फरीदाबाद : फरीदाबाद के सेक्टर-55 में स्थित राजकीय मॉडल संस्कृति वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय की इमारत महज नौ साल में जर्जर हो गई है। हाल ही में स्कूल के प्रधानाचार्य के कार्यालय की छत का प्लास्टर गिर गया। गनीमत रही कि यह घटना रात में हुई, वरना बड़ा हादसा हो सकता था। अभिभावकों ने भवन निर्माण में इस्तेमाल सामग्री की गुणवत्ता पर सवाल उठाए हैं, जबकि स्कूल प्रबंधन का कहना है कि मरम्मत के लिए कई बार अधिकारियों को पत्र लिखा गया, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई।

स्कूल की स्थिति और घटना का विवरण

सेक्टर-55 का यह स्कूल दो शिफ्टों में संचालित होता है, जहां कक्षा 1 से 5 तक 259 और कक्षा 6 से 12 तक 854 छात्र पढ़ते हैं। रविवार देर रात प्रधानाचार्य के कार्यालय की छत का प्लास्टर गिरने से टेबल, कुर्सियां और सोफे क्षतिग्रस्त हो गए। स्कूल प्रबंधन ने लोक निर्माण विभाग (पीडब्ल्यूडी) को भवन के निरीक्षण के लिए पत्र लिखा है। पुराने भवन में फिलहाल कक्षाएं न चलाने के निर्देश दिए गए हैं।

भवन निर्माण और उसकी गुणवत्ता

हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण ने 2016 में इस स्कूल भवन (14 कमरे) का निर्माण कराया था, और अप्रैल 2017 से यहां दाखिले शुरू हुए। 2020 में स्कूल को मॉडल संस्कृति का दर्जा मिला। पिछले साल आठ नए कमरे बनाए गए, लेकिन छात्रों की संख्या के हिसाब से ये पर्याप्त नहीं हैं, जिसके कारण पुराने जर्जर कमरों में भी कक्षाएं चल रही हैं। अभिभावकों का कहना है कि नौ साल में भवन की यह हालत निर्माण सामग्री की खराब गुणवत्ता को दर्शाती है। कमरों में दरारें हैं, सरिया दिखाई दे रहा है, और बारिश के बाद पानी टपकता है।

अभिभावकों और प्रबंधन की चिंता

अभिभावकों ने मांग की है कि निर्माण सामग्री की जांच होनी चाहिए, क्योंकि जर्जर भवन में कभी भी बड़ा हादसा हो सकता है। स्कूल प्रबंधन ने बताया कि भवन की मरम्मत और निरीक्षण के लिए जिला शिक्षा अधिकारी और संबंधित जेई को कई बार पत्र लिखा गया, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई। खंड शिक्षा अधिकारी महेंद्र सिंह ने बताया कि मौके की जांच के लिए जेई को भेजा गया है, और पीडब्ल्यूडी को भवन निरीक्षण के लिए पत्र लिखा गया है।