मोहना पुल से बागपुर की सडक़ पानी में बही, बीस गांवों से संपर्क टूटा
फरीदाबाद। फरीदाबाद में यमुना में आई बाढ़ के कारण गांवों व कालोनियों में ही पानी नहीं भर रहा बल्कि सडक़ें भी टूटती जा रही है। बाढ़ के पानी ने शुक्रवार को मोहना पुल पार करके बागपुर के पास सडक़ को ही पूरी तरह से तोड़ दिया है। सडक़ टूटने से फरीदाबाद-पलवल के 20 से अधिक गांवों का रोड कनेक्टविटी यानी संपर्क मार्ग पूरी तरह से ठप हो गया है। ग्रामीणों ने बताया कि मोहना के उस पार यूपी का क्षेत्र पड़ता है और इनमें जेवर प्रमुख है। इस तरह से यूपी से भी पूरी तरह से संपर्क टूट गया है। इन गांव का मोहना पुल से आवागमन होता है और पुल पार करके सडक़ है। बताया गया कि सडक़ टूटने से पलवल जिले के गांव बागपुर, सोलडा, भोलडा, राजपुर, दोस्तपुर, भूड़, नंगलिया, माला सिंह का फार्म, चंडीगढ़, शेखपुर आदि के ग्रामीण पूरी तरह से कट गए हैं। इसी तरह से अपने क्षेत्र के गांवों में मोहना, छांयसा, हीरापुर, जलाका, कुलैना, नरियाला, अटेरना, जवां, अटाली, नरहावली, गढख़ेड़ा, पन्हैड़ा खुर्द, पन्हैड़ा कलां आदि का संपर्क टूट गया है। इन गांवों के ग्रामीणों का इधर से उधर आवागमन वैसे ही रुका हुआ है। बताया कि जब जलस्तर कम हो जाएगा और स्थिति सामान्य हो जाएगी तब इस सडक़ को दुरूस्त किया जाएगा।
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उधर शुक्रवार का दिन प्रशासन के लिए भी राहत भरा रहा। शुक्रवार सुबह छह बजे दो लाख 44 हजार 783 मीटर पर पानी बह रहा था। वहीं 11 बजे यमुना का जलस्तर घटकर दो लाख 40 हजार 002 मीटर पर हो गया। प्रशासनिक अधिकारियों के लिए भी यह राहत भरी बात है। हालांकि प्रशासन द्वारा राहत बचाव कार्य बदस्तूर जारी है और अब जिन गांवों में जलभराव ज्यादा है, वहां पुलिस की तैनाती कर दी गई है ताकि कोई भी व्यक्ति ज्यादा जलभराव की जगहों पर न जाने पाए। मोहना उपतहसील के नायब तहसीलदार ओमकार दत्त शर्मा दूल्हेपुर के परिवारों को सामान सहित बाहर निकाल कर लाया गया। इन परिवार को राजकीय उच्च विद्यालय अरुआ में बनाए गए बाढ़ राहत शिविर में ठहरा गया है। सिंचाई विभाग के उपमंडल अधिकारी अरविंद शर्मा का कहना है कि अब यमुना का पानी लगातार घटेगा। क्योंकि अब हथनी कुंड बैराज से लगातार कम पानी छोडा जा रहा है। 11 बजे हथनी कुंड बैराज से एक लाख, चार हजार 558 क्यूसेक पानी छोड़ा गया था। उनका कहना है कि आने वाले दिनों में जलस्तर कम होने का अनुमान है।