यमुना किनारे भूमि कटाव को रोकने को लगाए ठोकर, अब फसल रहेंगी सुरक्षित

फरीदाबाद। यमुना नदी में तेज बहाव से होने वाले भूमि कटाव को ध्यान रखते हुए सिंचाई विभाग ने पत्थरों की ठोकर (स्टड्स) लगाने का काम पूरा कर लिया है। इससे अब किसानों ने भी राहत की सांस ली है क्योंकि अब उनकी कृषि योग्य भूमि पानी में बहकर नहीं जाएगी। यमुना में 2023 में तेज बहाव होने के कारण लतीफपुर के पास भूमि कटाव हो गया था।

यह भूमि कटाव 2023 और 2024 में बढ़ गया। भूमि कटाव को लेकर किसानों को चिंता सता रही थी कहीं उनके खेतों की मिट्टी बह कर यमुना में न चली जाए। इस बात को लेकर किसानों ने अपनी समस्या सिंचाई विभाग के सामने रखी। सिंचाई विभाग ने यहां पर ठोकर लगाने की योजना को बनाकर सरकार ने मंजूरी करा दिया। यमुना में ठोकर लगाने का कार्य सिंचाई विभाग ने 20 जून को शुरू किया था। अब यह 15 जुलाई को पूरा हो चुका है।

यमुना में ठोकर लगने से गांव के किसानों की अब चिंता समाप्त हो गई है। क्योंकि अब उनके खेतों को किसी भी तरह का कोई खतरा नहीं है। उपमंडल अधिकारी सिंचाई विभाग अरविंद शर्मा का कहना है कि हमने यमुना में ठोकर लगाने का काम पूरा कर दिया। 1800 फुट की लंबाई में ठोकर लगाई गई है। यह 2.80 करोड़ रुपये की लागत से लगाई गई है। ठोकर के लगने से कृषि योग्य भूमि पूरी तरह से बची रहेगी और फसल को भी किसी तरह का कोई नुकसान नहीं होगा।

You might also like