यमुना नदी के बढ़ते जलस्तर से फरीदाबाद हाई अलर्ट पर : विक्रम सिंह

डीसी बोले, 14 गांवों में बाढ़ का खतरा, प्रशासन ने की तैयारी तेज

फरीदाबाद। उपायुक्त (डीसी) विक्रम सिंह ने कहा है कि आने वाले 24 घंटे फरीदाबाद जिले के लिए बेहद संवेदनशील हैं। हथनीकुंड बैराज से लगातार छोड़े जा रहे पानी के कारण यमुना नदी का जलस्तर तेजी से बढ़ रहा है। मौसम विभाग द्वारा जारी भारी बारिश के अलर्ट ने स्थिति को और भी गंभीर बना दिया है। ऐसे हालात में जिला प्रशासन ने सभी विभागों को हाई अलर्ट मोड पर रखा है और किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए तैयारियाँ तेज कर दी गई हैं। सोमवार को प्रेस वार्ता के दौरान उन्होंने कहा कि वर्ष 2023 में आई बाढ़ जैसी स्थिति उत्पन्न हो सकती है जिसको देख प्रशासन पहले से ही तैयारियों में जुट गया है। जिला प्रशासन ने चेतावनी जारी करते हुए बताया है कि बसंतपुर, किदावली, लालपुर, महावतपुर, राजपुर कलां, तिलोरी खादर, अमीपुर, चिरसी, मंझावली, चांदपुर, मोठूका, अरुआ, छांयसा और मोहना आदि गांवों में बाढ़ का गंभीर खतरा बना हुआ है।

प्रशासन ने संबंधित क्षेत्रों के सभी ग्रामीणों से अपील की है कि वे सतर्क रहें और आज शाम तक अपने घरों को छोडक़र प्रशासन द्वारा निर्धारित चिन्हित सुरक्षित ठिकानों पर चले जाएं। उन्होंने सभी ग्रामीणों से आग्रह किया कि वे अपने साथ कीमती सामान, आवश्यक दस्तावेज़ एवं पशुओं को भी प्रशासन द्वारा चिहनहित सुरक्षित स्थलों पर लेकर चले जाए। डीसी विक्रम सिंह ने बताया कि प्रभावित गांवों और बस्तियों के लिए राजकीय विद्यालयों, सामुदायिक केंद्रों और पंचायत भवनों को सेफ हाउस के रूप में चिन्हित किया गया है। यहां भोजन, पानी, बिजली, दवाइयां और रहने की पर्याप्त व्यवस्था की गई है। प्रशासन की टीमें लगातार इन केंद्रों का निरीक्षण कर रही हैं। जिला प्रशासन ने नागरिकों से अपील की है कि संभावित बारिश और बढ़ते जलभराव की स्थिति को देखते हुए निचले इलाकों में रहने वाले लोग आज शाम तक अपने घर छोडक़र चिन्हित सुरक्षित स्थलों पर चले जाएं।

प्रशासन ने सलाह दी है कि लोग अपने साथ आवश्यक सामान, दवाइयां और महत्वपूर्ण दस्तावेज अवश्य लेकर जाएं तथा पशुओं को भी सुरक्षित स्थलों पर पहुंचाने की व्यवस्था करें। डीसी ने कहा कि बारिश या जलभराव के दौरान अनावश्यक रूप से घर से बाहर न निकलें और बिजली उपकरणों एवं खुले तारों से दूरी बनाए रखें। प्रशासन ने सभी नागरिकों से आग्रह किया है कि इन सावधानियों का पालन कर अपनी तथा अपने परिजनों की सुरक्षा सुनिश्चित करें। डीसी ने दोहराया कि ऐसे समय में अफवाहें फैलना आम बात है, लेकिन नागरिकों को केवल जिला प्रशासन द्वारा जारी आधिकारिक सूचनाओं पर ही विश्वास करना चाहिए। उन्होंने कहा कि गलत जानकारी न केवल भय पैदा करती है बल्कि राहत कार्यों में भी बाधा डालती है

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