फरीदाबाद। जिला रेलवे प्रशासन ने फरीदाबाद और पलवल रेलवे स्टेशनों पर बड़ी कार्रवाई करते हुए दिल्ली और पलवल के बीच चलने वाली सात लोकल शटल ट्रेनों में जांच अभियान चलाया। यह कार्रवाई आरपीएफ और कॉमर्शियल विभाग की संयुक्त टीम द्वारा की गई, जिसमें कुल 76 यात्री बिना टिकट या बिना बुकिंग के भारी सामान लेकर यात्रा करते हुए पकड़े गए। इन यात्रियों से 20 हजार 940 रूपए का जुर्माना वसूला गया है। अभियान का नेतृत्व सहायक कॉमर्शियल मैनेजर मृत्युंजय कुमार द्वारा किया गया। विभाग को लगातार यह शिकायतें मिल रही थी कि दिल्ली से पलवल के बीच चलने वाली लोकल ईएमयू ट्रेनों के जनरल कोचों में यात्री बिना टिकट यात्रा कर रहे हैं
और दूधिए बिना बुकिंग के भारी डिब्बे रखकर जनरल कोच के गेट पर खड़े रहते हैं, जिससे अन्य यात्रियों को आवाजाही में दिक्कत होती है। शनिवार को दिल्ली से पलवल और पलवल से दिल्ली की ओर जाने वाली सात शटल ट्रेनों की विशेष जांच की गई। इस कार्रवाई में चार टीटीई और चार आरपीएफ कर्मचारियों की टीम लगाई गई थी।
यह भी पढ़ें
जांच के दौरान 76 यात्री अवैध रूप से यात्रा करते हुए पकड़े गए, जिनमें कई लोग बिना टिकट थे जबकि कुछ यात्रियों ने बुकिंग के बिना भारी सामान ले रखा था। वहीं दूसरी ओर बल्लभगढ़ रेलवे स्टेशन पर भी आरपीएफ ने बड़ी कार्रवाई की। आरपीएफ इंस्पेक्टर श्रवण कुमार ने जानकारी दी कि सब-इंस्पेक्टर सतेंद्र यादव और एएसआई धर्मवीर सिंह की टीम ने शकूर बस्ती से पलवल जाने वाली शटल ट्रेन के प्लेटफॉर्म नंबर दो पर जांच की। यहां जनरल कोच के गेट पर चार दूधिए और दो अन्य यात्री बगैर बुकिंग के दूध के डिब्बे और भारी सामान लेकर यात्रा करते पाए गए।
इन यात्रियों को गिरफ्तार कर उनके खिलाफ रेलवे अधिनियम के तहत केस दर्ज किया गया। इंस्पेक्टर श्रवण कुमार ने स्पष्ट किया कि जनरल कोच में गेट के पास दूध या कोई अन्य सामान रखना अवैध है, इससे यात्रियों की आवाजाही में बाधा उत्पन्न होती है। उन्होंने चेतावनी दी, कि भविष्य में जो भी दूधिया या यात्री इस प्रकार यात्रा करता हुआ पाया गया, उसके खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी। रेलवे द्वारा निर्धारित ‘विक्रेता डिब्बा’ होता है, जिसमें ऐसे विक्रेता या सप्लायर को यात्रा करनी चाहिए।