निष्काम भाव से जरूरतमंदों की सेवा कर रहा सतयुग दर्शन ट्रस्ट
फरीदाबाद। ग्राम भूपानी स्थित, फरीदाबाद सतयुग दर्शन ट्रस्ट (रजि0) अपनी स्थापना के आरम्भिक काल से ही मानव के शारीरिक, मानसिक व नैतिक/आत्मिक उत्थान हेतु सेवारत है। इस हेतु ट्रस्ट समय-समय पर अपनी विभिन्न गतिविधियों के माध्यम से समाज में जाग्रति, प्रेम, एकता व भाईचारे की भावना का संचार करता आया है। इसी श्रृंखला में ट्रस्ट ने अब विश्वस्तरीय निष्काम सेवा अभियान की शुरुआत की है जिसके तहत् देश-विदेश के विभिन्न भागों में निवास कर रहे, ट्रस्ट के सदस्य अपनी एक माह की आय को मानवता के कल्याण के निमित्त समर्पित कर, निष्काम भाव से ज़रूरतमंद सजनों की सेवा कर रहे हैं। इस सेवा के तहत् अनवरत रूप से दिन-रात, सुबह-शाम, जगह-जगह जाकर ज़रूरतमंद सजनों को खोज कर, उनको भोजन, कपड़े, व अन्य ज़रूरी संसाधन प्रदान किए जा रहे हैं।
इस तरह उनके मायूस हतोत्साहित मन को खुशी प्रदान कर, ट्रस्ट के सेवारत सजन भी असीम शांति व आनन्द का अनुभव कर रहे हैं। हमारे संवाददाता ने जब इस क्रिया के उद्देश्य के बारे में पूछा तो ट्रस्ट के प्रवक्ता ने बताया कि आज के समय में इंसान की मन: सोच इतनी संकुचित हो गई है कि वह केवल ‘मैं और मेरा’ के बारे में ही सोचता है और जो कुछ धन-दौलत व सम्पत्ति के रूप में अर्जित करता है, केवल अपने या अपनों के लिए ही करता है।
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भौतिक अर्जना की यह होड़ उसे काम/कामनाओं का गुलाम बना इतना लोभी, क्रोधी, स्वार्थी व अहंकारी बना देती है कि अपने व अपनो के अतिरिक्त, असहाय, दीन व लाचार भाई-बंधुओं की आधारभूत आवश्यकताओं की पूत्र्ति की तरफ उसका ध्यान ही नहीं जा पाता और न ही वह उनके निमित्त उदार ह्मदय से अपनी आय या संसाधनों के कुछ हिस्से का निष्काम भाव से त्याग कर पाता है। यदि ध्यान से देखा जाए तो यही मोह-माया या ममता इंसान के दु:खों का मूल कारण है। मानव के इस दु:ख को दूर कर, उसके मन में अपने विशाल कुटुम्ब के प्रति निज कर्तव्य का बोध कराने हेतु ही, ट्रस्ट ने देश-विदेश में रह रहे अपने सदस्यों को जुलाई माह में असहाय सजनों की सहायतार्थ निष्काम भाव व उदार ह्मदय से यह क्रिया सम्पन्न करने का आवाहन दिया है।
ट्रस्ट के प्रवक्ता के अनुसार यह एक सहज व सरल तरीका है इंसान को स्वार्थी से परमार्थी बना सर्वहितकारी बनाने का। ज्ञात हो विदेशों के अतिरिक्त अभी तक यह क्रिया पंजाब, उत्तर प्रदेश, हरियाणा, महाराष्ट्र, केन्द्र प्रशासित प्रदेशों, हिमाचल, उत्तराखंड, असम, राज्यस्थान, गुजरात, आदि में बहुत जोरों शोरों से चल रही है व इस द्वारा अभी तक हजारों लोग लाभान्वित हो चुके हैं।इस क्रियाविधि का लाभ देखते हुए ट्रस्ट ने अपने सदस्यों के अतिरिक्त समाज के समृद्ध नागरिकों, उद्योगपतियों, कल्याणकारी सामाजिक संस्थानों एवं मानव सेवा संगठनों जैसे रोटरी क्लब, रेड क्रास सोसायटी, मन्दिर, गुरुद्वारों, चर्चों आदि से भी जन उत्थान के इस नेक व पुण्य कार्य में आगे बढक़र सहयोग प्रदान करने की करबद्ध अपील की है। इस अपील में ट्रस्ट ने स्पष्टतया व्यक्त किया है आज के समय में जहाँ लाभ कमाने की होड़ में अक्सर इंसानियत पीछे छूट जाती है, हमारा कर्तव्य बनता है कि हम जाति-पाति, रूप, रंग व धर्म-भेद से ऊपर उठकर, अपने आसपास चुपचाप संघर्ष कर रहे लोगों को जीवनयापन हेतु हैसियत अनुसार आवश्यक सहायता पहुँचाएँ। इस संदर्भ में यदि अभी तक कुछ नहीं किया तो आओ इस जुलाई माह में मिलजुल कर यह समतामूलक जीवन उद्धारक आरंभिक कदम उठाएँ।