सूरजकुंड में दो से सात अक्टूबर 2025 तक होगा भव्य दिवाली मेले का आयोजन
स्थानीय व्यापार और संस्कृति को मिलेगा नया आयाम
फरीदाबाद। जिला फरीदाबाद में दीपावली पर्व की उमंग और उत्साह को बढ़ाने के लिए इस वर्ष सूरजकुंड में 02 से 07 अक्टूबर 2025 तक ‘भव्य दिवाली मेला’ आयोजित किया जाएगा। यह मेला ‘हम परिवारों को जोड़ते है’ थीम पर आधारित होगा। आयोजन का उद्देश्य केवल उत्सव और मनोरंजन प्रदान करना ही नहीं, बल्कि स्थानीय व्यापार, कारीगरों, कलाकारों और उद्यमियों को सशक्त मंच उपलब्ध कराना भी है। मेले में लगभग 500 स्टॉल लगाए जाएंगे। इन स्टॉलों पर आभूषण, परिधान, फैशन एक्सेसरीज़, घरेलू सजावटी सामग्री, गिफ्ट आइटम्स, खिलौने और कला-संस्कृति से जुड़ी वस्तुएँ उपलब्ध होंगी। इसके साथ ही विभिन्न क्षेत्रों के पारंपरिक और आधुनिक व्यंजन भी लोगों को आकर्षित करेंगे। यह मेला स्थानीय व्यापार को बढ़ावा देने के साथ-साथ आगंतुकों को एक ही स्थान पर विविध वस्तुओं की खरीद का अवसर देगा। आगंतुकों की सुविधा के लिए मेले को अलग-अलग रंगों के आधार पर ज़ोन में विभाजित किया जाएगा।
उदाहरण के तौर पर—पीला रंग खाद्य वस्तुओं का, बैंगनी रंग परिधानों का और अन्य रंग अलग-अलग श्रेणियों के लिए होंगे। इस व्यवस्था से लोगों को अपनी पसंद की वस्तु तक पहुँचने में आसानी होगी और खरीदारी का अनुभव और अधिक व्यवस्थित बनेगा। मेले में मनोरंजन और सांस्कृतिक कार्यक्रमों पर विशेष ध्यान दिया गया है। प्रतिदिन शाम 6 बजे से म्यूजिकल शो, नृत्य प्रस्तुतियाँ, फैशन शो और गायन कार्यक्रम होंगे। स्थानीय कलाकारों और परफॉर्मर्स को अपनी प्रतिभा प्रदर्शित करने का अवसर मिलेगा। साथ ही, परिवारों और युवाओं को सांस्कृतिक विविधता का आनंद उठाने का अवसर भी मिलेगा। मेले में प्रवेश टिकट पूरी तरह डिजिटल होंगे। प्रत्येक टिकट क्यूआर कोड आधारित होगा, जिससे प्रवेश प्रक्रिया आसान, तेज़ और सुरक्षित होगी।
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छात्रों को विशेष प्रोत्साहन योजना के तहत 50 प्रतिशत छूट पर टिकट दिए जाएंगे। यह सुविधा युवाओं और विद्यार्थियों को मेले से जोडऩे का एक अभिनव प्रयास है। आगंतुकों की सुरक्षा और सुविधा के लिए मेले में सीसीटीवी कैमरे, कंट्रोल रूम और एम्बुलेंस सेवाएँ उपलब्ध रहेंगी। स्वच्छता, सैनिटेशन और पर्याप्त पार्किंग की व्यवस्था भी की जाएगी। मीडिया प्रतिनिधियों के लिए अलग से पास और प्रवेश द्वार निर्धारित होंगे। मेले के सफल आयोजन में ग्रामीण विकास संगठनों, रेजिडेंट वेलफेयर सोसाइटीज़ और रोटरी क्लब जैसी सामाजिक संस्थाओं का भी महत्वपूर्ण सहयोग रहेगा। इनके सहयोग से मेला और अधिक संगठित और सुरक्षित ढंग से सम्पन्न होगा। सूरजकुंड में आयोजित दिवाली मेला केवल खरीदारी या मनोरंजन का स्थान नहीं होगा, बल्कि यह एक ऐसा अवसर बनेगा जो परिवारों को जोडऩे, स्थानीय प्रतिभा को मंच देने और व्यापार को नई ऊर्जा प्रदान करने का कार्य करेगा।