कैबिनेट मंत्री विपुल गोयल और डीसी की मौजूदगी में जमीन सीमांकन की नई तकनीक का डेमो

खेड़ी कलां में डिजिटल मैपिंग आधारित 'रोवर्स' तकनीक का प्रदर्शन - जमीन विवादों को वैज्ञानिक समाधान की ओर बड़ा कदम

फरीदाबाद। राजस्व एवं आपदा प्रबंधन, शहरी स्थानीय निकाय और नागरिक आपूर्ति मामलों के कैबिनेट मंत्री विपुल गोयल ने शुक्रवार आज फरीदाबाद के खेरी कलां में भूमि सीमांकन के लिए अत्याधुनिक ‘रोवर्स’ तकनीक का डेमो लिया। इस अवसर पर फरीदाबाद के उपायुक्त विक्रम सिंह सहित जिला प्रशासन के अधिकारीगण उपस्थित रहे।

यह पहल हरियाणा सरकार द्वारा मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी के नेतृत्व में सर्वे ऑफ इंडिया के सहयोग से शुरू की गई है, जिसके अंतर्गत भूमि सीमांकन को पारंपरिक तरीकों से हटकर आधुनिक डिजिटल तकनीक पर आधारित किया जाएगा। इसके लिए राज्य सरकार ने 300 रोवर्स मशीनों की खरीद को मंजूरी दी है।

क्या है रोवर्स तकनीक?
रोवर एक आधुनिक उपकरण है जो उपग्रह आधारित डिजिटल मैपिंग के माध्यम से अत्यंत सटीक और तेज भूमि सीमांकन करता है। इससे पारंपरिक जरीब विधि की तुलना में अधिक पारदर्शी, विवाद मुक्त और भरोसेमंद परिणाम मिलते हैं। इस तकनीक से संपत्ति से जुड़े विवादों, म्यूटेशन, बैंक ऋण एवं सरकारी योजनाओं में पारदर्शिता सुनिश्चित होगी।

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