफर व किसी प्राकर का लाभ देने के संबंध में कॉल आए तो सरकारी नम्बर से जानकारी ले और अपनी गोपनीय जानकारी जैसे बैक खाते,पैनकार्ड, आधार कार्ड, की गोपनीय जानकारी ना दे।
• यदि कोई व्यक्ति आपको फोन या मैसेज करके कम समय में ज्यादा पैसे कमाने का लालच देता है तो समझ जाए कि वह साइबर ठग है
• लॉटरी या गिफ्ट बांटने वाली कंपनी या वेबसाइट को खोलकर ना देखें
• जो ऐप्स प्रीपेमेंट फीस, प्रोसेसिंग फीस या प्री क्लोजर फीस ज्यादा मांगे उनके इस्तेमाल से परहेज करना चाहिए
• अनवेरिफाइड ऑनलाइन बैंकिंग ऐप्स जो उधार देते हों उनसे बचना चाहिए. ऐसे फ्रॉड ऐप आपसे आपकी गोपनीय जानकारियां जैसे बैंक खाते संबंधित डीटेल्स, क्रेडिट और डेबिट कार्ड की जानकारी, पिन कार्ड या एड्रेस मांगते हैं।
– पॉर्न साइट पर सर्फिंग न करें, केवल सेफ वेबसाइट को ही खोलें
– जिन वेबसाइट के यूआरएल से पहले ताला बना होता है उन साइट पर जाएं
– लाल रंग से ताले के निशान कटे होने वाली वेबसाइट को खोलने से बचें
– फ्रेंड रिक्वेस्ट स्वीकार करने से पहले उसकी पूरी तरह से जांच कर लें