सैनिक कॉलोनी के पास ग्रीन बेल्ट को उजाड़ने पर उठे सवाल, स्थानीयों ने जताई नाराजगी

- निजी संस्था ने जो क्षेत्र किया था हरा-भरा, एफएमडीए ने फिर से समतल कर दिया

फरीदाबाद। शहर को हरा भरा बनाने के लिए निजी संस्थाएं प्रयास कर रही हैं, लेकिन फरीदाबाद महानगर विकास प्राधिकरण (एफएमडीए) के कुछ अधिकारियों की कार्यशैली इन प्रयासों पर पानी फेर रही है। ताजा मामला सैनिक कॉलोनी के गेट नंबर तीन के सामने स्थित ग्रीन बेल्ट का है, जिसे स्थानीय संस्था द्वारा वर्षों की मेहनत से हरा-भरा बनाया गया था, लेकिन एफएमडीए द्वारा उसे फिर से समतल कर दिया गया।

स्थानीय निवासी गौरव अरोड़ा ने बताया कि सैनिक कॉलोनी से अनखीर मोड़ तक की खाली जगह पर सालों से कचरा डाला जाता रहा है। उनकी संस्था ने इस क्षेत्र को गोद लेकर खुद सफाई करवाई, कचरा हटाया और पौधारोपण किया। अब इस क्षेत्र में 10 से 15 फीट ऊंचे पेड़ खड़े थे और स्थानीय लोग वहां सुबह-शाम सैर करते थे। हालांकि, सीएम विंडो पर किसी शिकायत के बाद एफएमडीए की बागवानी शाखा ने यहां बिना जांच किए मशीनें चलवा दीं और पूरे ग्रीन बेल्ट को फिर से समतल कर दिया। इससे न केवल हरियाली नष्ट हुई बल्कि सरकारी धन का भी दुरुपयोग हुआ, क्योंकि अब उसी जगह को दोबारा विकसित करने के लिए पैसा खर्च किया जाएगा।

इस कार्रवाई पर स्थानीय लोग नाराज़ हो गए और उन्होंने एफएमडीए के मुख्य कार्यकारी अधिकारी श्यामल मिश्रा को शिकायत दी। सीईओ ने तत्काल बागवानी शाखा के मुख्य अभियंता रमेश शर्मा और कार्यकारी अभियंता देवेंद्र भड़ाना को मौके का निरीक्षण करने के निर्देश दिए। दोनों अधिकारी मौके पर पहुंचे और लोगों ने विरोध दर्ज कराया। लोगों ने अब इस मामले में मुख्यमंत्री से भी शिकायत करने की बात कही है।

मुख्य अभियंता रमेश शर्मा का कहना है कि यहां एक नर्सरी संचालक ने अवैध कब्जा कर लिया था, जिसकी शिकायतें मिली थीं। इसलिए कार्रवाई की गई। हालांकि, स्थानीय लोगों का कहना है कि यदि कोई अवैध कब्जा था भी तो पूरा ग्रीन बेल्ट उजाड़ने की बजाय संयमित तरीके से समाधान निकाला जा सकता था।

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