लेबर वार्ड में ‘प्रसूति दर्द’ से बड़ा है ‘टूटी छत’ का डर
ड्यूटी पर डॉक्टर, स्टाफ नर्स, स्वास्थ्य कर्मी और मरीज सभी दहशत में
फरीदाबाद। देश-प्रदेश की सत्तारूढ़ भाजपा सरकार अपनी एक दशक से भी ज्यादा की उपलब्धियों की डींगे मारते थकती नहीं है। जनता को विकसित भारत-2047 का लक्ष्य वाला लॉलीपॉप और थमा दिया है। शिक्षा, स्वास्थ्य और अन्य तमाम तरह के विकास कार्यों को सुबह से शाम तक ढिंढोरा पीटते रहते हैं। आमजन के लिए शिक्षा-स्वास्थ्य और सड़क सभी बड़ी मुश्किलें खड़ी कर रहे हैं। ऐसा ही एक दृश्य स्मार्ट सिटी के इकलौते ईएसआई अस्पताल फरीदाबाद के प्रसूति वार्ड में देखने को मिली।
यह भी पढ़ें
जिसकी छत की सीलिंग एक सप्ताह से टूटी पड़ी है। टूटी सीलिंग वाली छत के नीचे गर्भवती महिलाओं को इतना डर प्रसूति दर्द का नहीं जितना ऊपर लटकती सीलिंग का है। लगता है जाने कब नीचे आ गिरे और जज्जा-बच्चा दोनों को नुकसान पहुंचा दे। कब बड़ा हादसा हो जाए यही सोच कर ड्यूटी पर डॉक्टर, स्टाफ नर्स, स्वास्थ्य कर्मी और वार्ड में भर्ती मरीज सभी दहशत में रहते हैं।
एनआईटी फरीदाबाद स्थित ईएसआई अस्पताल के प्रसूति वार्ड में भर्ती संध्या, अश्मिता, रानी और मीनू के अनुसार उन्हें इतना डर अपनी होने वाली प्रसूति से नहीं जितना हमारे ऊपर लटकती सीलिंग का है। पता नहीं कब टूटी सीलिंग नीचे आ गिरे और हमें और हमारे होने वाले बच्चे को नुकसान पहुंचा दे। वार्ड में भर्ती गर्भवती महिला छोटी और नीलम के अनुसार लेबर रूम की छत की टूटी सीलिंग कभी भी गिर सकती है। नाम न छापने की शर्त पर एक स्वास्थकर्मी ने बताया कि यह सीलिंग एक सप्ताह पहले टूटी थी। अस्पताल प्रबंधन को इसकी सूचना दे दी गई है लेकिन अभी भी इसे ठीक नहीं किया गया है। शायद हॉस्पिटल प्रबंधन को किसी बड़े हादसे का इंतजार है।