पुलिस शूरवीरों के बलिदान को कभी नहीं भुलाया जा सकता : आलोक मित्तल

पुलिस स्मृति दिवस पर शहीद जवानों को याद कर दी गई श्रद्धांजलि

फरीदाबाद। हर वर्ष की भांति इस वर्ष भी 21 अक्टूबर मंगलवार को पुलिस लाईन सेक्टर 30, फरीदाबाद स्थित शहीद स्मारक स्थल पर पुलिस स्मृति दिवस मनाया गया तथा देश के पुलिस व अर्ध सैनिक बल के शहीद जवानों को फरीदाबाद पुलिस की तरफ सलामी देकर श्रद्धासुमन अर्पित कर श्रद्धांजलि दी गई। इस दौरान आलोक मित्तल, आईपीएस महानिदेशक, राज्य सतर्कता एवं भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो, हरियाणा ने देश के लिये शहीद हुये पुलिस व अर्ध सैनिक बल के जवानों को पुष्प च्रक अर्पित कर नमन किया। पुलिस आयुक्त सतेंद्र कुमार गुप्ता, पुलिस महानिरीक्षक कानून व व्यवस्था कुलदीप सिंह, संयुक्त पुलिस आयुक्त राजेश दुग्गल, पुलिस उपायुक्त मुख्यालय अभिषेक जोरवाल सहित सभी पुलिस उपायुक्त, सहायक पुलिस आयुक्त व पुलिस कर्मचारियों ने भी शहीदों को श्रद्धांजलि दी। पुलिस प्रवक्ता ने बताया कि देश की रक्षा में सैन्य बलों के बलिदान की कई कहानियां सभी ने सुनी होंगी लेकिन हमारे पुलिस कर्मियों के शौर्य और बलिदान का इतिहास भी कम नही है।

कुछ ऐसा ही साल 1959 में हुआ था जब पुलिसकर्मी पीठ दिखाने की बजाय चीनी सैनिको की गोलियां सीने पर खाकर शहीद हुये। जिन्होंने चीन के साथ देश की सीमा की रक्षा करते हुये बलिदान दिया था, उसकी याद में हर साल पुलिस स्मृति दिवस मनाया जाता है ।  उन्होंने आगे बताया कि  21 अक्टूबर 1959 को 10 पुलिसकर्मियों ने देश के लिए अपना बलिदान दिया था। उस दिन सीमा के लिए निकली पुलिस की टुकड़ी पर चीन के सैनिकों ने एक पहाड़ी से गोलियां चलाना और ग्रनेड फेंकना शुरु कर दिया।  तब उस हमले में देश 10 पुलिस वीर शहीद हो गए जबकि सात अन्य बुरी तरह घायल हो गये ।

यही नही , इन सातों घायल पुलिसकर्मियों को चीनी सैनिक बंदी बनाकर ले गये। 13 नवंबर, 1959 को शहीद हुये दस पुलिसकर्मियों का शव चीनी सैनिकों ने लौटाया । उन पुलिसकर्मियों का अंतिम संस्कार हॉट स्प्रिंग्स में पूरे पुलिस सम्मान के साथ हुआ। उन्हीं शहीदों के सम्मान में हर साल 21 अक्टूबर को पुलिस स्मृति दिवस के रूप मनाया जाता है। उन्होंने और अधिक जानकारी देते हुए बताया कि फरीदाबाद पुलिस के सहायक उप निरीक्षक योगराज ने 27.09.1976 सिपाही लश्कर ने 25.12.1999, सिपाही महावीर ने 11.06.2012 तथा सिपाही संदीप ने 30.09.2021 को अपने कर्तव्यों का निर्वहन करते हुए अपने प्राण न्योछावर कर दिये थे। इस कार्यक्रम के दौरान आलोक मित्तल, आईपीएस ने शहीद सहायक उप निरीक्षक योगराज के पुत्र राजेश मेहता तथा शहीद सिपाही सतबीर सिंह की पत्नी सुनीता को सम्मानित किया तथा शहिदों के परिवारों की सुख-समृधि की कामना की गई।  श्री मित्तल ने कहा कि पुलिस के शूरवीरों ने अपनी डयुटि के दौरान कर्तव्य पालन करते हुए देश के लिए अपने प्राणों का बलिदान दिया है, जिसको कभी भुलाया नही जा सकता है। देश को शहीद वीर पुलिसकर्मियों पर हमेशा गर्व रहेगा।

You might also like