सेमिनार में एकॉर्ड अस्पताल के विशेषज्ञों ने किडनी, डायबिटीज और बीपी के प्रति किया जागरूक

फरीदाबाद। फरीदाबाद चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री (एफसीसीआई) की ओर से हाइवे स्थित एक होटल में ‘हेल्थ एंड अवेयरनेस’ कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में शहर के प्रमुख उद्यमियों, उद्योगपतियों और चिकित्सा विशेषज्ञों ने भाग लिया। मुख्य रूप से एकॉर्ड सुपरस्पेशलिटी अस्पताल के चेयरमैन डॉ. जितेंद्र कुमार और सर्जरी विभाग के प्रमुख डॉ. प्रबल रॉय उपस्थित रहे।

कार्यक्रम का उद्देश्य स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता फैलाना और उद्योगों में कार्यरत कर्मचारियों की सेहत को लेकर चिंता जताना था। डॉ. जितेंद्र कुमार ने कहा कि फरीदाबाद में स्वास्थ्य सुविधाओं का लगातार विस्तार हो रहा है। उन्होंने बताया कि किडनी रोग एक “साइलेंट किलर” है, जो धीरे-धीरे शरीर को नुकसान पहुंचाता है। अधिकतर लोग समय पर इसकी पहचान नहीं कर पाते जिससे डायलिसिस या ट्रांसप्लांट की नौबत आ जाती है।

उन्होंने सुझाव दिया कि डायबिटीज और हाई बीपी के मरीजों को समय-समय पर प्रोटीन की जांच करवानी चाहिए और किसी भी लक्षण की अनदेखी नहीं करनी चाहिए। गर्भावस्था के दौरान बीपी की समस्या को भी गंभीरता से लेना चाहिए। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि यदि किडनी फेल भी हो जाए, तो यह जीवन का अंत नहीं है, बल्कि इलाज और आधुनिक तकनीकों के जरिए व्यक्ति स्वस्थ जीवन जी सकता है। डॉ. प्रबल रॉय ने शरीर की तुलना मशीन से करते हुए कहा कि जैसे फैक्ट्री में मशीनों का नियमित रखरखाव जरूरी है, वैसे ही शरीर का ध्यान रखना भी अनिवार्य है।

उन्होंने एफसीसीआई की इस पहल की सराहना करते हुए कहा कि यह उद्योग जगत के लिए एक सराहनीय कदम है, क्योंकि स्वस्थ कर्मचारी ही उत्पादन और सफलता की गारंटी है। कार्यक्रम में अस्पताल के सीए पंकज मित्तल समेत विभिन्न डॉक्टरों को भी सम्मानित किया गया। अंत में डॉक्टरों ने एफसीसीआई के अध्यक्ष एचके बत्रा और महासचिव रोहित रूंगटा का सफल आयोजन के लिए आभार प्रकट किया। एफसीसीआई ने उद्योगों में प्रिवेंटिव हेल्थ चेकअप को प्राथमिकता देने का संकल्प दोहराया।

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