फरीदाबाद। हरियाणा महिला आयोग की चेयरपर्सन रेनू भाटिया ने शुक्रवार को एनआईटी-5 स्थित एक जिम का औचक निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान उन्होंने जिम ट्रेनर और वहां जिम कर रही महिलाओं से बातचीत की। इस दौरान रेनू भाटिया ने जिम ट्रेनर से पूछा कि क्या उनके जिम में महिला ट्रेनर मौजूद है या नहीं। इस पर जिम ट्रेनर ने बताया कि वर्तमान में जिम में रोजाना 15 से 18 महिलाएं एक्सरसाइज करने आती हैं, लेकिन अभी कोई महिला ट्रेनर नहीं है।
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इस पर चेयरपर्सन ने उन्हें महिला ट्रेनर रखने के लिए कहा। उन्होंने जिम में मौजूद एक महिला से भी बातचीत की और पूछा कि क्या जिम में किसी तरह की परेशानी या अनुचित व्यवहार का सामना तो नहीं करना पड़ता है। इस पर महिला ने कहा कि ऐसा कभी कुछ नहीं हुआ। महिला ने बताया कि जिम में महिला ट्रेनर होनी चाहिए, ताकि महिलाओं को सुविधा और सुरक्षा महसूस हो। मीडिया से बातचीत में रेनू भाटिया ने कहा कि भाई-दूज के अवसर पर महिला आयोग ने महिलाओं की सुरक्षा, स्वास्थ्य और सम्मान के मद्देनजर यह पहल शुरू की है। उन्होंने बताया कि पिछले कुछ महीनों में कई ऐसे मामले सामने आए हैं जिनमें पुरुष जिम ट्रेनरों ने महिलाओं के साथ छेड़छाड़, रिलेशनशिप में फंसाना या फरार होने जैसी घटनाएं की हैं। इन मामलों को गंभीरता से लेते हुए महिला आयोग ने यह निर्णय लिया है कि अब हर जिम में मेल ट्रेनर केवल पुरुषों के लिए और फीमेल ट्रेनर केवल महिलाओं के लिए होगी। रेनू भाटिया ने कहा कि यह कदम केवल औपचारिकता के लिए नहीं, बल्कि क्वालिफाइड महिला ट्रेनर रखने के लिए उठाया गया है।
उन्होंने बताया कि आयोग द्वारा सभी जिम संचालकों को एक महीने का समय दिया जाएगा, ताकि वे महिला ट्रेनर की नियुक्ति कर सकें। यदि इस अवधि के बाद भी कोई जिम महिला ट्रेनर नहीं रखता या केवल खानापूर्ति के लिए गैर-योग्य महिला को रखता है, तो उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। निरीक्षण के दौरान जिम ट्रेनर ने भी माना कि हर जिम में महिला ट्रेनर होना जरूरी है और जल्द ही उनके जिम में महिला ट्रेनर रखी जाएगी। रेनू भाटिया ने बताया कि यह अभियान पूरे हरियाणा में चलाया जाएगा, ताकि महिलाएं बिना डर, झिझक या असुरक्षा की भावना के साथ जिम जाकर अपनी फिटनेस और स्वास्थ्य का ध्यान रख सकें। उन्होंने कहा कि महिला आयोग का उद्देश्य सिर्फ सुरक्षा नहीं बल्कि सम्मान और आत्मनिर्भरता को बढ़ावा देना भी है।
