अखिल भारतवर्षीय मारवाड़ी सम्मेलन का 28वां राष्ट्रीय अधिवेशन भव्य रूप से आरंभ

नई दिल्ली। अखिल भारतवर्षीय मारवाड़ी सम्मेलन का 28वां राष्ट्रीय अधिवेशन 6 सितंबर 2025 को अध्यात्म साधना केंद्र, छतरपुर, नई दिल्ली में बड़े ही उत्साह और गरिमा के साथ आरंभ हुआ। उद्घाटन सत्र में दिल्ली विधानसभा अध्यक्ष विजेंद्र गुप्ता ने दीप प्रज्वलित कर अधिवेशन का शुभारंभ किया। अपने संबोधन में उन्होंने कहा कि मारवाड़ी समाज ने सदैव सेवा, व्यापार और संस्कार की अद्वितीय परंपरा कायम रखी है। समाज ने जहां भी कदम रखा है, वहां विकास और प्रगति की नई मिसालें पेश की हैं।

इस अवसर पर अखिल भारतवर्षीय मारवाड़ी सम्मेलन के नवनिर्वाचित राष्ट्रीय अध्यक्ष पवन कुमार गोयनका ने पदभार ग्रहण करते हुए कहा कि यह अधिवेशन केवल एक आयोजन नहीं, बल्कि समाज की एकता और प्रगति का संकल्प है। उन्होंने आश्वासन दिया कि संगठन की पहुंच को पूरे भारतवर्ष में और विस्तार दिया जाएगा तथा नई शाखाओं की स्थापना के माध्यम से समाज सेवा और संस्कार को और गहराई तक पहुंचाया जाएगा।

कार्यक्रम के संयोजक राजकुमार मिश्रा ने मंच संचालन करते हुए सभी प्रतिनिधियों और अतिथियों का दुपट्टा पहनाकर स्वागत किया। उन्होंने कहा कि देशभर से आए प्रतिनिधियों की उपस्थिति इस बात का प्रमाण है कि मारवाड़ी समाज आज भी अपनी जड़ों और परंपराओं से गहराई से जुड़ा हुआ है। स्वागताध्यक्ष श्याम सुंदर अग्रवाल ने कहा कि मारवाड़ी समाज का इतिहास बहुत पुराना है और जहां भी यह समाज पहुंचा है, वहां विकास और सेवा की मिसाल कायम की है।

प्रांतीय अध्यक्ष राजेश सिंगला ने अपने संबोधन में कहा कि इस अधिवेशन के माध्यम से समाज सेवा, समाज सुधार, शिक्षा, संस्कार और राष्ट्र निर्माण जैसे महत्वपूर्ण विषयों पर गहन चर्चा होगी। उन्होंने यह भी बताया कि अधिवेशन के अंतर्गत आयोजित सम्मान समारोह में समाज सेवा के क्षेत्र में उल्लेखनीय योगदान देने वाले समाजबंधुओं को सम्मानित किया गया।
मीडिया प्रभारी विमल खंडेलवाल ने कहा कि बदलते सामाजिक और पर्यावरणीय हालात, विशेषकर मानसून और प्राकृतिक आपदाओं के समय राहत कार्यों की आवश्यकता तेजी से बढ़ रही है। ऐसे समय में मारवाड़ी सम्मेलन की भूमिका और भी महत्वपूर्ण हो जाती है।

महासचिव बसंत पोद्दार ने कहा कि दिल्ली में संगठन का और विस्तार किया जाएगा तथा व्यापारी समाज आपसी सहयोग और विश्वास के साथ अपने व्यापार को सशक्त बनाएगा। निवर्तमान अध्यक्ष शिवकुमार लोहिया और राष्ट्रीय महामंत्री कैलाशपति तोदी ने भी अधिवेशन की सफलता की शुभकामनाएं दीं और इसे समाज के लिए ऐतिहासिक अवसर बताया।

अधिवेशन के दौरान न केवल समाज की पुरानी उपलब्धियों का स्मरण हुआ बल्कि आने वाले वर्षों की कार्ययोजनाओं पर भी स्पष्ट दिशा तय की गई। पूर्व संध्या पर आयोजित भजन संध्या ने पूरे वातावरण को भक्ति और ऊर्जा से भर दिया, वहीं 6 सितंबर की शाम आयोजित सम्मान समारोह ने समाज के सेवा कार्यों की सार्थकता को और मजबूती दी। कार्यक्रम को सफल बनाने में पूर्व प्रांतीय अध्यक्ष लक्ष्मीपत भूटोरिया, सज्जन शर्मा, पवन शर्मा, मधुसूदन माटोलिया, रिंकल कंसल, सूर्यप्रकाश लाहोटी, विनोद किला, सुषमा अग्रवाल, सीमा बंसल,राम अवतार किला सहित पूरे भारतवर्ष से आए समाज के प्रबुद्ध जनों की उपस्थिति विशेष रही।

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