फरीदाबाद में कमिश्नर की फर्जी आईडी बनाकर मांगा कैश, मथुरा से जालसाज गिरफ्तार
फरीदाबाद। जिले में साइबर अपराध के एक मामले का खुलासा हुआ है। जिसमें नगर निगम कमिश्नर की फर्जी फेसबुक आईडी बनाकर एक कर्मचारी से पैसे मांगने की कोशिश की गई। मामले में फरीदाबाद पुलिस के साइबर थाना सेंट्रल की टीम ने त्वरित कार्रवाई करते हुए गिरोह का भंडाफोड़ कर एक आरोपी को गिरफ्तार किया है। पुलिस प्रवक्ता यशपाल सिंह ने बताया कि साइबर थाना सेंट्रल में नगर निगम के एक कर्मचारी ने शिकायत दी थी कि 29 मई को उसे फेसबुक पर नगर निगम फरीदाबाद के कमिश्नर के नाम से एक फर्जी आईडी से मैसेज आया।
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उस मैसेज में लिखा था कि “आपके पास एक कॉल आएगा, उसकी मदद करनी है। कुछ देर बाद एक व्यक्ति का कॉल आया, जिसने खुद को कमिश्नर का जानकार बताया। वहीं कर्मचारी को शक हुआ और जब उसने मामले की जांच की, तो पता चला कि फेसबुक आईडी फर्जी है। शिकायत पर साइबर थाना सेंट्रल में आईटी एक्ट और धोखाधड़ी की धाराओं के तहत मामला दर्ज कर लिया गया। जांच करते हुए साइबर टीम ने आरोपी की पहचान 22 वर्षीय मुनासिब के रूप में की, जो उत्तर प्रदेश के मथुरा जिले के मंडोरा गांव का रहने वाला है। पुलिस टीम ने उसे उसके गांव से गिरफ्तार किया।
प्राथमिक पूछताछ में सामने आया है कि आरोपी मुनासिब ने पहले कमिश्नर की फर्जी फेसबुक आईडी बनाई और फिर अपने एक साथी के साथ मिलकर नगर निगम कर्मचारी से पैसों की मांग की। आरोपी ने कर्मचारी को यह विश्वास दिलाने की कोशिश की, कि कॉल वाकई में कमिश्नर के परिचित का है। पुलिस ने आरोपी के कब्जे से दो मोबाइल भी बरामद किए हैं, जिनका इस्तेमाल फर्जी फेसबुक अकाउंट चलाने में किया गया था। जांच में यह भी खुलासा हुआ है कि मुनासिब इससे पहले भी वर्ष 2020 में एक साइबर अपराध के मामले में तेलंगाना के बाल सुधार गृह में रह चुका है। फरीदाबाद पुलिस ने आरोपी को 3 दिन के पुलिस रिमांड पर लिया है, ताकि पूछताछ कर साथियों का पता लगाया जा सके।