इस्कॉन फरीदाबाद में मंदिर सफाई उत्सव और रथ यात्रा समारोह का भव्य आयोजन

फरीदाबाद: इस्कॉन मंदिर, सेक्टर 37, फरीदाबाद में आज 26 जून को मंदिर सफाई उत्सव (गुंडीचा मार्जन) अत्यंत भक्ति और उल्लास के साथ मनाया गया। यह आयोजन पुरी धाम की गुंडीचा परंपरा पर आधारित था, जिसमें लगभग 200 भक्तों ने भाग लिया। इसका उद्देश्य केवल मंदिर की बाहरी सफाई नहीं, बल्कि भक्तों के हृदय की भी आध्यात्मिक शुद्धि करना था।

यह परंपरा यह संदेश देती है कि जैसे रथ यात्रा से पूर्व भगवान जगन्नाथ के गुंडीचा मंदिर को स्वच्छ किया जाता है, वैसे ही भक्तों को भी अपने हृदय को अनर्थों (अवांछनीय इच्छाओं) से शुद्ध करना चाहिए, जिससे वे भगवान के रथ को खींचने और उनकी सेवा में स्वयं को समर्पित करने योग्य बन सकें।

आगामी रथ यात्रा कार्यक्रम – पवित्र नाम के प्रसार का उत्सव:

इस्कॉन फरीदाबाद निम्नलिखित स्थानों पर रथ यात्रा का आयोजन कर रहा है, जिसका उद्देश्य है – भगवान कृष्ण के पवित्र नाम का प्रचार, भक्ति का विस्तार और समाज में मंगलमय ऊर्जा का संचार:

27 जून – आर.पी.एस. सवाना सोसाइटी (ग्रेटर फरीदाबाद)

28 जून – एन.आई.टी. फरीदाबाद एवं पलवल (2 कार्यक्रम)

29 जून – बल्लभगढ़ एवं सेक्टर 9, फरीदाबाद (2 कार्यक्रम)

1 जुलाई – सेक्टर 37, इस्कॉन मंदिर परिसर

5 जुलाई – होडल एवं रॉयल हेरिटेज सोसाइटी (ग्रेटर फरीदाबाद) – 2 कार्यक्रम

जगन्नाथ रथ यात्रा का आध्यात्मिक महत्व:

भगवान जगन्नाथ की रथ यात्रा यह दर्शाती है कि ईश्वर सबके लिए सुलभ हैं — वे किसी जाति, धर्म या वर्ग में भेद नहीं करते। यह यात्रा आत्मा के परमात्मा की ओर लौटने की प्रतीक है, और इस संसार की अस्थिरता का भी स्मरण कराती है। रथ खींचना केवल एक धार्मिक क्रिया नहीं, बल्कि ईश्वर के साथ संबंध जोड़ने का सशक्त माध्यम है।

गोपेश्वर दास जी, मंदिर अध्यक्ष का संदेश:

“हम सभी भक्तों से अनुरोध करते हैं कि वे भगवान के रथ को खींचने अवश्य आएं, उनके पवित्र नाम का जप करें और उनके साथ आत्मिक संबंध स्थापित करें। यही संबंध जीवन को हर दृष्टिकोण से सफल बना सकता है।”

यह आयोजन इस्कॉन फरीदाबाद की ओर से शुद्ध भक्ति, सेवा, सामूहिक चेतना और आध्यात्मिक जागरण का अनुपम उदाहरण है। सभी श्रद्धालुओं से अनुरोध है कि इस रथ यात्रा उत्सव में सम्मिलित होकर भगवान जगन्नाथ की कृपा प्राप्त करें।

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