फरीदाबाद : दिनांक 12/9/2025 फरीदाबाद सैक्टर 21बी स्थित जीवा पब्लिक स्कूल में विद्यालय के सभी छात्रों ने हिन्दी पखवाड़े में भाग लिया। पहली सितंबर से चौदह सितंबर तक देश में हिन्दी पखवाड़े का आयोजन किया जाता है। देश के सभी शिक्षण संस्थानों व कार्यालयों में हिन्दी भाषा के सम्मान में कई प्रकार से हिन्दी के कार्यक्रम आयोजित किए जाते है। हिन्दी भाषा को देश की राष्ट्रभाषा का सम्मान प्राप्त है और राष्ट्रभाषा का सम्मान करना हम सभी का कर्तव्य है। जीवा पब्लिक स्कूल में छात्रों ने राष्ट्रभाषा के प्रति सम्मान की भावना को दर्शाते हुए विद्यालय में हिन्दी पखवाड़े के अवसर पर हिन्दी साहित्य की विभिन्न विधाओं से युक्त कई विशेष कार्यक्रम प्रस्तुत किए, जिसमें विद्यालय के सभी कक्षाओं के छात्रों ने हिन्दी में अपनी प्रस्तुति दी और हिन्दी भाषा पर अपनी दक्षता को दर्शाया। कक्षा तीसरी से लेकर नौवीं कक्षा तक के छात्रों ने विशेष कार्यक्रम के दौरान आयोजित विभिन्न प्रकार की प्रतियोगिताओं में भाग लिया।
विद्यालय में हिंदी दिवस के उपलक्ष्य पर विशेष रूप से कार्यक्रम का आयोजन किया गया। भारतीय संस्कृति के अनुसार कार्यक्रम का शुभारंभ परंपरागत मंगलमय गणेश वंदना से किया गया, जिसने पूरे वातावरण को भक्ति, श्रद्धा और सकारात्मक ऊर्जा से सराबोर कर दिया। इसके उपरांत छात्रों ने अपनी विविध एवं आकर्षक प्रस्तुतियों के माध्यम से हिंदी भाषा की गरिमा, समृद्धि और महत्ता को जीवंत रूप में प्रस्तुत किया। कार्यक्रम की विशेषता यह रही कि प्रत्येक प्रस्तुति ज्ञानवर्धक होने के साथ साथ रोचक गतिविधियों से परिपूर्ण थी।
हास्य कविता ने सभी को ठहाकों से गुदगुदाया, कहानी वाचन ने भावनाओं की गहराई को स्पर्श किया,
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वहीं भागवत गीता श्लोकों का मधुर गायन आध्यात्मिक चेतना जगाने वाला रहा। हर प्रस्तुति में भारतीय संस्कृति और हिंदी भाषा की समृद्ध परंपरा का अनूठा संगम दिखाई दिया। विद्यालय के अध्यापकगणों ने भी विद्यार्थियों का उत्साहवर्धन करते हुए हिंदी को दैनिक जीवन में अपनाने और इसके अधिक प्रयोग पर जोर दिया।
जीवा पब्लिक स्कूल का हिंदी दिवस समारोह विद्यार्थियों और अभिभावकों के लिए प्रेरणा का स्रोत बना, जिसमें यह संदेश दिया गया कि हिंदी हमारी सभ्यता की पहचान है और इसे गर्व व गौरव के साथ अपनाना चाहिए।
इस अवसर पर विद्यालय के अध्यक्ष श्री ऋषिपाल चौहान ने अपने प्रेरक संबोधन में कहा – “हिंदी केवल संवाद का साधन नहीं, बल्कि हमारी संस्कृति, सभ्यता और पहचान की आत्मा है। हमें गर्व होना चाहिए कि हिंदी हमारी राष्ट्रभाषा है, जो पूरे भारत को एक सूत्र में पिरोती है।”
उपाध्यक्षा श्रीमती चंद्रलता चौहान और एकेडमिक हेड श्रीमती मुक्ता सचदेव ने भी सभी को हिंदी दिवस की शुभकामनाएँ देते हुए हिंदी भाषा के संवर्धन और प्रसार के महत्व पर अपने विचार साझा किए।