वेस्ट टू चारकोल प्लांट के विरोध में मोठूका गांव के ग्रामीणों का धरना 258 वें दिन भी जारी

फरीदाबाद। गांव मोठूका में प्रस्तावित वेस्ट टू चारकोल प्लांट को लेकर ग्रामीणों का विरोध लगातार तेज होता जा रहा है। ग्रामीण पिछले 258 दिनों से धरने पर बैठे हैं, लेकिन प्रशासन और सरकार ने अब तक कोई समाधान नहीं निकाला है। ग्रामीणों का कहना है कि प्लांट लगने से उनकी उपजाऊ जमीन खराब हो जाएगी और पूरा इलाका प्रदूषण की चपेट में आ जाएगा।

यह प्लांट केंद्र सरकार की हरित कोयला परियोजना के तहत लगाया जाना है, जिसमें एनटीपीसी और नगर निगम फरीदाबाद साझेदार हैं। यहां रोजाना 500 टन कूड़े से चारकोल बनाया जाएगा। इसके लिए एनटीपीसी ने मोठूका गांव की 79 एकड़ जमीन ली है, जिसमें से 40 एकड़ नगर निगम को दी गई है।

पूर्व सरपंच राजवीर ने बताया कि यह जमीन पूरी तरह हरी-भरी है, जहां वन्य जीव जैसे नीलगाय, हिरण और गोवंश चारा चरते हैं। उन्होंने कहा कि अगर प्लांट लगा तो न केवल पर्यावरण को नुकसान होगा, बल्कि आसपास के स्कूल, मेडिकल कॉलेज और बीपीएल कॉलोनी भी प्रभावित होंगी।

ग्रामीणों का आरोप है कि एनटीपीसी ने प्लांट के समर्थन में उन्हें भ्रमित करने की कोशिश की और वाराणसी का भ्रमण भी कराया, लेकिन वे झांसे में नहीं आए। ग्रामीणों का साफ कहना है कि मर जाएंगे, लेकिन प्लांट नहीं लगने देंगे। विरोध खत्म नहीं होगा जब तक सरकार इस प्रस्ताव को पूरी तरह रद्द नहीं करती। जल्द ही महापंचायत बुलाने की योजना भी बनाई जा रही है।

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