जलभराव की समस्या के समाधान हेतु प्रशासन सक्रिय: डीसी विक्रम सिंह
- सेक्टर 20, सेक्टर 48, संजय कॉलोनी, बड़खल सहित कई क्षेत्रों में शनिवार को चला विशेष अभियान
फरीदाबाद। मानसून पूर्व तैयारियों के तहत जिला प्रशासन फरीदाबाद द्वारा जलभराव की समस्या के स्थायी समाधान के लिए विशेष अभियान चलाया जा रहा है। इस अभियान के अंतर्गत विभिन्न क्षेत्रों में जल निकासी व्यवस्था को सुदृढ़ करने हेतु निरंतर कार्यवाही की जा रही है।
उपायुक्त विक्रम सिंह ने जानकारी देते हुए बताया कि शनिवार को सेक्टर-20, सेक्टर-48, संजय कॉलोनी, बड़खल सहित कई संवेदनशील क्षेत्रों में नालों की सफाई और ड्रेनेज प्वाइंट्स को अवरोधमुक्त करने के लिए विशेष सफाई अभियान संचालित किया गया। इन क्षेत्रों में मानसून के दौरान जलभराव की संभावना को ध्यान में रखते हुए प्राथमिकता के आधार पर कार्य कराए जा रहे हैं।
डीसी ने बताया कि बरसात के समय जलभराव की स्थिति को रोकने के लिए प्रशासन ने बहुपरतीय रणनीति अपनाई है। इसमें प्रमुख नालों की समयबद्ध सफाई, अतिक्रमण हटाना, पंपिंग स्टेशन की क्षमता वृद्धि, तथा जल निकासी प्रणाली को सुचारू बनाने जैसे कदम शामिल हैं। नगर निगम की देखरेख में इन कार्यों को युद्धस्तर पर अंजाम दिया जा रहा है।
अवैध निर्माणों के कारण जहां जल निकासी बाधित हो रही थी, वहां से अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई की जा रही है। इसके साथ ही विभिन्न क्षेत्रों में एचसीएस अधिकारियों की जिम्मेदारी तय की गई है, जो लगातार अपने क्षेत्रों की निगरानी कर रहे हैं और आवश्यकतानुसार त्वरित निर्णय ले रहे हैं।
यह भी पढ़ें
डीसी ने यह भी बताया कि कई पंपिंग स्टेशनों की कार्यक्षमता बढ़ाई गई है और खराब पंपों की मरम्मत या अदला-बदली कर ली गई है ताकि किसी भी आपात स्थिति में त्वरित जल निकासी सुनिश्चित की जा सके।
प्रमुख अंडरपास, मुख्य सड़कों और घनी बस्तियों वाले इलाकों में विशेष निगरानी रखी जा रही है ताकि बारिश के दौरान ट्रैफिक जाम या जलभराव जैसी समस्याओं से नागरिकों को परेशान न होना पड़े। नगर निगम अधिकारियों को प्रतिदिन फील्ड में जाकर सफाई कार्यों की निगरानी करने और उसकी रिपोर्टिंग करने के निर्देश दिए गए हैं।
उपायुक्त विक्रम सिंह ने स्पष्ट किया कि जल निकासी संबंधी कार्यों में किसी भी प्रकार की लापरवाही को गंभीरता से लिया जाएगा और जिम्मेदार अधिकारियों की जवाबदेही तय की जाएगी।
उन्होंने आमजन से अपील की कि वे नालों में कूड़ा-कचरा न डालें और जल निकासी व्यवस्था को सहयोग प्रदान करें। यदि कहीं जलभराव या रुकावट की स्थिति बनती है तो तुरंत प्रशासन को सूचित करें। डीसी ने कहा कि प्रशासन और नागरिकों के संयुक्त प्रयासों से ही इस दीर्घकालिक समस्या का स्थायी समाधान संभव है।