गणित की परीक्षा को लेकर हरियाणा के शिक्षा मंत्री तुरंत प्रभाव से लें संज्ञान : गौरव पाराशर

बोर्ड परीक्षा में कक्षा दसवीं का गणित पेपर आया आउट ऑफ सिलेबस

फरीदाबाद। हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड का दसवीं की परीक्षा का पहला पेपर गणित का था। इस पेपर को लेकर विद्यार्थी शिक्षक दंग रह गए क्योंकि बोर्ड परीक्षा में कक्षा दसवीं का गणित पेपर आउट ऑफ सिलेबस आया। अधिकांश विद्यार्थियों का आरोप 50 फीसदी से अधिक प्रश्न पुस्तक से बाहर के थे। बॉर्ड द्वारा जारी सैंपल पेपर भी निराधार बताए। गत वर्ष 2024 को ली गई परीक्षा का भी प्रश्न पत्र में एक भी प्रश्न नहीं। जिसके कारण नब्बे प्रतिशत से अधिक प्राप्त करने वाले विद्यार्थी 60 से 70 प्रतिशत पर ही सिमट जाएंगे।

विद्यार्थियों ने भी कहा लेवल 2 व ओलम्पियाड परीक्षा में आने वाले प्रश्न थे पेपर में  यानी पेपर का स्तर दसवीं के स्तर से बहुत ऊंचा था। जिसके चलते परीक्षार्थियों के पैरों से जमीन खिसक गई और जिन विद्यार्थियों को जो कुछ पेपर सॉल्व करना आता था उसे भी नहीं कर पाए। एकदम से मानसिक तनाव बच्चों पर बन गया। प्राइवेट स्कूल एसोसिएशन के महासचिव गौरव पाराशर ने बताया कि बच्चों ने एनसीईआरटी की पुस्तक दो से तीन बार रिवाइज की, मॉडल टेस्ट पेपर भी तैयार किए।

हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड की गाइडलाइन के मुताबिक जो 2024 में सितंबर और अक्टूबर में जो प्री बोर्ड की परीक्षा हुई या फिर बोर्ड द्वारा जो सैंपल पेपर दिए गए थे उसके मुताबिक भी पेपर में कुछ भी नहीं था। जो प्रीवियस ईयर पेपर आते हैं उसके मुताबिक पेपर नहीं था। स्टैंडर्ड मैथ में जो पेपर आया है। वह कंपटीशन लेवल का पेपर है। जिसके चलते विद्यार्थियों को बड़ा नुकसान हुआ है। उन्होंने कहा कि पहले जो पीछे पेपर रहे हैं उसमें 80% बुक से पेपर आया है, लेकिन आज जो गणित का पेपर हुआ है वह 50 फीसदी ही पुस्तक के अनुसार है।

1) प्रश्न पत्र सैंपल पेपर से मैच नहीं हुआ।
2) डिफिकल्टी सीबीएसई के पेपर पर से ज्यादा था।
3) सितंबर 2024 की परीक्षा में भी है पैटर्न अप्लाई नहीं हुआ। पहली बार इस पैटर्न पर पेपर आया।
4) सिलेबस में पूर्व से निर्धारित नहीं थे योग्यता आधार प्रश्न।
5) स्टैंडर्ड और बेसिक में अंतर स्पष्ट नहीं था।
6) पेपर के कुछ कॉन्सेप्ट एनसीईआरटी में स्पष्ट नहीं।

पिछला स्टैंडर्ड मैथमेटिक्स का पेपर अबकी बार बिल्कुल बेसिक से मैच हो रहा था। लेकिन अबकी बार स्टैंडर्ड कहीं से मैच नहीं हो रहा था। इस प्रकार की कई खामियां हैं वो आज गणित के पेपर के दौरान विद्यार्थियों व उनके शिक्षकों को देखने को मिली है, जिसके चलते विद्यार्थी व शिक्षक असमंजस व डिप्रेशन में है,क्योंकि जिस प्रकार से विद्यार्थियों को शिक्षकों ने मेहनत करवाई थी और यह विद्यार्थियों ने अपनी कड़ी मेहनत की थी,अच्छी मेरिट बनाने के लिए व स्कॉलरशिप प्राप्त करने के लिए दिन रात एक कर रखे थे जो आज धूमिल होती दिख रही है।

विद्यार्थियों के भविष्य को देखते हुए प्राइवेट स्कूल्स एसोसिएशन फरीदाबाद ने शिक्षा बोर्ड,एनसीईआरटी व हरियाणा के शिक्षा मंत्री से अपील की है कि इस विषय पर गहनता से चिंतन मंथन करे, ताकि विद्यार्थियों के भविष्य के साथ किसी प्रकार का खिलवाड़ न हो सके और विद्यार्थियों को न्याय मिल सके  अपील करते हैं कि हरियाणा के शिक्षा मंत्री तुरंत प्रभाव से संज्ञान ले। जो भी गणित विषय की परीक्षा में कई खामियां हैं या भ्रांतियां हैं, उसे जल्द से जल्द दूर किया जाए, ताकि विद्यार्थी आने वाले विषयों  की परीक्षा बिना तनाव के दे सकें।

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