खाद के लिए किसान परेशान, सरकारी केंद्रों पर 12 दिन से स्टॉक खत्म; गेहूं बुवाई में हो रही देरी

फरीदाबाद। जिले में किसानों को पिछले ढाई महीने से डीएपी और यूरिया खाद सही तरीके से नहीं मिल पा रही है। बल्लभगढ़ की अनाज मंडी में बने सरकारी खाद केंद्रों पर पिछले 12 दिन से दोनों ही खादें उपलब्ध नहीं हैं। किसानों का कहना है कि खाद न मिलने से उनकी फसल बोने में देरी हो रही है और उन्हें भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। जाजरू गांव के किसान रामकिशन ने बताया कि वह पिछले 5 दिन से खाद लेने आ रहे हैं, लेकिन हर बार उन्हें खाली हाथ लौटना पड़ता है।

घरौंदा गांव के ताराचंद ने कहा कि उनकी 10 किलो जमीन में फसल बोनी है, जिसके लिए उन्हें 10 कट्टे यूरिया चाहिए, लेकिन पिछले 10 दिनों से उन्हें खाद नहीं मिल रही। अटाली गांव के सतवीर ने बताया कि उन्होंने 5 एकड़ जमीन में फसल बोई है और यूरिया खाद की जरूरत है, लेकिन पिछले कई दिनों से खाद केंद्र से उन्हें हर बार दो दिन बाद आना कहकर लौटा दिया जाता है। घरौंड़ा गांव के कालीचरण ने भी कहा कि वे 12 दिनों से यूरिया खाद के लिए परेशान हैं, लेकिन अभी तक सरकारी केंद्र से कुछ नहीं मिला। किसानों का कहना है कि यह समस्या हर साल होती है — कभी डीएपी नहीं मिलता, तो कभी यूरिया। उन्होंने बताया कि सरकारी केंद्रों पर एक कट्टा खाद 1300 में मिलता है, जबकि प्राइवेट दुकानों पर वही खाद 2000 तक में बेचा जा रहा है, जिससे खरीदना मुश्किल हो जाता है।

किसानों ने कहा कि उन्होंने अपनी फसल का रजिस्ट्रेशन भी कर रखा है, फिर भी उन्हें खाद नहीं मिल रही। किसानों का कहना है कि अगर ऐसी स्थिति रही तो उनकी फसल खराब हो जाएगी और उन्हें नुकसान झेलना पड़ेगा। उन्होंने सरकार से मांग की है कि जल्द से जल्द खाद उपलब्ध कराई जाए, ताकि वे अपनी फसल समय पर बो सकें और इस परेशानी से छुटकारा पा सकें। इफको खाद केंद्र के सेल्स मैनेजर टेकराम चौधरी ने बताया कि दीपावली और गोवर्धन पर्व के दो दिनों में करीब 2000 कट्टे खाद वितरित किए गए हैं। फिलहाल स्टॉक खत्म हो गया है, लेकिन जल्द ही नया स्टॉक आने पर वितरण फिर से शुरू किया जाएगा। उन्होंने बताया कि 1500 कट्टों की नई डिमांड भेजी गई है और जल्द ही खाद उपलब्ध होने की उम्मीद है।

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