फरीदाबाद में शहरी ढांचे को नया आयाम देंगे कन्वेंशन सेंटर और बस डिपो प्रोजेक्ट : डी.एस ढेसी

प्रधान सलाहकार डी.एस ढेसी ने मानसून में क्षतिग्रस्त सडक़ों की रिपोर्ट तैयार करने के दिए निर्देश

फरीदाबाद। शहरी विकास प्रधान सलाहकार डी.एस ढेसी की अध्यक्षता में आज बुधवार को लघु सचिवालय स्थित सभागार में जिला फरीदाबाद में चल रही विभिन्न परियोजनाओं पर डिविजनल कमिश्नर संजय जून, उपायुक्त विक्रम सिंह और अन्य संबंधित विभागों व एजेंसी के अधिकारियों के साथ 6वीं अंतर-एजेंसी समन्वय बैठक आयोजित हुई। बैठक में स्मार्ट सिटी परियोजना, अमृत योजना, शहरी परिवहन, जलापूर्ति, सीवरेज नेटवर्क, आवास विकास, ठोस अपशिष्ट प्रबंधन, पर्यावरण संरक्षण एवं अन्य शहरी आधारभूत संरचना से जुड़ी योजनाओं पर विशेष रूप से चर्चा की गई। शहरी विकास प्रधान सलाहकार डी.एस ढेसी ने बताया कि गत दिवस मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी की अध्यक्षता में ‘स्टेट प्रगति’ बैठक का आयोजन किया गया।

बैठक में मुख्यमंत्री ने निर्देश दिए कि जेवर एयरपोर्ट और कालिंदी कुंज को जोडऩे वाली सडक़ों को आपस में कनेक्ट किया जाए, जिससे फरीदाबाद, नोएडा और दिल्ली के बीच यातायात सुगम हो सके। इस संबंध में बी एंड आर विभाग को एफएनजी के कार्यों को प्राथमिकता देने के स्पष्ट निर्देश जारी किए गए। उन्होंने बैठक में सडक़ निर्माण और सीवरेज परियोजनाओं की प्रगति की विस्तृत समीक्षा की। अधिकारियों ने जानकारी दी कि संबंधित कार्यों के लिए दो टेंडर आवंटित किए जा चुके हैं, जबकि छह टेंडर पुन: आमंत्रित (रिकॉल) किए गए हैं। इन टेंडरों की बोली प्रक्रिया 31 अक्टूबर 2025 तक पूर्ण कर ली जाएगी। शहरी विकास के प्रधान सलाहकार डी.एस. ढेसी ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि जिन नए विकसित सेक्टरों में अब तक सीवरेज लाइनें स्थापित नहीं की गई हैं, उनकी विस्तृत रिपोर्ट तैयार कर उनके कार्यालय में शीघ्र भेजी जाए।

बैठक के दौरान श्री ढेसी ने एचएसवीपी के अधिकारियों को विशेष रूप से निर्देशित किया कि प्रतापगढ़, मिर्जापुर और बादशाहपुर स्थित 30 एमएलडी क्षमता वाले एसटीपी की बिंदुवार रिपोर्ट तैयार की जाए। उन्होंने कहा कि यह रिपोर्ट स्पष्ट रूप से बताए कि तीनों एसटीपी प्लॉट्स पर मॉनिटरिंग सिस्टम कब इंस्टॉल किए गए, वर्तमान में कितने उपकरण कार्यशील स्थिति में हैं, तथा यदि कोई तकनीकी समस्या है तो उसका समाधान तत्काल किया जाए। श्री ढेसी ने कहा कि सिवरेज और एसटीपी प्रोजेक्ट्स की रीयल-टाइम मॉनिटरिंग व्यवस्था को और मजबूत किया जाएगा, ताकि सीवरेज नेटवर्क की कार्यकुशलता बढ़ाई जा सके और भविष्य में किसी प्रकार की पर्यावरणीय समस्या उत्पन्न न हो। शहरी विकास के प्रधान सलाहकार डी.एस. ढेसी ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि मानसून के दौरान क्षतिग्रस्त हुई सडक़ों का पूरा ब्योरा तैयार किया जाए। उन्होंने कहा कि यह रिपोर्ट स्पष्ट रूप से बताए कि अब तक कितनी सडक़ों की मरम्मत पूरी की जा चुकी है और किन मार्गों पर कार्य प्रगति पर है। श्री ढेसी ने संबंधित विभागों को निर्देश दिए कि रिपोर्ट शीघ्र प्रस्तुत करें ताकि आगामी मरम्मत योजना समयबद्ध रूप से लागू की जा सके।

एफएमडीए अधिकारियों द्वारा बताया गया कि शहर की  प्रमुख सडक़ों की पहचान आगामी वित्त वर्ष 2026-27 के लिए री-कारपेटिंग एवं स्ट्रेंथनिंग कार्य हेतु की गई है। सभी प्रस्तावित परियोजनाओं के एस्टीमेट तैयार कर लिए गए हैं, ताकि आगामी अथॉरिटी मीटिंग में अनुमोदन प्राप्त किया जा सके। वहीं, सर्विस लेन और एलिवेटेड रोड के नीचे वाले हिस्सों की मरम्मत का कार्य भी प्राथमिकता के आधार पर किया जा रहा है। अधिकारियों ने बताया कि मानसून के बाद कई स्थानों पर सर्विस रोड की सतह कमजोर पाई गई थी, विशेष रूप से बल्लभगढ़ और सीकरी क्षेत्र में, जिनकी मरम्मत वर्तमान में जारी है।  शहरी विकास के प्रधान सलाहकार डी.एस. ढेसी ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि शहर में ऐसी सडक़ों की विस्तृत सूची तैयार की जाए, जहाँ बिजली के खंभे या पेड़ सडक़ के मध्य में स्थित हैं, जिससे यातायात में बाधा उत्पन्न होती है।

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