यमुना का बढ़ा जलस्तर, बसंतपुर के 300 से ज्यादा मकानों में भरा पानी
फरीदाबाद। यमुना नदी में उफान से फरीदाबाद के निचले इलाकों में बाढ़ जैसे हालात बन गए हैं। यमुना का जलस्तर बढऩे से दिल्ली से सटे बसंतपुर की आबादी में लगातार पानी बढ़ता जा रहा है। यहां अवैध रूप से कॉलोनी बसाई गई है जिसकी वजह से 300 से अधिक मकानों में पानी भर गया है। बुधवार सुबह यमुना का जलस्तर बढऩे के साथ लोग अपने घरों को छोडक़र बाहर आ रहे हैं। बसंतपुर में ही लोगों को रेस्क्यू करने का भी इंतजाम किया गया है। एसडीआरएफ की टीम तैयारी में जुट गई है। लोगों को सुरक्षा की दृष्टि से सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया जा रहा है। गौरतलब है कि बाढ़ के मद्देनजर 27 गांवों को संवेदनशील घोषित किया गया है। जिले के मोहना, छायंसा, चांदपुर, शाहजहांपुर, मंझावली, राजपुर कलां, अमीपुर, सिदौला, लालपुर में यमुना का जलस्तर बढऩे से फसलें जलमग्न हो गई। लोगों को दूल्हेपुर गांव के राहत शिविर में पहुंचाया गया है। ग्रामीण भेड़-बकरियों को लेकर राहत शिविर में पहुंचे।
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यमुना नदी किनारे सटे हुए साहुपुरा खादर में स्वास्थ्य विभाग टीम ने दौरा किया। मौके पर सीएमओ डॉ. जयंत आहूजा, डिप्टी सीएमओ डॉ. राम भगत ने लोगों से बात की और जरूरी दवा मुहैया कराने के बारे में कहा है। गंगा-यमुना नदियों में बाढ़ की स्थिति के कारण हरियाणा रोडवेज ने हरिद्वार जाने वाली बसों का संचालन अस्थायी तौर पर बंद कर दिया है। बाढ़ आने और खराब मौसम को देखते हुए अब लोग हरिद्वार स्नान करने के लिए भी नहीं जा रहे हैं। सवारी न आने के कारण एसी बस खाली जा रही थी। इससे हरियाणा रोडवेज को खासा आर्थिक नुकसान हो रहा था। सवारियों के न आने के कारण स्थानीय अधिकारियों ने विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों के समक्ष यह समस्या रखी। फरीदाबाद डिपो के यातायात प्रबंधक नवनीत बजाज ने बताया कि उच्च अधिकारियों के परामर्श पर हरिद्वार जाने वाली हरियाणा रोडवेज की बस को तुरंत प्रभाव से अस्थायी तौर पर बंद कर दिया है।
जब हालात सामान्य हो जाएंगे, तब उच्च अधिकारियों से परामर्श करके बसों का दोबारा से संचालन शुरू कर दिया जाएगा। उधर सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर बाढ़ से संबंधित किसी भी प्रकार की फेक न्यूज, अफवाह या भ्रामक वीडियो प्रसारित करने वालों के खिलाफ प्रशासन सख्त कार्रवाई करेगा। जिला उपायुक्त (डीसी) विक्रम सिंह ने स्पष्ट किया कि आपदा की स्थिति में गलत या अप्रमाणिक जानकारी फैलाना न केवल कानून का उल्लंघन है बल्कि आमजन में दहशत फैलाने का कारण भी बनता है। डीसी ने बताया कि जिला प्रशासन और पुलिस विभाग लगातार बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों की स्थिति पर नजर बनाए हुए हैं। प्रशासन द्वारा समय-समय पर जारी किए जा रहे आधिकारिक अपडेट ही वास्तविक और प्रमाणिक जानकारी है। ऐसे में नागरिकों से अपील है कि वे केवल प्रशासन द्वारा साझा की गई सूचनाओं पर ही विश्वास करें और किसी भी अपुष्ट खबर को आगे न बढ़ाएं। डीसी विक्रम सिंह ने नागरिकों से सहयोग की अपील करते हुए कहा कि बाढ़ जैसी आपदा की स्थिति में अफवाहों से बचना और सही जानकारी साझा करना समाज की जिम्मेदारी है।