जेसी. बोस विश्वविद्यालय की फर्जी वेबसाइट मामले में दूसरा आरोपी गिरफ्तार

फरीदाबाद। जेसी. बोस विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, वाईएमसीए फरीदाबाद की फर्जी वेबसाइट बनाकर फर्जी डिग्री तैयार करने के सनसनीखेज मामले में साइबर थाना बल्लभगढ़ की टीम ने दूसरे आरोपी अनिल निवासी नगूरा, जिला जींद को गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस प्रवक्ता ने जानकारी देते हुए बताया कि इस मामले में वर्ष 2024 में शिकायत दर्ज हुई थी, जिसमें कहा गया था कि किसी अज्ञात व्यक्ति ने विश्वविद्यालय की क्लोन वेबसाइट तैयार कर रखी है। इस वेबसाइट का इस्तेमाल फर्जी गतिविधियों में किया जा सकता है। मामले की गंभीरता को देखते हुए साइबर थाना बल्लभगढ़ में केस दर्ज कर जांच शुरू की गई थी।

जांच के दौरान सामने आया कि आरोपी अनिल यूके गया हुआ था। इस पर पुलिस टीम ने लुकआउट सर्कुलर जारी करवाया। आरोपी जैसे ही 21 जुलाई को यूके से भारत लौटा, साइबर थाना की टीम ने दिल्ली एयरपोर्ट पर घेराबंदी कर उसे गिरफ्तार कर लिया। पुलिस पूछताछ में यह खुलासा हुआ कि अनिल ने अपने साथी सुशील के साथ मिलकर फर्जी डिग्रियां तैयार करने का गिरोह बनाया हुआ था। ताकि किसी को शक न हो, इसलिए दोनों ने जेसी. बोस विश्वविद्यालय की हूबहू क्लोन वेबसाइट तैयार की थी।

जब कोई व्यक्ति वेबसाइट पर जाकर अपनी डिग्री का वेरिफिकेशन करता, तो उसे फर्जी वेबसाइट से ही प्रमाणित जानकारी उपलब्ध कराई जाती, जिससे डिग्री असली प्रतीत होती। गिरफ्तार किए गए आरोपी को न्यायालय में पेश कर जेल भेज दिया गया है। पुलिस के अनुसार मामले के मुख्य आरोपी सुशील को पहले ही गिरफ्तार किया जा चुका है और वह न्यायिक हिरासत में है। पुलिस इस मामले में और भी खुलासे होने की संभावना से इनकार नहीं कर रही है। क्लोन वेबसाइट और फर्जी डिग्री का यह संगठित खेल साइबर अपराध और शैक्षणिक धोखाधड़ी का नया उदाहरण बनकर सामने आया है।

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